प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के सबसे लोकप्रिय नेता हैं और उनका जादू देश के लोगों सर चढ़कर बोल रहा है। ये मोदी लहर का नतीजा है कि विरोधियों के सारे समीकरण ध्वस्त हो गए हैं। देश के दो अलग-अलग कोनों पश्चिम में महाराष्ट्र और उत्तर-पूर्व में अरुणाचल प्रदेश से आए स्थानीय निकाय चुनाव नतीजों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि ‘मोदी मैजिक’ का असर आज भी बरकरार है। बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने दोनों राज्यों में विपक्षी खेमे का सूपड़ा साफ कर दिया है। चुनाव नतीजों ने साफ कर दिया है कि जनता का भरोसा प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी पर कायम है।

महाराष्ट्र: महायुति का ‘महा-विजय’ अभियान
महाराष्ट्र में बीजेपी, शिवसेना-शिंदे और एनसीपी-अजित पवार महायुति ने उम्मीद से कहीं ज्यादा बड़ी जीत हासिल की है। पीएम मोदी के विकास कार्यों के आगे विपक्षी ‘महाविकास अघाड़ी’ पूरी तरह बिखर गई। राज्य के कुल 288 नगर परिषदों में से महायुति ने 215 (74.65%) पर कब्जा जमाया है। बीजेपी अकेले 129 परिषदों में जीती है। पार्षदों की संख्या में भारी उछाल देखने को मिली है। 2017 में बीजेपी के पास 1602 सीटें थीं, जो इस बार दोगुनी से भी ज्यादा बढ़कर 3325 हो गई हैं। इसके साथ ही कुल 6952 सीटों में से महायुति ने 4331 सीटों (62.30%) पर जीत दर्ज की है।

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि महाराष्ट्र विकास के साथ मजबूती से खड़ा है। नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों में बीजेपी और महायुति को आशीर्वाद देने के लिए महाराष्ट्र की जनता का आभारी हूं। यह जन-केंद्रित विकास के हमारे दृष्टिकोण पर जनता के विश्वास को दर्शाता है। हम राज्यभर के प्रत्येक नागरिक की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए नई ऊर्जा के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैं बीजेपी और महायुति कार्यकर्ताओं द्वारा जमीनी स्तर पर की गई कड़ी मेहनत की सराहना करता हूं।
Maharashtra stands firmly with development!
Grateful to the people of Maharashtra for blessing the BJP and Mahayuti in the Municipal Council and Nagar Panchayat elections. This reflects trust in our vision of people-centric development. We remain committed to working with… https://t.co/X5jmfpb3M8
— Narendra Modi (@narendramodi) December 21, 2025
अरुणाचल प्रदेश में भी विपक्ष पस्त
अरुणाचल प्रदेश में भी बीजेपी ने अपनी पकड़ को और मजबूत किया है। यहां बुनियादी ढांचे के विकास और सीमा सुरक्षा पर मोदी सरकार के जोर को जनता ने भरपूर समर्थन दिया है। अरुणाचल के नतीजे बताते हैं कि ‘एक्ट ईस्ट’ पॉलिसी के तहत हो रहे विकास कार्यों ने वहां के लोगों के दिलों में पीएम मोदी के लिए एक खास जगह बना दी है। विपक्ष यहां भी पूरी तरह बेअसर नजर आया। बीजेपी ने जिला परिषद की 245 सीटों में से 170 पर जीत दर्ज की। इनमें 59 सीटें निर्विरोध रहीं। इसके साथ ही ग्राम पंचायत चुनावों में पार्टी ने कुल 8161 सीटों में से 6,085 पर जीत हासिल की, जिनमें 5,211 सीटें निर्विरोध थीं।

इस जीत पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘अरुणाचल प्रदेश की जनता सुशासन की राजनीति को अपना अटूट समर्थन दे रही है। मैं अरुणाचल प्रदेश के लोगों का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रति इतना स्नेह दिखाया है। यह स्नेह राज्य के कायाकल्प के लिए काम करते रहने के हमारे संकल्प को और भी मजबूती देता है। मैं बीजेपी के उन कार्यकर्ताओं की भी सराहना करता हूं जिन्होंने जनता के बीच अथक परिश्रम किया है।’
The people of Arunachal Pradesh show unwavering support for the politics of good governance!
I thank the people of Arunachal Pradesh for the affection they have shown towards the BJP. This strengthens our resolve to keep working for the state’s transformation.
I appreciate the… https://t.co/FCff5iHZxJ
— Narendra Modi (@narendramodi) December 21, 2025
आइए देखते हैं प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने किस तरह लोकसभा,विधानसभा और स्थानीय निकाय चुनाव में एक के बाद एक जीत हासिल की है…
लेफ्ट-कांग्रेस के गढ़ केरल में खिला कमल
केरल की राजनीति में एक बहुत बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। केरल की राजधानी में नगर निकाय चुनाव ने राजनीति की दिशा बदल दी है। बीजेपी ने यहां ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। आमतौर पर लेफ्ट और कांग्रेस के मजबूत गढ़ माने जाने वाले इस राज्य में, बीजेपी ने तिरुवनंतपुरम नगर निगम चुनाव में भगवा लहराकर सभी को हैरान कर दिया है। यह जीत इसलिए भी अहम है क्योंकि बीजेपी ने लोकतांत्रिक मोर्चा- LDF से सत्ता छीन ली है, जो इस निकाय पर पिछले चार दशकों से काबिज था। यह दिखाता है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीजेपी का जनाधार अब उन दक्षिणी राज्यों में भी फैल रहा है, जहां उसकी जमीन पारंपरिक रूप से कमजोर थी। बीजेपी-एनडीए ने कांग्रेस नेता शशि थरूर के संसदीय क्षेत्र राजधानी तिरुवनंतपुरम में शानदार प्रदर्शन किया। 101 वार्डों में से एनडीए ने सीधे 50 पर जीत हासिल करके बहुमत का आंकड़ा छू लिया। वहीं, सत्ताधारी LDF 29 सीटों पर सिमट गई, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाला UDF सिर्फ 19 सीटें ही जीत पाया, और दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने बाजी मारी। इस जीत से साफ है कि मोदी लहर अब केरल के तटीय इलाकों तक भी पहुंच चुकी है और यह बीजेपी के लिए ‘दक्षिणी विजय’ की शुरुआत साबित हो सकती है।

बीजेपी की इस जबरदस्त जीत पर प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए इसे केरल की राजनीति में एक ऐतिहासिक क्षण बताया। उन्होंने कहा कि जनता को पूरा भरोसा है कि राज्य की विकास संबंधी आकांक्षाओं को केवल बीजेपी ही पूरा कर सकती है। उन्होंने तिरुवनंतपुरम की जनता का आभार व्यक्त किया और शहर के विकास के लिए काम करने का वादा किया।
My gratitude to the people across Kerala who voted for BJP and NDA candidates in the local body polls in the state. Kerala is fed up of UDF and LDF. They see NDA as the only option that can deliver on good governance and build a #VikasitaKeralam with opportunities for all.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2025
पीएम मोदी ने अपनी पार्टी के मेहनती कार्यकर्ताओं को भी इस सफलता का श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि यह जीत उन सभी कार्यकर्ताओं के कठिन परिश्रम और संघर्षों का फल है, जिन्होंने जमीनी स्तर पर काम किया और आज के शानदार नतीजे को मुमकिन बनाया। उन्होंने कार्यकर्ताओं को पार्टी की ताकत बताया और उन पर गर्व जताया।
My gratitude to all hardworking BJP Karyakartas who have worked among the people, which has ensured a spectacular result in the Thiruvananthapuram Corporation. Today is a day to recall the work and struggles of generations of Karyakartas in Kerala, who worked at the grassroots,…
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2025
बिहार में फिर एनडीए सरकार
बिहार विधानसभा चुनाव में भी मोदी लहर की गूंज सुनाई दी। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए को बंपर जीत मिली। बिहार की जनता ने पीएम मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक बार फिर विश्वास जताया। 243 सीटों के लिए हुए 2025 चुनाव में एनडीए 200 का आंकड़ा पार कर 204 पर पहुंच गई। बीजेपी को 89, जेडीयू को 85, रामविलास पासवान की लोजपा को 19, हम को 6 और राष्ट्रीय लोकमोर्चा को 5 सीटें मिलीं। चुनाव नतीजों में इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी की रैलियों का खास असर दिखाई दिया। जिन इलाकों में पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार किया, वहां एनडीए उम्मीदवारों को जीत मिली। पीएम मोदी का करिश्मा और उनके द्वारा किए गए कामों पर जनता का भरोसा सीधे वोटों में तब्दील हुआ। यह जीत न केवल बिहार के लिए, बल्कि पूरे देश की राजनीति के लिए एक बड़ा संदेश है कि प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता अब भी कायम है, और उनका चेहरा चुनाव में सबसे बड़ा ‘Game Changer’ बना हुआ है।
हरियाणा निकाय चुनाव में 10 में से 9 सीटों पर जीती बीजेपी
हाल ही में हरियाणा विधानसभा चुनाव में तीसरी बार जीत कर सरकार बनाने के बाद बीजेपी ने निकाय चुनावों में भी प्रचंड जीत दर्ज की है। बीजेपी ने 10 नगर निगमों में से नौ में मेयर का चुनाव जीत कांग्रेस का सुपड़ा साफ कर दिया है। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने कब्जा जमाया है, जबकि राहुल गांधी की कांग्रेस एक बार फिर ‘डक’ (जीरो) पर आउट हो गई है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की हार का सिलसिला लगातार जारी है, जबकि बीजेपी एक के बाद एक लगातार चुनाव जीतती जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस जीत पर खुशी जताते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा है कि ‘हरियाणा निकाय चुनाव में भाजपा को मिली ऐतिहासिक विजय के लिए हरियाणा के मेरे परिवारजनों का बहुत-बहुत आभार। यह जीत राज्य में नायब सिंह सैनी जी के नेतृत्व में चल रही सरकार के विकास कार्यों के प्रति जनता-जनार्दन के अटूट विश्वास की अभिव्यक्ति है। मैं प्रदेश के लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि हम उनकी उम्मीदों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ने वाले हैं। इस महाविजय में पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं के कठिन परिश्रम की बड़ी भूमिका रही है, जिसके लिए मैं उनकी हृदय से सराहना करता हूं।’
गुजरात स्थानीय निकाय चुनावों में 96% स्ट्राइक रेट के साथ बीजेपी ने फिर लहराया परचम
प्रधानमंत्री मोदी के गृहराज्य गुजरात में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में बीजेपी ने एक बार फिर से अपना परचम लहरा दिया। पार्टी ने रिकॉर्ड 96 प्रतिशत स्ट्राइक रेट के साथ प्रचंड जीत दर्ज की। 68 नगरपालिका सीटों में से 60 पर जीत हासिल करने के साथ 5 स्वतंत्र उम्मीदवारों के समर्थन के कारण बीजेपी के पास कुल 65 सीटें हैं। बीजेपी ने इस चुनाव में कांग्रेस से 15 नगरपालिका छीन ली हैं और उसे सिर्फ एक पर संतोष करना पड़ा। समाजवादी पार्टी को दो नगरपालिकाओं में जीत मिली। बीजेपी ने इसके साथ ही नगर निगम के एक सीट के लिए हुए चुनाव को भी अपने पक्ष में कर लिया और तालुका पंचायत के तीन में से तीन सीटों को भी जीत लिया।
नगर निकाय चुनावों में मिली इस ऐतिहासिक जीत से बीजेपी में खुशी का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस जीत बधाई देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि ‘गुजरात का भाजपा से रिश्ता न सिर्फ अटूट है, बल्कि उसमें लगातार और मजबूती आ रही है। राज्य में हुए निकाय चुनाव में भाजपा को अपना भरपूर समर्थन और आशीर्वाद देने के लिए मैं गुजरात के जनता-जनार्दन का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। यह विकास की राजनीति की एक और बड़ी जीत है। इससे हमारे कर्मठ कार्यकर्ताओं को और अधिक ऊर्जा के साथ लोगों की सेवा करने का अवसर मिलेगा। मैं भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देता हूं, जिनके अथक परिश्रम और प्रयासों से यह शानदार विजय मिली है।’
गुजरात का भाजपा से रिश्ता ना सिर्फ अटूट है, बल्कि उसमें लगातार और मजबूती आ रही है!
राज्य में हुए निकाय चुनाव में भाजपा को अपना भरपूर समर्थन और आशीर्वाद देने के लिए मैं गुजरात की जनता-जनार्दन का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। यह विकास की राजनीति की एक और बड़ी जीत है। इससे हमारे…
— Narendra Modi (@narendramodi) February 18, 2025

बंपर बहुमत के साथ दिल्ली में बीजेपी की वापसी
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बंपर बहुमत मिला। यहां अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका लगा। इस बार के चुनाव में दिल्ली के वोटरों ने AAP पर ही झाड़ू चला दी है। AAP को करारी हार का सामना करना पड़ा। सबसे खराब स्थिति तो राहुल गांधी की कांग्रेस की रही। कांग्रेस का तो एक तरह से सफाया ही हो गया है। उसे एक भी सीट नहीं मिली है। सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी की नकारात्मक राजनीति से लोग कांग्रेस से कटते जा रहे हैं। दिल्ली में बीजेपी 70 में से 48 सीटों पर, आप 22 सीटों पर जीत पाने में सफल रही।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में बीजेपी ने पलटी हारी बाजी
हाल ही में बीजेपी ने चंडीगढ़ में मेयर पद का चुनाव जीत लिया है। चंडीगढ़ मेयर चुनाव परिणाम आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के इंडी गठबंधन के लिए एक बड़ा झटका है। I.N.D.I. Alliance उम्मीदवार को हराकर बीजेपी ने हारी बाजी पलट दी है। बीजेपी की हरप्रीत कौर बबला I.N.D.I. Alliance के आप-कांग्रेस उम्मीदवार प्रेमलता को हराकर चंडीगढ़ की मेयर बन गई हैं। इस चुनाव में 36 वोटों में से बीजेपी को 19 वोट मिले, जबकि आप-कांग्रेस के इंडी गठबंधन को सिर्फ 17 वोट ही मिले। सबसे बड़ी बात यह है कि बहुमत के बावजूद गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा है। AAP और कांग्रेस के पार्षदों के क्रॉस वोटिंग के कारण गठबंधन को हार का मुंह देखना पड़ा। हैरानी की बात यह भी है कि चंडीगढ़ में एक साथ लड़ने वाली कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रही है।
महाराष्ट्र में महायुति सरकार
हाल ही में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने खूब लोकलुभावन वादे किए और रेवड़ियां बांटी। इसके बावजूद बीजेपी के शानदार प्रदर्शन ने फिर साबित कर दिया है कि मतदाताओं के बीच मोदी लहर कायम है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति की आंधी में महाविकास अघाड़ी गठबंधन उड़ सा गया। राज्य में महायुति को 230 सीटों पर जीत मिली, जबकि महाविकास अघाड़ी सिर्फ 48 सीटों पर सिमट गई है। बीजेपी 132 सीटों पर, शिवसेना शिंदे 57 सीटों पर और अजीत पवार की एनसीपी 41 सीटों पर जीत में कामयाब रही।
हरियाणा में हैट्रिक
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से 48 सीटों पर जीत दर्ज कर बीजेपी ने हैट्रिक लगाकर सत्ता में वापसी की है। इसके साथ ही बीजेपी ने लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर एक नया रिकॉर्ड भी बना दिया है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में अभी तक कोई भी पार्टी लगातार तीन बार चुनाव नहीं जीत पाई है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी को अकेले 39.88 प्रतिशत वोट मिले हैं। यह हरियाणा में बीजेपी का अब तक का सबसे ज्यादा मत प्रतिशत है।
बीजेपी नेतृत्व में केंद्र में एक बार फिर NDA की सरकार…
पीएम मोदी लगातार तीन टर्म देश चलाने वाले जवाहर लाल नेहरू के बाद दूसरे प्रधानमंत्री हैं। उनके नेतृत्व में एनडीए लोकसभा चुनाव में ना सिर्फ बहुमत से ज्यादा सीट पाने में कामयाब रहा है, बल्कि बीजेपी अपना वोट शेयर बढ़ाने में भी सफल रही है। ऐसा पहली बार है कि दस साल सत्ता में रहने के बाद भी बीजेपी के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर देखने को नहीं मिली और पार्टी वोट शेयर बढ़ाने में सफल रही।
लोकसभा चुनाव में फिर सबसे बड़ी पार्टी बनी
बीजेपी लोकसभा चुनाव 2024 में 240 सीटों के साथ एक बार फिर देश की सबसे बड़ी पार्टी बनने में सफल रही है। बीजेपी इस चुनाव में 36.56 प्रतिशत वोट हासिल करने में कामयाब रही है। इसके साथ ही एनडीए को कुल 292 सीटें मिली है, जो बहुमत 272 से काफी ज्यादा है। एनडीए घटक में जेडीयू को 12, टीडीपी को 16, शिवसेना शिंदे को 7 और एनसीपी अजीत पवार को एक और पवन कल्याण की जनसेना को दो सीटें मिली हैं। जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडी गठबंधन को सिर्फ 233 सीटें ही मिली हैं। इंडी गठबंधन मिलकर भी उतनी सीटें जीत नहीं पाया, जितनी बीजेपी अकेले जीतने में सफल रही।
कई राज्यों में बीजेपी की दमदार उपस्थिति
बीजेपी ने इस लोकसभा चुनाव में कई राज्यों में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज की है। बीजेपी दिल्ली में सात की सात, मध्य प्रदेश में 29 की 29, हिमाचल प्रदेश में चार में से चार, उत्तराखंड में पांच में से पांच सीटें जीतने में सफल रही है। इतना ही नहीं बीजेपी को गुजरात में 26 में से 25, ओडिशा में 21 में से 20 और छत्तीसगढ़ में 11 में से 10 सीटें मिली हैं। इसके साथ ही बीजेपी ने तेलंगाना में 17 में से 8 सीटें जीत सभी को चौंका दिया है।
दक्षिण भारत में मजबूत हुई स्थिति, सीट के साथ वोट भी बढ़े
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दक्षिण में भी बीजेपी का जनाधार तेजी से बढ़ रहा है। तमिलनाडु में बीजेपी का वोट प्रतिशत 3.62 प्रतिशत से तीन गुना बढ़कर 11.24 प्रतिशत हो गया है। आंध्र प्रदेश में वोट प्रतिशत 0.90 से 11 गुना बढ़कर 11.28 प्रतिशत हो गया है। पार्टी आंध्र प्रदेश में 3 सीट भी जीत ली है। तेलंगाना में 19.65 प्रतिशत से बढ़कर 35.08 प्रतिशत हो गया है। बीजेपी तेलंगाना में 17 में से 8 सीटें जीतने में भी सफल रही है। इसके साथ ही दक्षिण भारत में अपना स्थिति मजबूत करते हुए बीजेपी पहली बार केरल में अपना खाता खोलने में सफल रही है। बीजेपी उम्मीदबार सुरेश गोपी त्रिशुर से जीत गए हैं। केरल में बीजेपी का वोट प्रतिशत भी 12.99 से बढ़कर 16.68 प्रतिशत हो गया है।
ओडिशा में पहली बार बीजेपी सरकार
ओडिशा विधानसभा चुनावों में बड़ा उलटफेर करते हुए बीजेपी यहां सरकार बनाने जा रही है। बीजेपी ने राज्य में 24 साल से मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को हराकर इतिहास रच दिया है। बीजेपी ने ओडिशा में 147 सीटों में से 78 सीटों पर जीत हासिल कर पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है। साल 2000 से सत्ता में काबिज बीजेडी 51 सीटें ही जीत पाई। कांग्रेस को भी सिर्फ 14 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल हुई। बीजेपी ने यहां विधानसभा में ही नहीं बल्कि लोकसभा चुनाव में भी शानदार प्रदर्शन किया है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 21 सीटों में से 20 सीटों पर जीत हासिल की है।
अरुणाचल प्रदेश में भी बीजेपी सरकार
पूर्वोत्तर के अरुणाचल प्रदेश में भी बीजेपी की सरकार बनने जा रही है। बीजेपी ने यहां की 60 विधानसभा सीटों में से 46 पर जीत दर्ज कर सभी को हैरत में डाल दिया है। बीजेपी के इस प्रचंड जीत से पार्टी नेता गदगद हैं। बीजेपी के 10 उम्मीदवार यहां चुनाव से पहले ही निर्विरोध जीत गए थे। अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस को सिर्फ एक ही सीट जीत मिली है। राज्य में नेशनल पीपुल्स पार्टी को पांच और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को तीन सीटें मिली हैं।
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का सफाया
हाल ही में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने खूब लोकलुभावन वादे किए और रेवड़ियां बांटी। इसके बावजूद तीन राज्यों में प्रचंड बहुमत और तेलंगाना में बीजेपी के शानदार प्रदर्शन ने कांग्रेस का पूरी तरह सफाया कर दिया। इस शानदार जीत के बाद दिल्ली में बीजेपी कार्यालय पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने मौजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं के सामने सर झुकाकर अभिवादन किया।

मध्य प्रदेश में 48.64 प्रतिशत वोट के साथ 163 सीटें
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक मध्य प्रदेश के 230 सीटों के लिए हुए चुनाव में बीजेपी ने 48.64 प्रतिशत वोट के साथ 163 सीटों पर जीत दर्ज की। पिछले चुनाव के मुकाबले बीजेपी के वोट शेयर में करीब सात प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। साल 2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कुल 230 सीटों में से बीजेपी को 109 सीटें मिली थीं। बीजेपी का वोट शेयर 41.02 प्रतिशत था।

राजस्थान में 41.71 प्रतिशत वोट के साथ 115 सीटें
राजस्थान के 200 सीटोंं के लिए हुए चुनाव में 41.71 प्रतिशत वोट के साथ बीजेपी 115 सीटों पर जीतने में सफल रही। राजस्थान में बीजेपी के वोट शेयर में करीब तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 100 सीटें, बीजेपी को 73 सीटें, बीएसपी को 6 सीटें, सीपीएम को 2 सीटें और अन्य को 19 सीटें मिली थीं। बीजेपी का वोट शेयर 38.77 प्रतिशत, कांग्रेस का वोट शेयर 39.30 प्रतिशत और बीएसपी का वोट शेयर 4.03 प्रतिशत था।

छत्तीसगढ़ में बीजेपी को 46.30 प्रतिशत वोट के साथ 54 सीटें
छत्तीसगढ़ के 90 सीटों के लिए हुए चुनाव में बीजेपी ने 46.30 प्रतिशत वोट के साथ 54 सीटों पर जीत दर्ज की। छत्तीसगढ़ में बीजेपी के वोट शेयर में बढ़ोतरी हुई है। साल 2018 छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कुल 90 सीटों में से कांग्रेस को 68, बीजेपी को 15, अन्य को 7 सीटें मिली थीं। कांग्रेस का वोट प्रतिशत 43.04 प्रतिशत था। बीजेपी का वोट प्रतिशत 32.97 प्रतिशत था।

तेलंगाना में 14 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 8 सीटें
दक्षिण भारतीय राज्य तेलंगाना में भी बीजेपी बेहतर प्रदर्शन करती दिख रही है। बीजेपी ने करीब 14 प्रतिशत वोट शेयर के साथ आठ सीटों पर जीत दर्ज की है। अगर पिछले चुनाव से तुलना करें तो अब भी उसके प्रदर्शन को शानदार ही कहा जाएगा। पिछले चुनाव में जहां पार्टी को केवल 1 सीट से संतोष करना पड़ा था तो वहीं साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 6.98 प्रतिशत के साथ सिर्फ एक सीट हासिल की थी।

त्रिपुरा और नागालैंड के साथ मेघालय में बीजेपी+ सरकार
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीजेपी लगातार चुनाव जीतती जा रही है। पूर्वोत्तर के भी तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में नतीजे बीजेपी गठबंधन के पक्ष में रहे। जहां त्रिपुरा और नागालैंड में बीजेपी की शानदार वापसी हुई, वहीं मेघालय में बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा की एनपीपी सरकार फिर से सत्ता में वापसी की। नागालैंड में 37 और त्रिपुरा में 33 सीटों के साथ बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिली हैं।
गुजरात के चुनावी इतिहास में सबसे बड़ी लैंडस्लाइड जीत
गुजरात के चुनावी इतिहास में 2022 का चुनाव कई रिकॉर्ड टूटने के लिए जाना जाएगा। बीजेपी ने अब तक सबसे अधिक 149 सीटों के आंकड़े को पार कर 156 सीटों तक पहुंच गई, वहीं 52 प्रतिशत से अधिक वोट शेयर हासिल कर मत प्रतिशत के मामले में भी अपना रिकॉर्ड तोड़ती दिख रही है। 2002 में बीजेपी ने 49.85 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 127 सीटें जीती थीं।
सपा के आजमगढ़ और रामपुर के किले पर बीजेपी का कब्जा
देश में लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव, या फिर स्थानीय निकाय चुनाव बीजेपी एक के बाद एक चुनाव जीतती जा रही है। 23 जून,2022 को देश की तीन लोकसभा सीटों और सात विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में बीजेपी की जीत ने साबित किया कि देश में प्रधानमंत्री मोदी की लहर कायम है। उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की। इस चुनाव में उत्तर प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी का तो सफाया हो गया।

यूपी एमएलसी चुनाव में 36 में से 33 सीटों पर बीजेपी का कब्जा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद बीजेपी ने विधान परिषद चुनाव में भी अपना परचम लहरा दिया। बीजेपी ने राज्य में 36 में से 33 सीटें जीत ली। इस चुनाव में उत्तर प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी का तो सफाया हो गया। दो सीट पर निर्दलीय जबकि एक सीट पर जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को जीत मिली।

चार राज्यों में फिर दिखा पीएम मोदी का करिश्मा
इसके पहले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में से चार राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में बीजेपी की दोबारा जीत से फिर साबित हो गया कि जनता पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का करिश्मा कायम है। उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने प्रचंड जनादेश हासिल कर एक बार फिर सरकार बना ली। यूपी की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी की जोड़ी पर फिर से भरोसा जताया। सूबे के सियासी इतिहास पर नजर डालें तो यह पिछले 37 सालों में पहली बार हुआ है जब जनता ने किसी एक चेहरे को लगातार दूसरी बार मौका दिया हो। उधर उत्तराखंड में जो आज तक नहीं हुआ, वो इस बार हो गया। इतिहास में पहली बार कोई सत्तारूढ़ पार्टी अपनी सत्ता कायम रखने में कामयाब रही।









