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मोदी सरकार ने बढ़ाई सुविधाएं, कोरोना टेस्ट और क्वारंटाइन के लिए नहीं होगी कमरों की कमी

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कम जनसंख्या वाले विकसित देशों में कोरोना वायरस ने जिस तरह से तबाही मचाई है, उनके मुकाबले ज्यादा जनसंख्या और साधन-सुविधा की कमी वाले भारत में तबाही कम हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार की सजगता और तत्परता ने कोरोना को तोजी से बढ़ने से रोकने में काफी हद तक सफलता पायी है। हालांकि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मोदी सरकार लगातार फैसले ले रही है। कोरोना के फैलाव को रोकने और भावी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नए-नए कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें कोरोना की टेस्ट के लिए ऑनलाइन बुकिंग, लैब और टेस्टिंग सेंटर के विस्तार के साथ ही क्वारंटाइन और आइसोलेशन के लिए कमरों का निर्माण भी शामिल है।

अब तक 42,788 सैंपल हुए टेस्टः आईसीएमआर
आईसीएमआर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ रमन गंगाखेडकर ने कहा कि अब तक हमने 42,788 सैंपल का टेस्ट किया है, जिनमें 4,346 सैंपल सोमवार को टेस्ट किया गया था। यह हमारी क्षमता का 36% प्रतिनिधित्व करता है। 123 प्रयोगशालाएं काम कर रही है। 49 निजी लैब्स को जांच की अनुमति दी गई है। सोमवार को निजी लैब्स में 399 रोगियों का टेस्ट किया गया।

कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन का विकास
डॉ रमन गंगाखेडकर के मुताबिक वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, और जैव प्रौद्योगिकी विभाग भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के साथ मिलकर कोरोना के लिए वैक्सीन के विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाएंगे।

कोविड-19 से लड़ाई के लिए पावर कमेटी का गठन
कोरोना को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि कोविड-19 से लड़ाई के लिए पावर कमेटी का गठन किया है। ये कमेटी रिसर्च को आगे बढ़ाने का काम करेगी। लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना के खिलाफ सबको साथ लड़ना होगा। इस लड़ाई में सबको साथ आना होगा। उन्होंने ये भी कहा है कि किराएदारों को मकान मालिक ना निकालें। 
N95 मास्क की आपूर्ति बढ़ाने के लिए चल रहा है काम
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने देश में लॉजिस्टिक वस्तुओं की उपलब्धता बढ़ाने के लिए दक्षिण कोरिया, तुर्की और वियतनाम के आपूर्तिकर्ताओं की पहचान की है। डीआरडीओ भी स्थानीय निर्माताओं के साथ मिलकर N95 मास्क की आपूर्ति बढ़ाने के लिए भी काम कर रहा है। 


21 हजार से अधिक राहत शिविर स्थापित
गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 21 हजार से अधिक राहत शिविर स्थापित किए गए हैं जो 6 लाख से अधिक लोगों को आश्रय दे सकते हैं। उन्होंने कहा, 23 लाख से अधिक लोगों, फंसे हुए प्रवासी कामगारों, क्वारंटाइन श्रमिकों और अन्य जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए खाने का प्रबंध किया गया है।


टेस्ट के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा
मोदी सरकार ने कोरोना वायरस के टेस्ट के लिए आई Corona Test Kit को मंजूरी दी है। इसके बाद इसकी मांग काफी बढ़ गई है। जिसके लिए ऑनलाइन बुकिंग भी शुरू हो चुकी है। बेंगलुरु की प्रैक्टो (Practo) कंपनी ने कहा कि Covid-19 टेस्ट कराने के लिए ऑनलाइन बुकिंग करा सकते हैं। इस किट की कीमत 4500 रुपये है। भारत सरकार और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानि ICMR ने भी इसे अप्रूवल दिया है। प्रैक्टो ने कहा है, ‘फिलहाल मुंबई के लोगों के लिए टेस्ट ऑनलाइन उपलब्ध है और जल्द ही इसे पूरे देश के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।’

प्रैक्टो ने कहा कि होम हेल्थकेयर सर्विस देने वाली कंपनी I2H के प्रमाणित फेलोबोटोमिस्ट्स मरीजों के घरों से सीधे सैंपल लेंगे और जांच के लिए लैब पहुंचाएंगे। प्रैक्टो के चीफ हेल्थ स्ट्रैटजी ऑफिसर एलेक्जेंडर कुरुविल ने कहा कि टेस्टिंग के दौरान लिया गया स्वाब वायरल ट्रांसपोर्ट माध्यम (VTM) से इकट्ठा किया जाएगा। इसे ठंडे बैग में ले जाया जाएगा। टेस्टिंग के लिए थायरोकेयर की लैब को चुना गया है।

ट्रेनों के 20 हजार कोच में 3.2 लाख बेड्स की व्यवस्था
भारतीय रेलवे ने ट्रेनों के 20,000 कोच को क्वारंटाइन और आइसोलेशन कोच बना दिया है। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। भारत में क्वारंटाइन फैसिलिटी के लिए बड़ी संख्या में कमरों की ज़रुरत है, इसी कमी को पूरा करने के लिए इंडियन रेलवे आगे आया है। कुल 5 जोनल रेलवे ने पहले ही उन क्वारंटाइन सेंटरों का प्रोटोटाइप तैयार कर लिया है। उन्हें ‘क्वारंटाइन/ आइसोलेशन कोचेज’ कहा जाएगा। इनमें आइसोलेशन की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए 3.2 लाख बिस्तर लगाए जा सकते हैं।

भारतीय रेलवे अन्य तरीकों से भी इस आपदा की घड़ी में लोगों की सेवा करने में लगा हुआ है। हाल ही में पंजाब के मोगा से 390 टन खाद्य पदार्थों को एक पार्सल स्पेशल ट्रेन के जरिए असम के चंगसारी पहुँचाया गया। इनमें डेयरी प्रोडक्ट्स और नूडल्स सहित कई अन्य चीजें शामिल थीं। रेलवे ने जनता को जागरूक करते हुए बताया है कि भारतीय रेल सेवा कभी युद्धकाल में भी नहीं रुकी, ऐसे में वो स्थिति की गंभीरता को समझें और घरों में ही रहें।

इनके अलावा पीएम मोदी ने कोरोना से लड़ने के लिए कई कदम उठाए हैं। आइए एक नजर डालते हैं उन कदमों पर…

21 दिनों तक देश में संपूर्ण लॉकडाउन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए राष्ट्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने ऐलान किया कि अगले 21 दिनों तक देश में संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर पूरे देश को भरोसा दिलाया कि लॉकडाउन के दौरान घबड़ाने की जरूरत नहीं है। आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की कोई कमी नहीं होगी।

पीएम-केयर्स फंड की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए पीएम-केयर्स फंड बनाया है। प्रधानमंत्री इस ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं और इसके सदस्यों में रक्षा मंत्री, गृह मंत्री एवं वित्त मंत्री शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से इसमें दान देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह फंड कोरोना जैसी कई विपरीत परिस्थितियों में जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाने का जरिया बनेगा। प्रधानमंत्री मोदी की अपील का व्यापक असर हुआ है। लोगों ने पीएम-केयर्स फंड के लिए अपने खजाने खोल दिए हैं।

जनता कर्फ्यू की अपील
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 मार्च को सुबह 7 बाजे से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू की अपील की थी। इस अपील को बॉलीवुड के साथ ही आम जनता का व्यापक समर्थन मिला। कर्फ्यू के दिन लोगों ने शाम पांच बजे ताली और थाली बजाकर कोरोना वॉरियर के प्रति सम्मान जाहिर किया।

सार्क देशों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस पर एक बड़ी पहल की। उन्होंने सार्क देशों के सामने कोरोना पर बातचीत का प्रस्ताव रखते हुए इसके खिलाफ मिलकर काम करने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सार्क देशों से एक मजबूत रणनीति बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि आपस में एकजुट होकर हम दुनिया के सामने एक उत्‍कृष्‍ट उदाहरण पेश कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार नोवल कोरोना वायरस से लड़ने के लिए विभिन्‍न स्‍तरों पर अपनी ओर से अथक कोशिश कर रही है।

 

 

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