देश में कोरोना संक्रमण के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। अस्पतालों पर कोरोना मरीजों के बढ़ते दबाव और ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को देखते हुए मोदी सरकार ने 9 सेक्टरों को छोड़कर अन्य उद्योगों को ऑक्सीजन की सप्लाई बंद करने और ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ चलाने का बड़ा फैसला किया है। रेलवे मंत्रालय राज्यों को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ के जरिए लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) और ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति करेगा।
मोदी सरकार के इस फैसले के बारे में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने सोशल मीडिया पर बताया कि ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ से देशभर में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन और ऑक्सीजन सिलेंडर डिलिवर किए जाएंगे। जल्द ही इन ट्रेनों को चलाया जाएगा। फास्ट सप्लाई के लिए ग्रीन कॉरिडोर भी बनेंगे। एक अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र से खाली टैंकर सोमवार को चलेंगे जो विशाखापत्तनम, जमशेदपुर, राउरकेला, बोकारो से ऑक्सीजन उठाएंगे।
A decision has been taken to start transportation of oxygen cylinders or tankers in trains. Green corridors to be introduced to ensure fast supply of oxygen:Union Minister Piyush Goyal to ANI pic.twitter.com/bmZaauWWgE
— ANI (@ANI) April 18, 2021
उधर मोदी सरकार ने अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई बढ़ाने के लिए उद्योगों को ऑक्सीजन देने पर रोक लगा दी है। केंद्र सरकार की तरफ से रविवार शाम को जारी आदेश के मुताबिक, अब केवल 9 इंडस्ट्रीज को ही ऑक्सीजन सप्लाई जारी रहेगी। इसमें इंजेक्शन और वैक्सीन की शीशी बनाने वाली यूनिट्स, फार्मास्यूटिकल कंपनियां, पेट्रोलियम रिफाइनरी, स्टील प्लांट, न्यूक्लियर एनर्जी प्लांट, ऑक्सीजन सिलेंडर बनाने के प्लांट, वेस्ट वाटर को शुद्ध करने की यूनिट, भोजन और पानी को साफ करने वाली यूनिट औरफर्नेस प्रोसेस करने वाली यूनिट शामिल हैं।
पिछले हफ्ते केंद्रीय स्टील मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने पूरे देश में मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के निर्देश दिए। स्टील मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पूरे देश में प्राइवेट और सरकारी सेक्टर में 28 ऑक्सीजन प्लांट हैं। इन प्लांट से रोजाना 1500 टन ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही है। इसके अलावा 30 हजार मिलियन टन का अतिरिक्त सेफ्टी स्टॉक भी मेडिकल इस्तेमाल के लिए उपलब्ध है। प्रधान ने सितंबर 2020 में स्टील प्लांट को ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू करने का निर्देश दिया था।
देश की सबसे बड़ी स्टील निर्माता कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानि सेल अब तक 33 हजार टन ऑक्सीजन की सप्लाई कर चुकी है। कंपनी ने कहा है कि इस ऑक्सीजन का इस्तेमाल कोरोना से प्रभावित मरीजों के इलाज के लिए हुआ है। सेल ने कहा कि इस ऑक्सीजन की सप्लाई बोकारो (झारखंड), भिलाई (छत्तीसगढ़), राउरकेला (ओडिशा), दुर्गापुर और बुर्नपुर (पश्चिम बंगाल) के स्टील प्लांटों से की गई है।
टाटा ग्रुप की स्टील कंपनी टाटा स्टील ने रविवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि राष्ट्र की आवश्यकता को देखते हुए हमने ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू कर दी है। कंपनी ने कहा कि हम रोजाना 200-300 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीन की सप्लाई कर रहे हैं। यह सप्लाई विभिन्न राज्य सरकारों और अस्पतालों में की जा रही है। कंपनी ने कहा कि हम इस लड़ाई में एकजुट हैं और निश्चित तौर पर इसमें जीतेंगे।
Medical oxygen is critical to the treatment of #COVID19 patients. Responding to the National urgency, we’re supplying 200-300 tons of Liquid Medical Oxygen daily to various State governments & hospitals. We are in this fight together & will surely win it! @PMOIndia @TataCompanies
— Tata Steel (@TataSteelLtd) April 18, 2021