प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में तेजी से कदम उठा रही है। कोरोना संकट के मद्देनजर ‘अरोग्य एप’ की दुनिया भर में तारीफ हो रही है, वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना संकट के दौरान लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए ‘कोविड इंडिया सेवा’ की शुरूआत की है। इस सेवा से जनता को रियल टाइम में समस्याओं का समाधान मिलेगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्ष वर्धन ने मंगलवार को ‘कोविड इंडिया सेवा’ की शुरुआत की। ट्विटर पर बनाए गए इस आधिकारिक ट्विटर हैंडल की सहायता से महामारी के दौरान लाखों भारतीयों से सीधा संवाद किया जा सकेगा। इस पहल का उद्देश्य रियल टाइम में कोविड-19 महामारी जैसे संकट के समय में पारदर्शी ई-गवर्नेंस डिलिवरी को सक्षम बनाने और नागरिकों के सवालों का तेजी से जवाब देना है।
कोविड इंडिया सेवा के माध्यम से लोग अपने सवाल @CovidIndiaSeva ट्विटर हैंडल पर पूछ सकते हैं और लगभग तुरंत जवाब पा सकते हैं। इसके जरिए ट्वीट्स को टोकन में बदल कर समस्याओं को संबंधित अधिकारियों को भेजी जाएगी ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। कोविड इंडिया सेवा पोर्टल जनता को अधिकारियों तक पहुंचने में मदद करेगा।
Launched @CovidIndiaSeva to respond to citizens' queries in real time ❗️
Experts will share authoritative public health information reg #COVIDー19 swiftly at scale, helping to build a direct channel for communication with citizens.
Post your queries!#CovidIndiaSeva @PMOIndia pic.twitter.com/9dPKh9Qklc— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) April 21, 2020
इस पोर्टल की शुरुआत करते हुए डॉ हर्ष वर्धन ने कहा कि सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए ट्विटर समय के साथ सरकार और नागरिक दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण और उपयोगी साधन बनकर उभरा है। ट्विटर सेवा सॉल्यूशन के उपयोग से एक ऑनलाइन प्रयास किया है। इस सेवा को विशेषज्ञों की एक टीम संचालित करेगी और इसके जरिए हर समस्या का उसी के हिसाब से समाधान करने के लिए उन्हें संसाधन मुहैया कराए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय साझा कर रहा है हर अपडेट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कोरोना संकट से निपटने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी प्रतिदिन देशभर के अपडेट से लोगों को अपडेट करा रहे हैं। साथ ही इस बीमारी से संबंधित सभी की जानकारियों को साझा किया जा रहा है। डेली अपडेट के दौरान मीडिया के जरिए सवालाओं और शंकाओं का समाधान किया जा रहा है।
ई-रक्तकोष पोर्टल की स्थापना
कोरोना संकट के दौर में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ई-रक्तकोष पोर्टल लांच किया है। इसके जरिए कोशिश की जा रही है कि देश में कहीं भी किसी अस्पताल में खून की कमी न हो। इसके लिए इंडियन रेड क्रॉस द्वारा 24×7 कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है।
Online portal 'e-RaktKosh', enables real-time status monitoring of the current stock of each blood group
● Indian Red Cross has started 24*7 control room for blood services in Delhi. One may contact 011-23359379, 93199 82104, 93199 82105 for the same @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/bKueSolZDq
— PIB India #StayHome #StaySafe (@PIB_India) April 21, 2020
कोरोना वॉरियर्स का मास्टर डाटाबेस तैयार
कोरोना संकट से निपटने के लिए सभी कोरोना वॉरियर्स के लिए एक मास्टर डाटाबेस बनाया गया है। इस डाटाबेस में 1.24 करोड़ कोरोना योद्धाओं की जानकारी हैं। www.covidwarriors.gov.in पर कोरोना योद्धाओं से जुड़ी हर जानकारी उपलब्ध है। इससे अस्पतालों और डॉक्टरों की जानकारी ली जा सकती है। कोविड-19 से लड़ने में लगे हुए कोरोना योद्धाओं का विवरण 20 श्रेणियों और 49 उप-श्रेणियों में दिया गया है। ये जानकारी सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए उपलब्ध हैं।
Govt launched online data pool (https://t.co/BhEbGeWoHU) is a Master Database of critical human resource for combating and containing #COVID19; Dashboard now contains more than 1.24 crore resource persons- Healthcare professionals and volunteers#IndiaFightsCorona @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/bCZaZ8RgaJ
— PIB India #StayHome #StaySafe (@PIB_India) April 21, 2020
WHO प्रमुख ने की तारीफ
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेडरोस अदानोम गेब्रेयसस ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में एक अहम फैसले को लेकर देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की तारीफ कर चुके हैं। दरअसल,स्वास्थ्य मंत्री की पहल पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और डब्लूएचओ (दक्षिण पूर्व एशिया) ने मिलकर संगठन के राष्ट्रीय पोलियो सर्विलांस नेटवर्क और दूसरे फील्ड स्टाफ को भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में व्यवस्थित तरीके से शामिल करने का फैसला किया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और डब्लूएचओ ने कोविड-19 से निपटने के लिए डब्लूएचओ के राष्ट्रीय पोलियो निगरानी नेटवर्क और क्षेत्र के अन्य कर्मचारियों की साझेदारी का फैसला किया है।
Great news: @MoHFW_INDIA & @WHOSEARO initiated a systematic engagement of @WHO’s national polio surveillance network, and other field staff, for ??’s #COVID19 response, tapping into the best practices & resources that helped ?? win its war against polio. https://t.co/G7ttUz5QkH
— Tedros Adhanom Ghebreyesus (@DrTedros) April 15, 2020