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छत्तीसगढ़ में जंगल राज में निशाने पर बीजेपी नेता, भूपेश सरकार के 9 महीने में BJP के कई नेताओं का मर्डर: नक्सलियों और अपराधियों पर नहीं लगा पा रही कोई अंकुश

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छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की भूपेश सरकार नक्सलियों और अपराधियों पर अंकुश लगाने में बिल्कुल नाकाम साबित हो रही है। प्रदेश में जंगलराज का यह आलम है कि अपराधों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है और भूपेश बघेल सरकार कुंभकर्णी नींद में गाफिल है। कांग्रेस सरकार इसलिए और ज्यादा शक के घेरे में आ रही है, क्योंकि चुन-चुनकर भाजपा नेताओं को मौत के घाट उतारा जा रहा है। इसी साल में आधा दर्जन से ज्यादा भाजपा नेताओं की हत्या हो चुकी है। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव का पहला चरण हो चुका है और दूसरा चरण 17 नवंबर को है। इस बीच बीजेपी ने राज्य में बढ़ते अपराधों के लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए इसे चुनाव में मुद्दा बनाया है।

बीजेपी की सरकार बनी तो छत्तीसगढ़ नक्सल समस्या से मुक्त होगा- शाह
छत्तीसगढ़ में 2 फेज में विधानसभा चुनाव होने हैं। पहले फेज की वोटिंग 7 नवंबर और दूसरे फेज की वोटिंग 17 नवंबर को होगी। प्रचार के दौरान BJP नक्सलवाद को मुद्दा बना रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में बस्तर रैली में कहा कि एक बार फिर से कमल फूल की सरकार बना दो। पूरे छत्तीसगढ़ को नक्सल समस्या से मुक्त कर देंगे। अमित शाह की रैली के अगले ही दिन को नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 120 किलोमीटर दूर मोहला-मानपुर में BJP नेता बिरझू तारम की हत्या कर दी। इससे छत्तीसगढ़ में पॉलिटिकल किलिंग का मुद्दा फिर उठ गया। छत्तीसगढ़ BJP के अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि ये सुनियोजित हत्याएं हैं। कांग्रेस सरकार BJP पदाधिकारियों की टारगेट किलिंग रोकने में नाकाम रही है।रतन दुबे: धमकी के बाद दिनदहाड़े हमला करके मार डाला
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों से पहले बस्तर में भाजपा नेता रतन दुबे की हत्या कर दी गई। दुबे बस्तर में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष और नारायणपुर जिला पंचायत सदस्य थे। चुनाव प्रचार के लिए आयोजित रैली के बाद ही रतन दुबे पर नक्सलियों ने दिनदहाड़े धारदार हथियार से हमला बोला। दुबे की हत्या से पहले नक्सलियों ने 10 दिन पहले धमकी दी थी कि राजनैतिक पार्टी का कार्यकर्ता या प्रत्याशी बस्तर में वोट माँगने न आए। लेकिन 7 और 17 को मतदान के मद्देनजर रतन दुबे वोटों के लिए गए और नक्सलियों ने उन्हें वहीं जान से मार दिया। दुबे नारायणपुर जिला के पंचायत सदस्य थे और कौशलनगर के ढौदई क्षेत्र में रैली करने आए थे। प्रचार खत्म होने के बाद मंच के पास मुर्गों की लड़ाई का आयोजन किया गया, जिसके कारण वहां भीड़ जमा हो गई थी। इसी दौरान ग्रामीणों के वेश में आए पुरुषों का एक समूह चुपचाप भीड़ से अलग हो गया और मंच के पास आने लगा। दुबे ने उन्हें तुरंत देख खतरे को भांप लिया। वह मंच से कूदकर भागे। ग्रामीणों ने देखा कि बंदूक, खंजर और कुल्हाड़ी लिए लोगों का एक समूह दुबे का पीछा करने लगा। कुछ दूर पीछा करने के बाद एक नक्सली ने दुबे पर पीछे से गोली मारी। जैसे ही वो नीचे गिरे वैसे ही उनके ऊपर पीछे खंजर और कुल्हाड़ी लेकर हमला बोल दिया गया। ये घटना जरघाटी थाने से मात्र 5 किलोमीटर दूर सरेशाम की है।बिरझू तारम : नक्सलियों ने गोली मारी, दूसरे बीजेपी नेताओं को दी चेतावनी
नक्सलियों ने 20 अक्टूबर को मोहला-मानपुर जिले के सरखेड़ा गांव में BJP कार्यकर्ता बिरझू तारम की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उन्होंने एक पर्चा भी छोड़ा, जिसमें BJP और RSS का विरोध किया गया है। माओवादियों ने BJP नेता महेश गागड़ा, अजय ठाकुर, लव कुमार रायडू, जग्गू तेलाम को BJP और संघ परिवार से दूर रहने की धमकी दी थी। लिखा कि अगर ये नेता नहीं माने, तो उनका भी बिरझू तारम जैसा हाल किया जाएगा। BJP नेता लव कुमार रायडू पहले भी नक्सलियों के टारगेट पर रहे हैं। अभी वे सिक्योरिटी के लिए हाईकोर्ट में केस लड़ रहे हैं। उनका आरोप है कि कांग्रेस छोड़कर BJP जॉइन करने के बाद उनकी सिक्योरिटी वापस ले ली गई। BJP ने उन्हें बीजापुर जिला उपाध्यक्ष बनाया। 2016 में नक्सलियों ने लव कुमार रायडू के भाई की हत्या कर दी थी।

अर्जुन काका: नक्सलियों ने मिलने बुलाया और मारकर शव फेंका
इससे पहले 21 जून को बीजापुर में बीजेपी के एसटी मोर्चा के जिला प्रमुख अर्जुन काका की हत्या कर दी गई थी। अर्जन ककेम उर्फ अर्जुन काका 10 साल ईलमिड़ी गांव के सरपंच रहे थे। अर्जुन ककेम का परिवार में मां, पत्नी, बेटा, दो भाई, बड़ी बहन और बुआ हैं। कमाई का जरिया खेती है। अर्जुन के 25 साल के बेटे सूरज ककेम कहते हैं, ‘नक्सलियों ने पिताजी को मिलने के लिए सेमलडोडी बुलाया था। हमारे लिए ये आम बात है। वे सरपंचों को बात करने के लिए बुलाते रहते हैं। पिताजी मां के साथ सुबह करीब 10 बजे बाइक से निकले थे। नक्सलियों ने मां को रुककर इंतजार करने के लिए कहा और पिताजी को जंगल में ले गए। मां बहुत देर तक पिताजी की राह देखती रहीं। वे नहीं लौटे, तो मां गांव आ आईं। बाद में गांव के ही एक आदमी ने बताया कि पिताजी का शव सड़क पर पड़ा है।’ सूरज कहते हैं, ‘पिताजी की लाश के पास नक्सलियों ने एक पर्चा छोड़ा था। इसमें लिखा था कि अर्जुन 2014 से BJP के लिए काम कर रहे थे और कम्युनिटी पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) के खिलाफ थे।’

नीलकंठ ककेम: नक्सली पर्चा छोड़कर गए- हमारे खिलाफ काम किया, इसलिए मारा
छत्तीसगढ़ में पॉलिटिकल टार्गेट किलिंग का ये सिलसिला नौ माह से चल रहा है, लेकिन कांग्रेस सरकार इसे रोकने में विफल साबित हुई है। बीजापुर में आवापल्ली में बीजेपी के मंडल प्रमुख नीलकंठ ककेम को इस साल फरवरी में नक्सलियों ने अपना शिकार बनाया। नीलकंठ शादी से पहले ही BJP से जुड़ गए थे। नीलकंठ की पत्नी ललिता बताती हैं कि वो शादी के पहले से पॉलिटिक्स में एक्टिव थे। शादी के लिए मुझे देखने आए थे, तो शर्त रखी थी कि कभी BJP नहीं छोड़ूंगा। मरते दम तक पार्टी के लिए काम करूंगा। ललिता आगे कहती हैं, ‘नीलकंठ को नक्सलियों से खतरा था। इसलिए हमने पैंकरम छोड़ दिया। कभी आवापल्ली, कभी बीजापुर में रहते थे। 5 फरवरी को हम लोग नीलकंठ के भाई-बहन से मिलने पैंकरम गए थे। वापसी में नीलकंठ बाइक स्टार्ट कर रहे थे। तभी 20-22 नक्सली आ गए। नक्सलियों को देखकर गांववाले घर के अंदर भाग गए। नक्सलियों ने बाइक की चाबी निकाल ली और नीलकंठ को जमीन पर गिरा दिया। उनके सीने, पेट और गले पर चाकू और कुल्हाड़ी से हमला करके मेरे सामने ही नीलकंठ को मार दिया।’ ललिता बताती हैं, ‘नक्सली एक पर्चा फेंककर गए थे। उस पर लिखा था कि सलवा जुडूम का समर्थन करने पर नीलकंठ की हत्या की गई है।

सागर साहू: दरवाजा खोलते ही कनपटी पर बंदूक रखकर गोली मार दी
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र छोटे डोंगर में बीजेपी नेता सागर साहू की नक्सलियों की टीम ने गोली मारकर हत्या कर दी। गोली मारने के बाद नक्सली मौके से फरार हो गए। बीजेपी नेता सागर साहू नारायणपुर जिला के बीजेपी उपाध्यक्ष थे। परिजनों ने गंभीर हालत में उनको स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। नारायणपुर के एडिशनल एसपी हेमसागर सिदार के मुताबिक घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पुलिस को परिजनों ने बताया कि ग्रामीण वेशभूषा में कुछ लोग आए और दरवाजा खोलने को कहा। हमने दरवाजा खोला तो वे लोग घर के अंदर घुस आए और सामने ही हॉल में बैठे बीजेपी नेता सागर साहू की कनपटी पर बंदूक रखकर उन्हें गोली मार दी। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता इस वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर फरार हो गए।

रामधर अलामी: माओवादियों का सरेंडर कराया, इसलिए मार डाला
दंतेवाड़ा के वरिष्ठ बीजेपी नेता रामधर अलामी की बी 11 फरवरी की शाम 4 बजे नक्सलियों ने रास्ते में हत्या कर दी थी। रामधर 15 साल से BJP में थे। सरपंच भी रहे थे। परिवार ने घर के पास रामधर की याद में स्मारक बनवाया है। रामधर के भाई सुखदेव कहते हैं, ‘रामधर की डेड बॉडी के साथ एक पर्चा मिला था। उस पर लिखा था कि रामधर ने माओवादियों का सरेंडर कराया। हमने इसे पहले ही चेतावनी दी थी। मीटिंग के लिए बुलाया था, पर ये नहीं आया। इसलिए इसकी हत्या की गई है।’ रामधर अलामी का गांव बारसूर थाना एरिया में आता है।

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