भारत के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाने से पाकिस्तान बाज नहीं आ रहा है।ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन की वर्चुअल मीटिंग में भारत पर इस्लामोफोबिया के पाकिस्तान के आरोपों का मालदीव ने करारा जवाब दिया है। मालदीव ने कहा कि सोशल मीडिया पर चंद लोग और अलग-थलग पड़े समूहों की हरकतों या बयानबाजी को 130 करोड़ भारतीयों की राय नहीं समझा जा सकता।
मालदीव ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में 20 करोड़ से ज्यादा मुस्लिम रहते हैं और भारत पर यह आरोप लगाना गलत होगा। बयान में कहा गया कि ऐसा कदम दक्षिण एशियाई क्षेत्र के धार्मिक सौह्रद के लिए नुकसानदायक होगा। यह भी साफ किया गया कि किसी मंशा से दिए गए कुछ लोगों के बयानों और गलत जानकारी के लिए सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे कैंपेन को 130 करोड़ लोगों की भावना नहीं समझना चाहिए।
Maldives has called out propaganda against India at virtual OIC meet at UN. Maldives Permanent representative to UN, Thilmeeza Hussain, minced no words and said alleging Islamophobia in context of India would be factually incorrect.
Read @ANI Story | https://t.co/t6PojEU9cz pic.twitter.com/vyRoEv4awa
— ANI Digital (@ani_digital) May 22, 2020
मालदीव ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और बहु-सांस्कृतिक समाज है। यहां 20 करोड़ से अधिक मुसलमान रह रहे हैं। ऐसे में इस्लामोफोबिया का आरोप लगाना तथ्यात्मक रूप से गलत होगा। दक्षिण एशियाई क्षेत्र में धार्मिक सद्भाव के लिए ऐसा करना हानिकारक होगा। इस्लाम भारत में सदियों से मौजूद है और यह देश का 14.2 फीसद आबादी के साथ भारत में दूसरा सबसे बड़ा धर्म है।
मीटिंग में पाकिस्तान के संयुक्त राष्ट्र के राजदूत मुनीर अकरम ने कहा था कि भारत सक्रिय रूप से इस्लामोफोबिया को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके बाद मालदीव की ओर से आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा गया कि दुनिया में नफरत की संस्कृति बढ़ती जा रही है और हिंसा को राजनीतिक और वैचारिक मंशाओं को पूरा करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। मालदीव इस्लामोफोबिया समेत ऐसी सभी गतिविधियों के खिलाफ खड़ा है जो हिंसा को बढ़ावा देती हैं।