देशवासियों को कोरोना महामारी के बचाने के लिए लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाने का फैसला किया है, लेकिन मुंबई में सैकड़ों प्रवासी मजदूर इसके खिलाफ सड़कों पर आ गए। मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर सैकड़ों मजदूर जमा हो गए और प्रदर्शन करने लगे। मीडिया खबरों के मुताबिक ये मजदूर अपने-अपने राज्य में वापस जाना चाहते हैं, क्योंकि महाराष्ट्र सरकार इन्हें मदद पहुंचाने में नाकाम रही है। टाइम्स नाउ चैनल के साथ बात करते हुए कांग्रेस के स्थानीय विधायक जीशान सिद्दीकी ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार Migrant workers को मदद पहुंचाने में नाकाम रही है और इसी कारण प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतरे आए हैं।
.@INCIndia MLA @zeeshan_iyc exposes Maha Vikas Aghadi Govt.
Govt has not provided any food to the migrant workers, we had to provide it on our own: Zeeshan Siddique.
Details by TIMES NOW's Aruneel & Kajal. | #MumbaiMigrantMystery pic.twitter.com/wxWICCMdFP
— TIMES NOW (@TimesNow) April 14, 2020
प्रदर्शन की खबर के बाद महाराष्ट्र सरकार ने प्रवासी मजदूरों को मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया है। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि हम मजदूरों के खाने पीने की व्यवस्था कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने प्रवासी मजदूरों को समझाने का प्रयास किया और वे मान गए हैं।
गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार है। सरकार में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी शामिल हैं। लॉकडाउन के समय महाराष्ट्र सरकार प्रवासी मजदूरों को मदद पहुंचाने में नाकाम रही है और यही कारण है कि आज ये लोग सड़क पर उतर गए।
कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र
कोरोना से महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मंगलवार को 121 नए मामले सामने आए। राज्य में मरीजों की संख्या 2455 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 121 मामलों में से मुंबई से 92, नवी मुंबई से 13, ठाणे से 10 और वसई-विरार (पालघर जिले में) से 5 और एक रायगढ़ से है। उधर, मुंबई के धारावी में आज दो और मौतें हुईं। इसके साथ राज्य में मरने वालों का आंकड़ा 162 तक पहुंच गया है।