प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी का तेजी से विस्तार हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार की नीतियों के साथ ही बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत का परिणाम है कि बीजेपी देश के हर राज्य में अपनी प्रभावी उपस्थित दर्ज कराने में सफल हो रही है। इसी क्रम में बीजेपी को तमिलनाडु के स्थानीय निकाय चुनाव में बड़ी सफलता मिली है। बीजेपी के नतीजों ने लोगों को चौंका के रख दिया है। बीजेपी राज्य में कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए द्रमुक और अन्नाद्रमुक के बाद तीसरी बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। हालांकि बीजेपी की सीटों की संख्या कम है, लेकिन बढ़ते वोट प्रतिशत ने पार्टी के हौसले को चौगुना बढ़ा दिया है।
Just a few days back Rahul Gandhi held out a prophecy in Parliament that the BJP will never rule Tamilnadu. I hope ULB elections have disabused him of such notions. BJP is now the 3rd largest party after DMK and AIADMK, ahead of the Congress. BJP won in areas it hadn’t won ever!
— Amit Malviya (@amitmalviya) February 23, 2022
जिस तरह से बीजेपी का ग्राफ बढ़ रहा है, उससे भविष्य में तमिलनाडु की राजनीति में सबसे बड़ी ताकत बनने का संकेत मिल रहा है। अब पार्टी के नेता कमजोर इलाकों में भी बीजेपी की जीत का दावा करने लगे हैं। अकेले चुनाव लड़ने वाली बीजेपी ने नगर निगम में 22, नगरपालिकाओं में 56 और नगर पंचायतों में 230 सीट हासिल कीं। बीजेपी इसे जीत मानकर चल रही है, क्योंकि बीजेपी ने 2011 के अपने 272 सीटों के प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया है। शहरी स्थानीय निकायों के चुनावों में 2012 की तुलना में बीजेपी का वोट प्रतिशत बढ़ा है। 2011 में पार्टी की नगर पंचायतों में 2.2 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी, जो 2022 में बढ़कर 3.01 प्रतिशत हो गई है। नगर पालिकाओं में 2011 में इसकी सीट हिस्सेदारी 1 प्रतिशत थी अब यह बढ़कर 1.45 प्रतिशत हो गई है।
तमिलनाडु प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई ने कहा कि बीजेपी को बड़ी जीत मिली है, राज्य के हर नुक्कड़ पर कमल खिल रहे हैं। मैं उन नेताओं को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने हमारे उम्मीदवारों की जीत के लिए कड़ी मेहनत की। हमें जो वोट प्रतिशत मिला, वह खुश करने वाला है। गौरतलब है कि करीब एक दशक से अधिक समय के बाद तमिलनाडु में 21 निगमों, 138 नगर पालिकाओं और 490 नगर पंचायतों में 12,607 पदों के लिए शनिवार (19 फरवरी, 2022) को शहरी स्थानीय निकाय चुनाव हुए थे।
तमिलनाडु में भाजपा तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। मैं उन नेताओं को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने हमारे उम्मीदवारों की जीत के लिए कड़ी मेहनत की। हालांकि हम नहीं जीते, लेकिन हमें मिला वोट प्रतिशत से हम खुश हैं: तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई #UrbanLocalBodyElection pic.twitter.com/ws5TWDyA2j
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 22, 2022
तमिलनाडु में बीजेपी का तेजी से विस्तार
बीजेपी ने 28 जिलों की नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में अपनी पहुंच बढ़ाई है। बीजेपी उन क्षेत्रों में भी सीटें जीती हैं, जहां पहले अपनी उपस्थित दर्ज कराने में नाकाम रही थी। बीजेपी पहले यह केवल कन्याकुमारी जैसे पारंपरिक गढ़ों में थी। पार्टी ने उत्तरी जिलों जैसे अरियालुर, कृष्णागिरी, रानीपेट और वेल्लोर में भी जीत दर्ज की। इसने ग्रेटर चेन्नै कॉरपोरेशन में अपना खाता ऊषा आनंदन के साथ खोला। ऊषा 134 वें वार्ड में अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी को हराकर जीतीं।
तमिलनाडु की राजनीति में नया मोड़
पूर्व केंद्रीय मंत्री पोन राधाकृष्णन के मुताबिक यह बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण मोड़ है। तमिलनाडु की राजनीति में अब एक नया नजरिया आएगा। पार्टी ने 2001 के स्थानीय निकाय चुनावों में डीएमके गठबंधन में चुनाव लड़ा था। उसके बाद 2006 और 2011 के बाद बीजेपी अकेले चुनाव लड़ी। 2022 में बीजेपी अकेले चुनाव लड़ कर उन इलाकों में भी जीत हासिल करने में सफल रही, जहां उसकी उपस्थिति कम थी।