Home समाचार फ्री की रेवड़ी के लालच में आकर वोट देने वालों के लिए...

फ्री की रेवड़ी के लालच में आकर वोट देने वालों के लिए सबक! हिमाचल में कांग्रेस की सरकार अब संसाधन होने पर महिलाओं को देगी 1500 रुपये, अब पांच साल सब्र करें!

SHARE

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि रेवड़ी कल्चर देश के विकास के लिए बहुत खतरनाक है। उन्होंने देशवासियों से रेवड़ी कल्चर से सावधान रहने की बात कही थी क्योंकि ये देश के लिए घातक है। पीएम मोदी ने कहा था कि हमारे बुजुर्गों ने कहा था कि आमदनी अठन्नी खर्चा रूपैया वाली नीति सही नहीं है। आमदनी से ज्यादा खर्च करने पर आम आदमी हो या सरकार कर्ज के बोझ तले दब जाती है। ऐसे में न तो व्यक्ति का विकास हो सकता है और न ही सरकारें लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए विकास कार्य करवा सकती हैं। लेकिन कभी-कभी देशवासी इस रेवड़ी कल्चर के झांसे में आ जाते हैं और इसका नुकसान देश को भुगतना पड़ता है। करदाता के पैसे का उपयोग जहां विकास के कार्यों में होना चाहिए वह मुफ्त की रेवड़ी बांटने में चला जाता है। अभी हाल ही में हिमाचल प्रदेश में विधानसभा के चुनाव हुए तो वहां कांग्रेस पार्टी ने इस तरह के रेवड़ी बांटने वाली घोषणाएं की। कांग्रेस ने पुरानी पेंशन योजना को लागू करने, 1 लाख नौकरियां देने और महिलाओं को 1,500 रुपये देने का न जाने क्या-क्या वादा किया। लोग भी मुफ्त के झांसे में आ गए और कांग्रेस की सरकार बन गई। अब लोग मुफ्त की योजनाओं की मांग कर रहे हैं तो कांग्रेस की सरकार बगले झांक रही है, क्योंकि खजाने में उतना पैसा ही नहीं है। अब हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कह रहे हैं- ”हमने कोई एक महीने का वादा नहीं किया है। हमने पांच साल का वादा किया है। हमारी गारंटी योजना पांच साल की है। संसाधन बढ़ने पर ही 18 से 60 साल की महिलाओं को 1500 रुपये दिए जाएंगे।” अब इससे आप समझ सकते हैं कि कांग्रेस पार्टी और आम आदमी पार्टी का चरित्र क्या है। इससे उनके रेवड़ी कल्चर की हकीकत भी सामने आती है।

संसाधन बढ़ने पर महिलाओं को 1500 रुपये देंगेः सुखविंदर सुक्खू

इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने शपथ ग्रहण समारोह के बाद कहा, “हम जनता की उम्मीदों और किए गए वादों को पूरा करेंगे। हम इसे पहली कैबिनेट बैठक में करेंगे। कर्मचारियों के लिए ओ.पी.एस., महिलाओं के लिए 1500 रुपये, एक लाख नौकरियां, प्रियंका गांधी जी ने जो घोषणाएं की हैं, ये सब लागू हो जाएगा।” वहीं एक अन्य वीडियो में सीएम सुक्खू ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान कहा, “हमने वादा किया था, इसलिए हमें व्यवस्था करनी होगी। वर्तमान में, हम 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी पुरुषों और महिलाओं को 1500 रुपये दे रहे हैं। अब, हमें करना होगा।” 18 से 60 साल की महिलाओं को दें और हम उस दिशा में सोच रहे हैं। हमने एक महीने में इसे पूरा करने का वादा नहीं किया है। हमने पांच साल के लिए वादा किया है और हमारी गारंटी योजना पांच साल के लिए है। हमारे संसाधन बढ़ रहे हैं और फिर हम उन्हें 1500 रुपये दे सकते हैं।”

सुक्खू ने कहा- हमारी गारंटी योजना पांच साल की है

चुनाव से पहले कांग्रेस ने कहा था कि सरकार बनने पर पहली कैबिनेट की बैठक में पुरानी पेंशन योजना, 1 लाख नौकरियां, महिलाओं को 1,500 रुपये देने का जो वादा किया गया है उसे हम लागू करेंगे। सरकार बन जाने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, ”हमने कोई एक महीने का वादा नहीं किया है। हमने पांच साल का वादा किया है। हमारी गारंटी योजना पांच साल की है। संसाधन बढ़ने पर ही 18 से 60 साल की महिलाओं को 1500 रुपये दिए जाएंगे।”

कांग्रेस पार्टी अब कह रही, हमने कोई एक महीने में देने का वादा नहीं किया

अब इस मुद्दे पर सोशल मीडिया पर भी लोग अपनी बातें रख रहे हैं। एक यूजर ने लिखा- हिमाचल वाले राजस्थान वासियों की तरह फिर ठग लिये गये। जो वेतन 1 को मिलता था वो भी अब सबको अलग अलग तारीख को मिलेगा। 1500 रुपये महिलाओं को देने का वादा किया था वो तो तब दिया जायेगा जब संसाधन होंगे। खुद की बनाई डिस का स्वाद भी नही लेने देगी यह कोंग्रेस। एक अन्य यूजर ने लिखा- कांग्रेस ने हमेशा की तरह हिमाचल की महिलाओं को भी धोखा दे दिया। 1500/– रु. प्र.म. देने का वादा करके वोट तो ले लिए लेकिन अब अपने चरित्र के अनुसार वादे से मुकर रही है। कह रही है हमने कोई एक महीने में वादा नहीं किया है, हमने 5 साल का वादा किया है। संसाधन बढ़ने पर ही रुपये मिलेंगे। एक अन्य यूजर ने लिखा-हिमाचल कांग्रेस ने वादा किया था सरकार बनने पर सभी महिलाओ को ₹1500 रुपये महीना देगी। अब बोल रही है 60 साल से ऊपर की महिलाओं को देगी वो भी तब जब सरकार के खजाने में बढ़ोतरी होगी। अभी 5 साल है सब्र कीजिए। गोलमाल है भाई सब गोलमाल है।

कांग्रेस पार्टी एक सप्ताह में वादे से पलटी

एक यूजर ने लिखा- हिमाचल प्रदेश वालों, 500 का सिलेंडर, 300 यूनिट फ्री बिजली, 70रु का लीटर पेट्रोल, 60 रु लीटर डीजल, हर एक महिलाओं के खातों में 1500 रुपये महीना लेना ना भूलें कांग्रेस पार्टी से। जिस राज्य में 97% हिंदू हो वहां हमने हिंदुत्व की विचारधारा को हराया है। हिन्दू हमेशा से मूर्ख ही रहा है। एक अन्य यूजर ने लिखा- देना किसको है,,,बस झूठ तो बोलना है,,,जैसा तुम ने किसानों की कर्ज माफी का बोला,,,हिमाचल में अभी प्रियंका ने 1500 रुपये देने का बोला,,,सुक्खू पलट गये एक सप्ताह में।

जनता को गुमराह कर सत्ता में आई कांग्रेस अब वादों से मुकर रहीः जयराम ठाकुर

बीजेपी नेता और हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस की नई सरकार पर चुनावी वादों से पलटने का आरोप लगाया है. सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने पहली कैबिनेट बैठक में या सत्ता में आने के 10 दिन बाद वादा पूरा करने का वादा किया था, अब मुख्यमंत्री खुद कह रहे हैं कि चुनावी वादे कभी भी पूरे किए जाएंगे। अगले पांच वर्षों में। जनता को गुमराह कर सत्ता में आई कांग्रेस अब अपने वादों से मुकरने लगी है। उन्होंने गारंटी दी थी कि वह 10 दिन में वादे पूरे करेंगे, लेकिन अब मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि वह गारंटियों को कभी भी पूरा करेंगे। पांच साल में ऐसा लगता है कि कैबिनेट का गठन भी पांच साल बाद चुनाव से ठीक पहले होगा।’

गुजरात की जनता ने रेवड़ी कल्चर को नकारा

गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद एक बात साबित हो गई कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की फ्री रेवड़ी को गुजरात की जनता ने नकार दिया है। गुजरात जिस समृद्धि के लिए जाना जाता है वह खून-पसीने की मेहनत से आता है, इसे गुजरात की जनता बखूबी समझती है। गुजरात के लोगों को रेवड़ी का झांसा देकर सरकार बनाने की मंशा पाले केजरीवाल के अरमानों पर जनता ने पानी फेर दिया। केजरीवाल ने अपने सीएम उम्मीदवार इसुदान गढ़वी, प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया और अल्पेश कथीरिया के जीतने का दावा किया था और इस बारे में लिखकर दिया था कि वे भारी मार्जिन से जीतेंगे। ये तीनों उम्मीदवार जीत तो नहीं सके लेकिन भारी मार्जिन से हारने का रिकार्ड जरूर बनाया। केजरीवाल ने गुजरात चुनाव जीतने के लिए क्या-क्या जतन नहीं किए। फ्री की रेवड़ी और पीएम मोदी को अपशब्द कहने से लेकर रुपये पर लक्ष्मी-गणेश की फोटो की मांग वाली चाल भी चली, लेकिन गुजरात की जनता ने उनकी मंशा को भांप लिया और चाल में नहीं फंसी। यह बात चुनाव प्रचार के दौरान ही साफ हो गई थी जब कई टीवी चैनलों ने आम लोगों से बातचीत करते हुए फ्री बिजली-पानी के बावत पूछा तो जनता ने साफ कर दिया था कि उन्हें फ्री का कुछ नहीं चाहिए। गुजरात में 27 सालों के शासन के बाद बीजेपी का विराट प्रदर्शन देश के चुनाव इतिहास का सबसे अनूठा चुनाव है जो राजनीतिक शोध का सालों तक दिलचस्प विषय बनेगा।

Leave a Reply