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केजरीवाल पंजाब रैली के लिए 400 करोड़ के लग्जरी प्लेन से बठिंडा पहुंचे, हेलिकॉप्टर से रैली स्थल पहुंचे

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पंजाब के बठिंडा की मोर मंडी के पास 18 दिसंबर को आम आदमी पार्टी की ओर से विकास क्रांति रैली का आयोजन किया गया। इस प्रमुख रैली को पंजाब के मुख्‍यमंत्री भगवंत मान और आप के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने संबोधित किया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि खुद को आम आदमी कहने वाले अरविंद केजरीवाल ने सिर्फ एक रैली में शामिल होने के लिए 400 करोड़ रुपये के लग्जरी विमान में यात्रा की? क्या आप जानते हैं कि उन्होंने 35 किलोमीटर की दूरी कार से नहीं, बल्कि हेलिकॉप्टर से तय की। केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं लेकिन दिल्ली सरकार ने उनके प्राइवेट जेट के लिए कभी भुगतान नहीं किया। इसका भुगतान पंजाब के खजाने से किया गया। जब से पंजाब में भगवंत मान की सरकार बनी है तब से केजरीवाल ने घरेलू विमान में सफर नहीं किया है। वे लग्जरी विमान से ही सफर कर रहे हैं और इसका खर्च पंजाब सरकार के खजाने से किया जा रहा है।

केजरीवाल को लेने बठिंडा हवाई अड्डे पहुंचे भगवंत मान, पंजाब के पैसे की बर्बादी
सामाजिक कार्यकर्ता एवं आरटीआई एक्टिविस्ट @ManikGoyal_ ने सोशल मीडिया पर केजरीवाल से संबंधित महत्वपूर्ण खुलासा किया है। 17 दिसंबर को आम आदमी पार्टी की रैली में जाने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान वीटीपीएसजी कोड वाले पंजाब सरकार के बेल हेलिकॉप्टर से बठिंडा एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए। रैली मोर मंडी के पास थी लेकिन वे वहां नहीं गए। रैली स्थल बठिंडा हवाई अड्डे (बीयूपी) से लगभग 35 किलोमीटर दूर था। लेकिन भगवंत मान हवाईअड्डे पर गए क्योंकि हवाईअड्डे पर अरविंद केजरीवाल उनका इंतजार कर रहे थे। कोऑर्डिनेटेड यूनिवर्सल टाइम (UTC) के साथ फ्लाइट रडार के वास्तविक समय के माध्यम से इसे आप नीचे देख सकते हैं।

केजरीवाल 35 किलोमीटर भी कार से यात्रा नहीं करते, हेलिकॉप्टर से गए
करीब 1 घंटे बाद दोनों अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान मोर मंडी के पास रैली स्थल के लिए रवाना हुए, जो हवाई अड्डे से लगभग 35 किलोमीटर दूर था। यानि खुद को आम आदमी कहने वाले केजरीवाल 35 किलोमीटर कार से नहीं गए। अब वे सड़क मार्ग से महज 35 किलोमीटर की यात्रा करना भी पसंद नहीं करते। भगवंत मान विशेष तौर पर केजरीवाल को लेने के लिए हेलिकॉप्टर से पहुंचे। (नोट: रडार वीडियो में दिखाया गया समय कोऑर्डिनेटेड यूनिवर्सल टाइम (UTC) है; IST में हमारा समय इससे 5:30 घंटे आगे है। वीडियो 7:40 UTC दिखाता है, यानी यह लगभग 1:30 बजे था।)

भगवंत मान हेलिकॉप्टर से केजरीवाल को हवाई अड्डे छोड़ने गए
मोर रैली खत्म करने के बाद भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल बठिंडा हवाई अड्डे के लिए उसी बेल चॉपर पर रवाना हुए, जो लगभग 35 किलोमीटर आगे था। भगवंत मान खास तौर पर अरविंद केजरीवाल को बीटीआई हवाई अड्डे छोड़ने गए। अब सवाल यह कि एयरपोर्ट क्यों गए केजरीवाल? क्या उन्होंने इकोनॉमी क्लास के टिकट से यात्रा की, जैसा कि AAP पीआर प्रचारित करता है? तो जवाब है नहीं, पंजाब सरकार बनने के बाद वे लग्जरी विमान में ही सफर करते हैं।

केजरीवाल पंजाब रैली के लिए 400 करोड़ के लग्जरी प्लेन से बठिंडा पहुंचे
केजरीवाल के एयरपोर्ट पहुंचने के कुछ देर बाद यह देखने में आता है कि एक सुपर लग्जरी प्लेन डसॉल्ट फाल्कन 2000 LX दिल्ली की ओर उड़ान भरने लगा। इसका डेटा सिग्नल आंशिक रूप से छिपा हुआ था, लेकिन मार्ग और विमान मॉडल को देखा जा सकता है। इस हवाई अड्डे से लग्जरी प्लेन का उड़ना सामान्य बात नहीं थी। इस छोटे से हवाई अड्डे पर आमतौर पर दिन में 2-3 किफायती उड़ानें होती हैं, इस नवीनतम और लक्जरी विमान को देखना असामान्य था। सामाजिक कार्यकर्ता मानिक गोयल ने लिखा, ”हमारे हवाई अड्डे के सूत्रों से हमें पता चला कि यह अरविंद केजरीवाल का विमान था, जो उसी सुपर लग्जरी प्लेन से दिल्ली से बठिंडा एयरपोर्ट आए। इस विमान की कीमत लगभग 400 करोड़ है और हमारे विमानन मित्रों ने हमें बताया कि इसका प्रति घंटे का किराया लगभग 10 लाख प्रति घंटे है। ”

केजरीवाल के लग्जरी विमान का खर्च पंजाब के खजाने से
भगवंत मान पंजाब सरकार के बेल चॉपर से चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए और अरविंद केजरीवाल लगभग 400 करोड़ के लग्जरी विमान से दिल्ली हवाई अड्डे पहुंचे, जिसका किराया लगभग 10 लाख प्रति घंटा था। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतनी रकम का भुगतान कौन कर रहा है, क्योंकि दिल्ली सरकार केजरीवाल के लग्जरी विमान का खर्च वहन नहीं कर रही है, क्योंकि वह पिछली पंजाब रैलियों और अन्य राज्य अभियानों में इसका नियमित उपयोग कर रहे हैं। इसका भुगतान कोई और नहीं बल्कि पंजाब के लोग, पंजाब के खजाने से किया जा रहा है।

लग्जरी विमान के लिए निविदा 24 अगस्त 2023 को जारी हुई
पंजाब सरकार ने लग्जरी विमान के लिए निविदा 24 अगस्त 2023 को जारी की थी। भगवंत मान सरकार ने जब इस लग्जरी फाल्कन के लिए निविदा जारी की थी, तब सामाजिक कार्यकर्ता मानिक गोयल ने इस पर आपत्ति जताते हुए ट्वीट किए थे और पंजाब पुलिस ने वह ट्वीट हटाने के लिए कहकर उनकी आवाज दबाने की कोशिश की थी, क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि यह मामला उजागर हो। नीचे समाचार और संलग्न निविदा दस्तावेज देखा जा सकता है।

चार्टर विमान जनवरी में लिया गया था किराए पर
इससे पहले पंजाब सरकार ने जनवरी 2023 में चार्टर विमान किराए पर लेने के लिए निविदा जारी किया था। पंजाब की मान सरकार अब आराम दायक हवाई यात्रा करेगी। इसके लिए राज्य सरकार के बेड़े में अब जल्द ही 8-10 सीटर फिक्स्ड विंग जेट एयरक्राफ्ट शामिल होने वाला है। मान सरकार ने इसके लिए विभिन्न एयर चार्टर सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों से आवेदन भी हासिल कर लिए हैं। चार्टर कंपनियों को पैनलबद्ध होने के लिए 27 जनवरी 2023 तक आवेदन भेजने थे। सूत्रों के अनुसार विमान के पायलट को सरकार की ओर से चार लाख रुपये मासिक वेतन और अन्य लाभ दिए जाएंगे।

पंजाब में सरकार बनने के बाद केजरीवाल ने लग्जरी विमान से ही यात्रा की
क्या आप जानते हैं कि केजरीवाल ने आखिरी बार अपनी यात्रा इकोनॉमी क्लास में कब यात्रा की थी? आरटीआई से जो खुलासा हुआ उसे जानकर आप चौंक जाएंगे। अरविंद केजरीवाल साल में लगभग 17 बार सार्वजनिक विमान यात्रा करते थे लेकिन मार्च 2022 को पंजाब सरकार बनने के बाद कभी भी सामान्य विमान का इस्तेमाल नहीं किया। वह अपनी सभी यात्राओं के लिए पंजाब के पैसे से वित्त पोषित लग्जरी जेट का उपयोग कर रहे हैं, जिसकी पंजाब में प्रति दिन लागत लगभग 70 लाख से 80 लाख है। आप नीचे ट्वीट में आरटीआई जानकारी देख सकते हैं।

केजरीवाल की 113 यात्राओं पर खर्च हुए 25 लाख रुपये से ज्यादा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 2015 से लेकर पंजाब में AAP की सरकार बनने तक यानि अप्रैल 2022 तक घरेलू विमान से 113 यात्राएं की। इन यात्राओं पर 25 लाख रुपये के ज्यादा खर्च किए गए लेकिन अप्रैल 2022 के बाद उन्होंने घरेलू विमान से यात्रा बंद कर दी। अब उनके लिए पंजाब सरकार की ओर लग्जरी विमान तैयार रहता है। जिसका भुगतान पंजाब की जनता के खून-पसीने की कमाई से किया जाता है।  

केजरीवाल की हर यात्रा में भवगंत मान की रही मौजदूगी
पंजाब में AAP सरकार के गठन के सिर्फ एक महीने बाद अरविंद केजरीवाल ने कभी घरेलू विमान का इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने अपनी सभी यात्राओं के लिए लगातार पंजाब के लग्जरी प्राइवेट जेट का इस्तेमाल किया। पंजाब के करदाताओं के पैसे से निजी जेट किराए पर लिया गया। अब चूंकि विमान पंजाब सरकार ने लिया तो इसकी वजह से केजरीवाल की हर यात्रा में भवगंत मान की मौजदूगी भी रही। कई बार जरूरी नहीं होने पर भी दिल्ली के मुख्यमंत्री के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री की अनावश्यक उपस्थिति होती है। पंजाब पहले से ही भारी कर्ज में डूबा हुआ था और AAP सरकार की वजह से इतने कम समय में सरकार पर 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नया कर्ज चढ़ गया है। वे इन लक्जरी जेट और विज्ञापनों पर पैसा बर्बाद कर रहे हैं।

पंजाब की जनता का करोड़ों पैसा बर्बाद कर रही भगवंत मान सरकार
भगवंत मान जब से पंजाब के मुख्यमंत्री बने हैं, विज्ञापन अभियानों और लक्जरी जेट विमानों के वित्तपोषण पर पंजाब की जनता का करोड़ों पैसा बर्बाद कर रही है। मोर मंडी के पास AAP की रैली के लिए प्रशासन की ओर से ही सभी प्रबंध मुकम्मल किए गए। नेताओं के लिए बड़ी स्टेज के अलावा 50 हजार लोगों के बैठने के लिए वाटर प्रूफ टेंट लगाया गया। रैली में करीब दो हजार पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया।

दो दर्जन गाड़ियों के काफिले संग चलती हैं भगवंत मान की पत्नी
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान इन दिनों चर्चा में हैं। चर्चा का मुद्दा सीएम का परिवार है। पिछले दिनों भगवंत मान की बेटी सीरत कौर ने वीडियो जारी कर बताया था कि उनके पिता की पत्नी गर्भवती है। इसके साथ ही उसने बताया कि भगवंत मान शराब पीकर गुरुद्वारा जाते हैं। अब सोशल मीडिया पर भगवंत मान की पत्नी गुरप्रीत कौर के काफिले का वीडियो शेयर किया गया है। इस काफिले में करीब दो दर्जन गाड़ियां हैं। वीडियो को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं कि जो पार्टी खुद को आप आदमी की पार्टी कहती है और अपनी सरकार को आम आदमी की सरकार बताती है उसके सीएम की पत्नी किस तरह बड़े लाव लश्कर के साथ चलती है। वीडियो देखकर आपको लग सकता है कि काफिला प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या किसी केंद्रीय मंत्री का होगा, लेकिन यह काफिला पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की पत्नी गुरप्रीत कौर का है। गुरप्रीत कौर न कोई चुनी हुईं जनप्रतिनिधी हैं और न कोई संवैधानिक पद पर हैं। क्या आम आदमी की सरकार ऐसी होती है?

पंजाब ने डेढ़ साल में लिया 47 हजार करोड़ लोन
पंजाब सरकार ने डेढ़ साल में 47 हजार करोड़ लोन लिया। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले डेढ़ साल के दौरान 47109 करोड़ रुपए का ऋण उठाया है, जिसमें वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान उठाए गए 32,448 करोड़ रुपए और 1 अप्रैल, 2023 से 31 अगस्त तक 14661 करोड़ रुपए के ऋण शामिल हैं। चीमा ने बताया कि कुल ऋण में से राज्य सरकार द्वारा लिए ऋण के ब्याज के तौर पर 27 हजार करोड़ रुपए अदा किये गए हैं। उन्होंने कहा कि पूंजीगत खर्चों पर 10,208 करोड़ रुपए ख़र्च किए गए।  

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