कुवैत में काम करने वाले भारतीय श्रमिकों को बड़ी राहत मिली है। मोदी सरकार के प्रयास से भारत और कुवैत ने एक सहमति पत्र पर दस्तखत किया है, जिसके तहत इस खाड़ी देश में काम करने वाले भारतीय घरेलू कामगारों को कानून के दायरे में लाया जाएगा। इसके अलावा उन्हें कानूनी संरक्षण भी मिलेगा। इस सहमति पत्र पर भारतीय राजदूत सिबी जार्ज और कुवैत के उप विदेश मंत्री माजदी अहमद अल-दारिफी ने दस्तखत किया। इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके कुवैती समकक्ष शेख अहमद नासेर अल-मुहम्मद अल-सबाह भी मौजूद थे।
Welcomed the openness to address the issues of Indian community in Kuwait. Witnessed signing of a MoU that will give our workers greater legal protection.
Launched the celebration of 60th anniversary of our ties. pic.twitter.com/xaKDm7H35T
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 10, 2021
कुवैत के विदेश मंत्री शेख अहमद नासेर अल-मुहम्मद अल-सबाह ने भारत के साथ अपने देश के गहरे संबंधों की सराहना की और कहा कि ये द्विपक्षीय संबंध हमेशा ही आगे बढ़ते रहे हैं। उन्होंने दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के 60 साल पूरे होने की पृष्ठभूमि में यह बात कही। कुवैत के विदेश मंत्री ने अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से यहां मुलाकात की। जयशंकर विदेश मंत्री के तौर पर अपनी पहली कुवैत यात्रा पर गुरुवार को आए थे।
Productive discussions with FM @anmas71 of Kuwait. Aimed at taking forward our traditional friendship. Appreciate the presence of Commerce Minister Dr. Abdullah Issa Al-Salman in the talks. pic.twitter.com/nFTf8GMhON
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 10, 2021
जयशंकर ने बृहस्पितवार को कुवैत प्रधानमंत्री शेख सबा खालिद अल-हमाद अल-सबा से मुलाकात की। उस दौरान उन्होंने उन्हें कुवैत के अमीर शेख नवाफ अल-अहमद अल-जाबिर अल-सबा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भेजा गया निजी पत्र सौंपा।
Called on PM HH Sheikh Sabah Khaled Al-Hamad Al-Sabah. Conveyed our felicitations on the 60th anniversary of diplomatic relations.Appreciated his commitment to taking our partnership to higher levels.Our historical ties have been reinforced through our joint fight against COVID19 pic.twitter.com/4t0UUi4wiA
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 10, 2021
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खाड़ी देशों में भारत के राजदूतों के साथ बैठक की और क्षेत्र के लिए विमान सेवा जल्द से जल्द बहाल करने और कोविड-19 के व्यवधान के कारण अलग हुए परिवारों को फिर से मिलाने की व्यवस्था करने समेत कई मुद्दों पर चर्चा की। जयशंकर ने कुवैत में भारतीय दूतावास में अन्य राजदूतों की मौजूदगी में महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा का अनावरण किया। विदेश मंत्री ने ट्वीट किया, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ईरान, कुवैत, ओमान, कतर और बहरीन में भारतीय राजदूतों से सार्थक बैठक की अगुआई की।
Chaired a fruitful meeting of Indian Ambassadors in Saudi Arabia, UAE, Iran, Kuwait, Oman, Qatar and Bahrain today. Discussions focused on:
1. Ensuring utmost welfare of the Indian community in respective jurisdictions. pic.twitter.com/LvfoPACso5
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 10, 2021
सहमति पत्र के अनुसार, एक तंत्र की स्थापना की जाएगी, जो घरेलू कामगारों को 24 घंटे मदद मुहैया कराएगा। इसमें आवधिक समीक्षा और मूल्यांकन के लिए एक संयुक्त समिति के गठन की बात कही गई है, जो सहमति पत्र के कार्यान्वयन को लेकर वार्षिक बैठकें आयोजित करेगी। विदेश मंत्री जयशंकर ने एक संग्रहालय में कुवैत के व्यापार इतिहास और समुद्री परंपराओं की झलक देखी। भारत के साथ सहयोग की जो नींव वर्षों पहले रखी गई थी, उसे अब और मजबूत किया जा रहा है।
Glimpses of Kuwait’s trade history and maritime traditions in their Museum. The foundation of a partnership with India that is now being renewed. pic.twitter.com/hqvSDF4BjY
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 11, 2021
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कुवैत में चिंतित प्रवासी भारतीयों को आश्वासन दिया कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर कम हो रही है और सरकार ने महामारी को रोकने के लिए मुश्किल दिख रहे कार्य को संभव कर दिखाया। गौरतलब है कि कुवैत में 10 लाख से ज्यादा भारतीय रहते हैं। भारत कुवैत के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक है और कुवैत भारत के लिए तेल का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है।
2. Facilitating reuniting of families separated by Covid disruption.
3. Interceding for early return of Indian talent and skills who left the Gulf during the pandemic.
4. Encouraging speedy resumption of flights to Gulf destinations to help NRIs.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 10, 2021