Home समाचार ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत भारतीय नागरिकों और छात्रों का रेस्क्यू जारी, चीनी...

‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत भारतीय नागरिकों और छात्रों का रेस्क्यू जारी, चीनी छात्र ने मांगी भारत से मदद

SHARE

रूस और यूक्रेन के बीच पांच दिनों से जारी जंग की वजह से यूक्रेन में 15 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। मोदी सरकार इन छात्रों की वतन वापसी के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ चला रही है। इसके तहत अब तक एयर इंडिया की फ्लाइट से 1400 से अधिक भारतीय नागरिकों और छात्रों को वापस लाया जा चुका है। वहींं चीन और नाइजीरिया के अलावा कई अन्य देशों के छात्र भी फंसे हुए हैं। उन्हें अपने देश से कोई मदद नहीं मिल रही है। वो अपनी सरकार पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। 

चीनी छात्र ने भारत से मांगी मदद

पियानों सीखने यूक्रेन के कीव गया चीन का एक छात्र अपने देश वापस लौटना चाहता है, लेकिन उसका यूक्रेन से निकलना मुश्किल हो रहा है। उसने बताया कि अभी तक चीन के दूतावास से कोई मदद नहीं मिल पाई है। दूतावास उन्हें निकालने के लिए अभी तैयारी कर रहा है। छात्र ने कहा कि भारत अपने नागरिकों को पोलैंड, रोमानिया और हंगरी ले जा रहा है। खराब होते हालात के बीच चीनी छात्र जल्द वहां से निकलने के लिए भारत से मदद मांगी है। 

छात्रों के रेस्क्यू के लिए चार केंद्रीय मंत्रियों की तैनाती 

यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को हवाई रास्ते के अलावा रेल रूट और सड़क मार्ग से भी निकालने का प्रयास हो रहा है। भारत ने चार मंत्रियों हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल वीके सिंह को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेज दिया है। इनमें हरदीप सिंह पुरी हंगरी, वीके सिंह पोलैंड, किरेन रिजिजू स्लोवाकिया और सिंधिया रोमानिया गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी को आश्वस्त किया कि यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की सुरक्षा और उन सभी की सुरक्षित निकासी सरकार की पहली प्राथमिकता है।

यूक्रेन के पड़ोसी देशों की मदद रेस्क्यू का प्रयास जारी

विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने कहा है कि रेल मार्ग का उपयोग करके हंगरी और स्लोवाकिया की सीमा के पास, उज़होरोड के आसपास फंसे लोगों को निकालने का विकल्प तलाशा जा रहा है। इन्हें रेल रूट के जरिए बुडापेस्ट तक लाया जाएगा। विदेश मंत्रालय ने रेस्क्यू अभियान को ऑपरेशन ‘गंगा’ नाम दिया है और इसके लिए एक समर्पित हेल्पलाइन और ट्विटर हैंडल भी बनाया है।

Leave a Reply