प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नेतृत्व में उनकी सरकार जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता खत्म करने और पर्यावरण संरक्षण के लिए हरित ऊर्जा के उत्पादन और उसके उपभोग पर जोर दे रही है। इसके तहत हाइड्रोजन और जैव ईंधन को बढ़ावा देने सहित कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए कई कदम उठाये गए हैं। इस दिशा में एक और बड़ी पहल होने जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी 6 फरवरी को बेंगलुरु के इंटरनेशनल एक्जीबिशन सेंटर (बीआईईसी) में तीन दिवसीय ‘इंडिया एनर्जी वीक’ का उद्घाटन करेंगे। इसमें 34 देशों के ऊर्जा मंत्रियों, ऊर्जा कंपनियों के सीईओ, विशेषज्ञों और प्रतिनिधियों के पैनलों द्वारा ग्रीन ऊर्जा क्षेत्र के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा और विचार-विमर्श किया जाएगा।
फेडरेशन ऑफ इंडियन पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के बैनर तले 6-8 फरवरी 2023 तक हो रहे इस आयोजन में चीन, रूस समेत 34 देशों के ऊर्जा मंत्री और राष्ट्राध्यक्ष, ऊर्जा क्षेत्र के विशेषज्ञ, ऊर्जा क्षेत्र की 650 अग्रणी कंपनियों के सीईओ के साथ 8 हजार प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी भी एक पूर्ण बैठक में भाग लेंगे और ऊर्जा कंपनियों के सीईओ के साथ एक गोलमेज बैठक करेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री कई घोषणाएं कर सकते हैं, जिनमें 2025 तक E20 नामक पहल के तहत इथोनॉल के उपयोग को 20 प्रतिशत तक बढ़ाने और लाखों प्लास्टिक की बोतलों को रिसाइकिल करके कपड़े का उत्पादन करने से संबंधित पहल शामिल है। इसके साथ ही ग्रीन हाइड्रोजन मोबिलिटी रैली का उद्धाटन भी करेंगे।
PM Modi to inaugurate India Energy Week in Bengaluru on February 6. It will have more than 650 exhibitors, 34 ministers from across world. It is for the first time India is organising such event, a record number of CEOs from top energy companies participating: Sources
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— ANI (@ANI) February 3, 2023
सूत्रों के मुताबिक, ‘इंडिया एनर्जी वीक’ में एक ग्लोबल बायो फ्यूल एलाइंस शुरू किया जाएगा। इसमें अमेरिका, रूस, चीन और ब्राजील जैसे देशों को भी न्यौता भेजा जा रहा है। भारत की यह पहल ज्यादा से ज्यादा देशों को ग्रीन एनर्जी पर फोकस करने के लिए प्रेशर ग्रुप के रूप में काम करेगी। दरअसल ‘इंडिया एनर्जी वीक’ जी20 अध्यक्षता में होने वाला पहला बड़ा आयोजन है। दुनिया के देशों में आने वाले समय में भारत ऊर्जा की खपत और उत्पादन में अग्रणी बनने की ओर लगातार अग्रसर है, अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के मुताबिक दुनिया में भारत हरित ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। 2030 तक इस क्षेत्र में दुनिया की कुल ग्रोथ का 25 प्रतिशथ भारत से होगा।
प्रधानमंत्री मोदी 13 राज्यों में 100 पेट्रोल पंपों के साथ भारत के E20 मिशन का शुभारंभ करेंगे। इसमें बीस प्रतिशत इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल बेचा जाएगा। E20 ईंधन 20 प्रतिशत इथेनॉल और 80 प्रतिशत पेट्रोल का मिश्रण है। यह एक बड़ा कदम है क्योंकि अब तक पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण 5 प्रतिशत था। सरकार के प्रयासों से इथेनॉल की उपलब्धता और उत्पादन लगातार बढ़ रहा है। सरकार 2030 के बजाय 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल के रुप में इस्तेमाल के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
इंडिया एनर्जी वीक के दौरान, प्रधान मंत्री मोदी एक नई परियोजना की भी घोषणा करेंगे जिसके तहत बेकार प्लास्टिक की बोतलों का उपयोग करके कपड़े के लिए फाइबर बनाया जाएगा। इस तकनीक के उपयोग से कपड़ों के उत्पादन के लिए ऊर्जा में 59% और कार्बन फुटप्रिंट में 79% की कमी आएगी। करीब 10 लाख पीईटी बोतलों को रिसाइकिल कर उनसे कपड़े तैयार किए जाएंगे।
E20 ब्लेंडिंग के साथ ही लोगों में ग्रीन एनर्जी के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ग्रीन मोबिलिटी रैली को भी हरी झंडी दिखाएंगे। इस रैली में शामिल होने वाली गाड़ियों में E20, हाइड्रोजन फ्यूल, फ्लेक्स फ्यूल, सीएनजी की गाड़ियों को शामिल किया जाएगा। इस रैली में वैसी ही 2 पहिया, 3 पहिया और 4 व्हीलर गाड़ियां शामिल होंगी जो E20, E85, हाइड्रोजन से चलाई जाती हैं। करीब 23 किलोमीटर तक के इस रोड शो में कॉलेज के छात्रों को शामिल किया जायेगा, जो एक तरह से ग्रीन एनर्जी के लिए ब्रांड एंबेसडर का काम करेंगे।