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पूर्वोत्तर भारत में हवाई संपर्क बढ़ाने की बड़ी पहल, जो काम 70 साल में नहीं हुआ उसे मोदी सरकार ने बीते 7 साल में कर दिखाया

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि देश के हर राज्य का संतुलित और तीव्र विकास हो, ताकि देश आत्मनिर्भर बन सके। इस सपने को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी सत्तर साल से उपेक्षित पूर्वोतर भारत में विकास की नई कहानी गढ़ रहे हैं। पिछले सात वर्षों में पूर्वोत्तर के 8 राज्यों में जिस तरह का परिवर्तन हुआ है, वह अद्भुत है। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘लोकल फॉर वोकल’ और ‘लोकल फॉर ग्लोबल’ का मंत्र देकर इस क्षेत्र के विकास को गति दी है। वहां के प्राकृतिक सौंदर्य, आर्थिक और पर्यटन क्षमता को देश और दुनिया के पटल पर लाने की कोशिश हो रही है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने हीरा (HIRA) हाइवे, इन्लैन्ड वाटरवे, रेलवे और एयरवे के विकास पर जोर दिया है। इससे पूर्वोत्तर के राज्यों, शेष भारत और राजधानी दिल्ली के बीच की दूरी को खत्म करने में मदद मिली है।

मंगलवार (26 अक्टूबर, 2021) को क्षेत्रीय संपर्क योजना ‘उड़ान’ के तहत शिलांग और डिब्रूगढ़ के बीच पहली बार सीधी उड़ान सेवा की शुरुआत हुई। अब शिलांग और डिब्रूगढ़ के बीच की यात्रा 12 घंटे की जगह केवल 75 मिनट में पूरी की जा सकती है। इससे पहले 18 अक्टूबर,2021 को एलायंस एयर की उड़ान को हरी झंडी दिखाई गई, जो कोलकाता को गुवाहाटी, आइजोल और शिलांग सहित पूर्वोत्तर के शहरों से जोड़ती है। चार शहरों को एक उड़ान से जोड़कर पूरे पूर्वोत्तर भारत में निर्बाध संपर्क को बढ़ावा दिया गया है। वहीं मोदी सरकार ने चीन की सीमा से लगे अरुणाचल प्रदेश में 1,100 करोड़ रुपये से अधिक की अनुमानित लागत से बुनियादी ढांचे के विकास को मंजूरी दी है। इसमें 598 किलोमीटर लंबी सड़कें और 18 फुट के ट्रैक का निर्माण शामिल है।

मोदी सरकार में पूर्वोतर के विकास को मिली तेज रफ्तार

  • उड़ान योजना के तहत देश में 387 रूट चालू किए गए, जिनमें 100 रूट नार्थ-ईस्ट में है।
  • 2014 में पूर्वोत्तर में केवल 6 हवाई अड्डे चालू थे, अब उनकी संख्या बढ़कर 15 हो गई है।
  • पूर्वोत्तर क्षेत्र में 2 प्रमुख ग्रीनफील्ड हवाई संपर्क परियोजनाओं की शुरुआत की जा रही हैं।
  • 2016 में नरेन्द्र मोदी पूर्वोत्तर परिषद के अधिवेशन को संबोधित करने वाले पहले प्रधानमंत्री बने।
  • ब्रह्मपुत्र नदी पर बने बोगीबिल पुल से अरुणाचल और असम का सफर काफी आसान हो गया है।
  • ब्रह्मपुत्र नदी में पानी के भीतर 15.6 किलोमीटर लंबी रणनीतिक महत्व की सुरंग बनाई जाएगी।
  • पूर्वोत्तर के 8 राज्यों की राजधानियों में से 3 रेल नेटवर्क से जुड़ गईं, बाकी 5 को जोड़ा जा रहा है।
  • रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बीआरओ द्वारा निर्मित 12 सड़कों को देश को समर्पित किया।
  • ब्रह्मपुत्र नदी पर माजुली और निमाटी के बीच रो-पेक्स सेवा के तहत दो जहाज चलाए जा रहे हैं।
  • स्वदेश दर्शन योजना के तहत 1300 करोड़ रुपये की 16 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
  • अरुणाचल के पापुम पारे जिले में पूर्वोत्तर का पहला उत्कृष्टता केंद्र (जैव-संसाधन केंद्र) बन रहा है।
  • अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी व सैटेलाइट इमेजिंग के उपयोग से परियोजनाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है।
  • पीएम मोदी ने असम में भारत के सबसे बड़े पुल धुबरी-फूलबाड़ी (19.3 किमी) की नींव रखी।

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