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मासूम बच्चे, महिला और जवान की ‘कातिल’ गहलोत सरकार, राहुल-प्रियंका वाड्रा को नहीं दिख रहे बदतर हाल…दलित का मर्डर, अलवर में मॉब लिंचिंग, जयपुर में शिक्षिका को जिंदा जलाया…फिर भी चुप्पी?

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राजस्थान के बदतर होते जा रहे हालात से मुख्यमंत्री गहलोत तो उस बिल्ली की तरह आंखें मूंदे हैं, जो यह सोचती है कि उसे चोरी से दूध पीते कोई देख नहीं रहा है। लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से लेकर राहुल-प्रियंका वाड्रा तक को भी अपनी सरकार के ‘पाप’ दिखाई नहीं दे रहे हैं। जालौर में मटकी का पानी पीने पर मासूम दलित छात्र की निर्मम हत्या हो जाती है। अलवर में एक बार फिर वहशी दरिंदों द्वारा मॉब लिंचिंग की जाती है। भरतपुर में खनन माफिया के खिलाफ 551 दिन के अनशन की आवाज अनसुनी होने पर साधु आत्मदाह को मजबूर होते हैं। सीएम की नाक के नीचे जयपुर में मासूम के सामने उसकी शिक्षिका मां को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया जाता है। बेहद शर्मनाक और अफसोस की बात है कि इतनी सारी अक्षम्य घटनाओं के बावजूद कांग्रेस हाईकमान के मुंह से ‘उफ’ तक नहीं निकलती।

उदयपुर के तालिबानी मर्डर से लेकर जालौर में दलित बच्चे की हत्या तक सोनिया गांधी मौन
कांग्रेस हाईकमान ने तो तब भी होंठ सिले रखे थे, जबकि उदयपुर में हुए तालिबानी मर्डर ने देशभर को हिलाकर रख दिया था। बहुत ज्यादा दिन नहीं हुए, जबकि राजस्थान के शहर-दर-शहर में सांप्रदायिक दंगे हो रहे थे और कांग्रेस के अलंबरदार इस पर चुप्पी साधे रहे। उदयपुर के तालिबानी मर्डर से लेकर दंगों तक राज्य की इंटेलिजेंस एजेंसियों के फेल्योर को देखकर सहज ही जेहन में यह सवाल उपजता है कि क्या आलाकमान की जिम्मेदारी सिर्फ अपनी पसंद का मुख्यमंत्री लगाने भर की ही है? प्रदेश को सांप्रदायिक हिंसा की आग के हवाले करने कि खतरनाक साजिश हो या मासूम दलित बच्चे की हत्या। तालिबानी मर्डर हो या फिर मासूम दलित बच्चे की छुआछूत की वजह से हत्या। महिला को जिंदा जलाने का मामला हो या महिलाओं की अस्मत लूटने में नंबर-वन राज्य बनने का तमगा। दिल दहलाने वाले इतने सारे मामलों के बावजूद भी सरकार की कुंभकर्णी नींद न टूटे, तो सरकार के खिलाफ कार्रवाई करने की जिम्मेदारी किसकी है?सरकार की लगातार की विफलताओं पर आखिर कोई एक्शन क्यों नहीं ले रहा हाईकमान
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से लेकर राहुल-प्रियंका से यह तो पूछा ही जाना चाहिए कि करौली से लेकर उदयपुर तक घोर सरकारी विफलता के खिलाफ उन्होंने क्या एक्शन लिया? जयपुर में एक बार फिर सीरियल ब्लास्ट करने की साजिश करने वालों के साथी रियाज मोहम्मद तक उनकी कांग्रेस सरकार और उसका सिस्टम पहले क्यों नहीं पहुंच पाया? ब्रज क्षेत्र में साधु को आत्मदाह के मजबूर करने के कुसूरवारों को कब सजा मिलेगी ? आखिर कब तक दलितों पर लगातार अत्याचार की कहानियों राजस्थान की जनता सुनती रहेगी? आखिर कब तक महिलाओं को जिंदा जलाया जाता रहेगा और मुख्यमंत्री गुजरात में जाकर अपने पूर्व मंत्री रघु शर्मा के पूछते मिलेंगे कि कहां पर किसको जला दिया ?

आइये राजस्थान के ताजा हालातों पर एक नजर डालते हैं, जहां शहर दर शहर लोंगों में न सिर्फ बढ़ती घटनाओं और पुलिस का इकबाल खत्म होने से खौफ है, बल्कि कोई ठोस एक्शन न लेने और ऐसी घटनाओं को रोक पाने में विफल रहने के लिए सरकार के खिलाफ गुस्सा और आक्रोश है…

जालौर: नौ साल के मासूम इंद्र ने मटकी से पानी क्या पीया, दलित कहकर उसकी जान ही ले ली
राजस्थान के स्कूलों में बच्चों से मारपीट की घटनाएं सामने आती रहती हैं, लेकिन जालौर की घटना ने तो सारी हदें ही पार कर दीं। जालोर जिले में सरस्वती विद्या मंदिर के टीचर ने नौ साल के दलित छात्र इंद्र मेघवाल की पीट-पीटकर सिर्फ इसलिए ‘हत्या’ कर दी, क्योंकि छुआछूत के अंजान इस मासूम ने टीचर की मटकी से पानी पी लिया था। घटना के विरोध में प्रदेश के कई जिलों में प्रदर्शन हुए। कांग्रेस विधायक पानाचंद मेघवाल ने इस्तीफा दे दिया। पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने इसके लिए अपनी सरकार पर सवाल भी उठाए। पायलट ने तो लगे हाथ याद दिला दिया कि इससे पहले भी मार्च में पाली में मूंछ रखने को लेकर एक दलित व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। अब इंसाफ न मिलने से असंतुष्ट सीबीआई जांच की मांग भी कर रहे हैं, लेकिन इतनी बड़ी घटना को लेकर कांग्रेस हाईकमान की तरफ से न कोई बयान आया है और न ही मुख्यमंत्री से जवाबतलबी ही की गई है।

जयपुर: शिक्षिका को छह साल के बेटे के सामने ही पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया
अपराधी-तत्वों के दिल से जब सिस्टम और पुलिस का खौफ खत्म हो जाता है, तो हालात ऐसे ही बन जाते हैं। सरकार की नाक के नीचे राजधानी जयपुर में ही एक महिला को जिंदा जलाने का सनसनीखेज मामला हो गया। यह महिला शिक्षिका है और इसने पैसे उधार दिए थे। जब वह अपने पैसे मांगने लगी तो शिक्षिका को पैसे देने बजाए वो उसे धमकाने लगे। शिक्षिका ने तीन बार इसकी रिपोर्ट जयपुर ग्रामीण इलाके के रायसर थाना में भी दी। लेकिन राजस्थान पुलिस कुंभकर्णी नींद सोती रही। गत दस अगस्त को शिक्षिका अनीता अपने छह साल के बेटे राजवीर को लेकर स्कूल में पढ़ाने जा रही थी तो बकायेदारों ने उसे रोका और पेट्रोल डालकर आग लगा दी। घटनास्थल से दो किलोमीटर ही दूर थाना था, लेकिन सुस्त पुलिस 20 मिनट बाद आई। तब तक आरोपी भाग गए। इधर उपचार के दौरान महिला की भी मौत हो गई।

अलवर: एक बार फिर मॉब लिंचिंग, सब्जी विक्रेता को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला
मॉब लिंचिंग की घटनाओं के लिए कुख्यात हो चुके अलवर में एक बार फिर मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया। जिले के गोविंदगढ़ कस्बे के रामबास गांव में सब्जी विक्रेता चिरंजीलाल (45) की एक समुदाय के 20-25 लोगों ने 14 अगस्त को बुरी तरह से पिटाई की थी, सोमवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। कथित रूप से आरोपियों का ट्रेक्टर चोरी हुआ था जो गोविंदगढ़ के रामबास की तरफ नाकेबन्दी में पकड़ा गया था। ट्रेक्टर और चोरों का पीछा कर रहे एक दर्जन से ज्यादा जाती विशेष के लोगों ने रविवार को सुबह करीब पांच बजे घर से शौच के लिए निकले चिरंजीलाल को चोर बताकर लाठी डंडों से हमला कर दिया। उसको इतना पीटा कि उसकी मौत ही हो गई। कभी अलवर में ही गौ तस्करी के लिए पहलू खान की पीट-पीट कर हत्या पर छाती पीटने वाले कांग्रेसी अब चिरंजीलाल की पीट पीटकर हुई हत्या पर मौन हैं, क्योंकि वो एक हिंदू हैं और पुलिस ने जिन्हें गिरफ्तार किया है, वो दूसरे समुदाय के हैं।

भरतपुर: खनन माफिया के खिलाफ 551 दिन सोती रही सरकार, विरोध में साधु ने किया आत्मदाह

राजस्थान की ब्रज 84 कोस परिक्रमा मार्ग में आदिबद्री और कनकाचल पर्वतों में हो रहे अवैध खनन की जानकारी के बावजूद गहलोत सरकार 551 दिन तक सोती रही। अवैध खनन को रुकवाने के लिए यूपी के चुनाव के दौरान साधु-संत कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी से मिले थे। गहलोत-प्रियंका से गुहार लगाने के सिर्फ कोरे आश्वासन ही मिले, लेकिन अवैध खनन नहीं रुका। न ही कनकाचल और आदि बद्री क्षेत्र को वन क्षेत्र में शामिल करने का मार्ग प्रशस्त हुआ। आखिरकार 551 दिन से धरना दे रहे साधु-संतों के सब्र का बांध टूट गया। पशुपति नाथ मंदिर के महंत विजयदास बाबा (60) ने विरोध-स्वरूप खुद को आग लगा ली। वे राधे-राधे कहते हुए दौड़ने लगे। जब तक आग बुझाई, तब तक बाबा 80% झुलस गए और बाद में उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अब जयपुर में एक पुजारी ने आत्मदाह की कोशिश में खुद को आग लगा ली है। वह गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है। 

 

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