CAA को लेकर विपक्ष देश भर में भ्रम का माहौल पैदा कर विरोध को हवा देने का काम कर रहा है। वहीं देश के जाने माने रक्षा विश्लेषक, पूर्व रॉ ऑफिसर एवं रिटायर्ड कर्नल आरएसएन सिंह ने देश विरोधी ताकतों पर जबरदस्त हमला बोला है।
आरएसएन सिंह ने एक यूट्यूब चैनल पर नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन पर जमकर बोला है। उन्होंने शाहीन बाग के विरोध प्रदर्शन पर निशान साधते हुए बोला, ‘इनका कहना है कि आपने पाकिस्तान से तो हमें पुरस्कृत कर दिया है और अब हमारे लोग वहाँ से आते रहेंगे तो आपको कॉन्सोलेशन प्राइज देते रहना होगा। तब तक, जब तक कि हिन्दुस्तान इस्लामिक मुल्क नहीं बन जाता है और वही है गजवा-ए-हिंद।’
200 रुपए के बिजली बिल के लिए अपने देश को मत नीलाम करो
आरएसएन सिंह ने कश्मीर की मस्जिद से आने वाली आवाज को लेकर कहा कि अगर आप अभी नहीं संभले तो वो दिन दूर नहीं जब सभी मस्जिदों से ऐसा ही आह्वान होगा। उन्होंने आगे कहा, ‘ये जो आप देख रहे हैं वो CAA का विरोध नहीं है। इनको दर्द है अनुच्छेद 370 का, इनको दर्द है राम मंदिर का, इनको दर्द है बालाकोट एयरस्ट्राइक का। लेकिन इतना मैं बता दूँ कि 200 रुपए के बिजली बिल के लिए अपने देश को मत नीलाम करो। 200 रुपए के बिजली बिल के लिए पंचर वाले तुम्हारे बहू-बेटी का ऐसी की तैसी कर देगा कि तुम जिंदगी भर याद करोगे कि ये 200 रुपए के साथ हमने क्या पाप किया था।’
शरजील इमाम ने जो कहा वह एक बहुत बड़े साजिश का हिस्सा
रिटायर्ड कर्नल आरएसएन सिंह ने कहा कि ये इनकी हिंदुओं के प्रति नफरत है और ये नफरत ऐसी है जैसे कि अगर मुझे एड्स हो गया तो सभी को हो जाए, कुछ लोग बचे हुए क्यों हैं।
हिन्दुस्तान को नार्थ ईस्ट से काटने की धमकी देने वाले शरजील इमाम के बारे में बात करते हुए कहा कि वो ये बातें ऐसे ही नहीं बोल रहा है। वो ये सारी बातें एक साजिश के तहत बोल रहा है। इस दौरान उन्होंने सिलीगुड़ी कॉरिडोर (चिकन नेक) को समझाते हुए कहा कि शरजील इमाम ने जो भी कहा है वह एक बहुत बड़े साजिश का हिस्सा है।
लंबे समय से बनाई जा रही है योजना
देश के खिलाफ योजना को समझाने के लिए आरएसएन सिंह ने नॉर्थ में कश्मीर, साउथ में केरल और ईस्ट में पश्चिम बंगाल का उदाहरण दिया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इसकी योजना काफी समय पहले से बनाई जा रही थी।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की डेमोग्राफी बदलने के लिए कई सालों से सुनियोजित तरीके से काम चल रहा था और उसी के तहत आज शरजील इमाम सिलीगुड़ी कॉरिडोर यानी चिकन नेक के बारे में बात कर रहा है, क्योंकि वहाँ का डेमोग्राफी काफी बदल गया है।