Home समाचार हार करीब देख कांग्रेस ने एग्जिट पोल के डिबेट से किया किनारा!

हार करीब देख कांग्रेस ने एग्जिट पोल के डिबेट से किया किनारा!

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लोकसभा चुनाव 2024 के 44 दिनों तक चली गहमागहमी के बाद आज सातवें और आखिरी चरण की वोटिंग 1 जून 2024 को रही है। वोटिंग खत्म होने के बाद शाम को एग्जिट पोल आने शुरू हो जाएंगे। लेकिन चुनावी सभा से लेकर टीवी चैनलों के डिबेट में जो कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन जीत के तमाम दावे कर रहे थे अब उसी कांग्रेस ने एग्जिट पोल आने से पहले ही एग्जिट पोल के डिबेट से दूरी बना ली है। क्या यह पिछले कई चुनावों में कांग्रेस को मिली हार का कारण है जो कांग्रेस को ये फैसला लेना पड़ा है? कांग्रेस का एग्जिट पोल डिबेट से भागना यह बताता है कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन ने 4 जून को नतीजे आने से पहले ही लोकसभा चुनाव में अपनी हार को स्वीकार कर लिया है।

एग्जिट पोल डिबेट्स से भाग खड़ी हुई कांग्रेस
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट शेयर कर आगामी एग्जिट पोल डिबेट्स में पार्टी के हिस्सा नहीं लेने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मतदाताओं ने अपने मत दे दिया है एवं मतदान के परिणाम मशीनों में बंद हो चुके हैं। 4 जून को परिणाम सबके सामने होंगे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की नज़रों में परिणाम घोषित होने से पहले किसी भी तरह के सार्वजनिक अनुमान लगा कर घमासान में भाग ले कर टीआरपी के खेल का कोई औचित्य नहीं है। किसी भी बहस का मक़सद दर्शकों का ज्ञानवर्धन करना होता है। कांग्रेस पार्टी 4 जून से डिबेट्स में फिर से सहर्ष भाग लेगी। कांग्रेस के इस फैसले से साफ है कि उसने हार स्वीकार कर ली है।

कांग्रेस को अपनी प्रचंड हार का पता चल गयाः अमित शाह
कांग्रेस के इस फैसले के बाद राजनीति का सियासी पारा भी हाई हो गया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस को अपनी प्रचंड हार का पता चल गया है, तो अब किस मुंह से मीडिया और जनता को फेस करे? इसलिए, कांग्रेस एग्जिट पोल से भाग रही है। मैं कांग्रेस पार्टी से कहना चाहता हूं कि भागो नहीं, हार का सामना करके आत्मचिंतन करो। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं कांग्रेस के नेताओं को कहना चाहता हूं कि शुतुरमुर्ग वृत्ति से कभी किसी का फायदा नहीं होता है। डटकर हार का सामना करना चाहिए, आत्मचिंतन करना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए। भाजपा ने भी कई चुनाव हारे, मगर कभी हमने मीडिया या एग्जिट पोल का बहिष्कार नहीं किया। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों के एग्जिट पोल भाजपा के 400 पार के नारे को जमीन पर उतारने वाले नतीजे लेकर आएगा।

कांग्रेस अपने आप में ही काफी कंफ्यूज है
लोकसभा चुनाव के जब 6 चरण पूरे हुए थे तब कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने तो यहां तक दावा कर दिया था कि हर एक ग्राउंड रिपोर्ट से बिल्कुल साफ़ है कि हवा बदल रही है- आंधी का रूप धारण कर चुकी है। इंडी गठबंधन पहले ही 272 सीटों के आंकड़े को पार कर चुका है और कुल मिलाकर 350 से अधिक सीटें जीतने की ओर बढ़ रहा है। एक तरफ जयराम रमेश जीत के दावे कर रहे हैं वहीं कांग्रेस पार्टी चुनाव पर चर्चा से भाग रही है। इससे साफ है कि कांग्रेस को अपनी हार का पता चल गया है।

खरगे ने कहा था- हम सरकार बना रहे हैं
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि ‘हमें जो फीडबैक मिल रहा है, उससे पता चल रहा है कि गठबंधन आगे है। हर स्टेट में अलग-अलग नीति से चुनाव हुआ है। लोगों ने मुद्दों को ध्यान में रखकर देकर वोट डाला है और हम आज बीजेपी से भी आगे हैं।’ खरगे ने कहा कि ‘इंडी अलायंस के पास उनको (एनडीए) डिफीट करने के लिए जो नंबर चाहिए, उससे ज्यादा नंबर आ रहे हैं। हम सरकार बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘कर्नाटक में हम 15 से ऊपर सीटें जीत रहे हैं। केरल में हम पहले से ही आगे हैं। हरियाणा में 8-10 सीटें आ रही हैं, यहां कम से कम 8 सीटें तो जीत ही जाएंगे। राजस्थान में भी 10 सीटें आ रही हैं। महाराष्ट्र में भी हम 30 के ऊपर जीत रहे हैं। लास्ट टाइम हम जहां कमजोर थे, वहां पर हम ऊपर आ रहे हैं। यूपी में भी हम ठीक ढंग से चुनाव लड़े, इसलिए वहां भी अच्छी सीटें आ रही हैं। अखिलेश जी के साथ हमारी 30-35 सीटें आ रही हैं। बिहार में भी कम से कम 20 सीटें जीत रहे हैं।’

4 जून को दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा 
तो सवाल खड़ा होता है कि चुनावी सभाओं में कांग्रेस और इंडी अलायंस जो जीत के बड़े-बड़े दावे कर रहा था क्या वो सिर्फ हवा-हवाई बात कर रहा था? बहरहाल, आज शाम से अलग-अलग टीवी चैनलों पर एग्जिट पोल आने शुरु हो जाएंगे। जिसमें देश की जनता का मिजाज क्या है यह देखने को मिलेगा और 4 जून को नतीजे आने के बाद तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाएगी।

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