प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नेतृत्व में देश में कोरोना संकट काल में भी कारोबार का माहौल बेहतर बना हुआ है। मोदी सरकार की नीतियों के कारण देश में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़े हैं। देश में रोजगार की स्थिति बेहतर हुई है और महामारी के दौरान भी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़ने वाले नए सदस्यों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है।
ईपीएफओ की ओर से जारी पेरोल डेटा के अनुसार ईपीएफओ ने जनवरी 2022 के दौरान कुल 15.29 लाख नए ग्राहक बनाए हैं। पेरोल डेटा के अनुसार दिसंबर, 2021 के पिछले महीने की तुलना में जनवरी, 2022 में 2.69 लाख नए ग्राहक जुड़े हैं।
पेरोल के आंकड़ों की राज्य-वार डेटा में महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक राज्यों के प्रतिष्ठान महीने के दौरान लगभग 9.33 लाख नए ग्राहक बनाकर सबसे आगे हैं, जो कि सभी आयु समूह में कुल नए पेरोल का लगभग 61 प्रतिशत है।
ESIC स्कीम से जुड़ने वाले सदस्यों की संख्या बढ़ी
महामारी के दौरान भी कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) से जुड़ने वाले नए सदस्यों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। कर्मचारी राज्य बीमा निगम की सामाजिक सुरक्षा योजना में दिसंबर, 2021 में करीब 15.26 लाख नए सदस्य शामिल हुए। इससे पिछले महीने में यह आंकड़ा 10.39 लाख था। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) की ओर से जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, कर्मचारी राज्य बीमा निगम की योजनाओं से सकल रूप से अप्रैल में 10.73 लाख, मई में 8.94 लाख, जून में 11.07 लाख, जुलाई में 13.23 लाख, अगस्त में 13.51 लाख, सितंबर में 13.60 लाख, अक्टूबर 2021 में 12.08 लाख और नवंबर में 10.39 लाख नए सदस्य जुड़े हैं।
पिछले साल अप्रैल, 2021 में कोरोना लॉकडाउन में राहत मिलने के बाद से ढील के बाद सदस्यों की संख्या बढ़ी है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से दिसंबर, 2021 में शुद्ध रूप से 14.60 लाख सदस्य जुड़े हैं। करीब साल भर पहले यानि दिसंबर 2020 से तुलना करें तो ये आंकड़ा लगभग 16.4 प्रतिशत अधिक है।नवंबर, 2021 में 12.17 लाख सदस्य जुड़े थे।