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केजरीवाल ने किया आचार संहिता का उल्लंघन, चुनाव आयोग ने मांगा जवाब

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दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल राजनीति के कीचड़ को साफ करने के लिए सियासी मैदान में उतरे थे लेकिन जिस बात को आधार बनाते हुए केजरीवाल सत्ता में आए, वे उसे ही भुला बैठे। उन्होंने व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर जनता को ठगने के अलावा कुछ नहीं किया।

दिल्ली चुनाव प्रचार के दौरान के जरीवाल के एक बयान को लेकर चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चेतावनी दी है। असल में 13 जनवरी को अरविंद केजरीवाल ने अपने बयान में कोर्ट परिसर में मोहल्ला क्लिनिक खोलने का वादा किया था, जिस पर कोर्ट ने अब उन्हें चेतावनी दी है।

चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल से मांगा जवाब

अरविंद केजरीवाल ने 13 जनवरी को एक जनसभा को संबोधित करते हुए लोगों से कहा था कि हस सभी अदालत और बार के अंदर मोहल्ला क्लीनिक बनाने के लिए तैयार हैं। अगर हमें जगह दें तो हर जगह हर कोर्ट के अंदर मोहल्ला क्लीनिक बनाएंगे। अब चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल को इस बयान पर नोटिस दिया है।

अरविंद केजरीवाल पर आरोप है कि उन्होंने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल को जवाब देने के लिए भी कहा था।

केजरीवाल ने तोड़ा आचार संहिता का ये नियम

अरविंद केजरीवाल पर आरोप है कि उन्होंने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। दिल्ली के सीईओ कार्यालय से ईसीआई को मिली रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था, अगर जमीन दी गई तो हम अदालतों और बारों के अंदर मोहल्ला क्लीनिक बनाएंगे।

अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि एक मोहल्ला क्लिनिक बनाने के लिए केवल 2-3 कमरों की आवश्यकता होती है. यह मुख्यमंत्री की ओर से किया गया एक चुनावी वादा था और आदर्श आचार संहिता, पार्ट VII के मुताबिक, सत्ता में कोई भी दल चुनाव प्रचार के दौरान सड़कों के निर्माण, पेयजल आदि का कोई वादा नहीं कर सकता है।

ऐसा पहली बार नहीं है जब केजरीवाल या उनकी पार्टी के किसी मेंबर ने आचार संहिता का उल्लंधन किया है-

जैसे जैसे दिल्ली विधानसभा चुनाव के मतदान की तारीख करीब आ रही है, शाहीन बाग में केजरीवाल की साजिश भी खुलती जा रही है। केजरीवाल ने अपने स्थानीय विधायक अमानतुल्ला खान के माध्यम से शाहीन बाग में आंदोलन की बिसात बिछायी। सीएए के खिलाफ लोगों को भड़काने की कमान खुद ओखला से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने संभाली। वह खुद शाहीन बाग के प्रदर्शन में शामिल हुए। उन्होंने खुलकर प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया।

अमानतुल्लाह खान प्रदर्शनकारियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि यदि पुलिस यहां से लोगों को हटाने आएगी, तो वह सबसे आगे आकर पुलिस से बातचीत करेंगे। उन्होंने वादा किया कि अब से इस प्रदर्शन की वह खुद अगुवाई करेंगे। प्रदर्शन स्थल से कुछ ही कदम की दूरी पर स्थित अपने कार्यालय पर चौबीसों घंटे मौजूद रहेंगे। वह राजनीति में रहें या न रहें, सत्ता में रहें या बेदखल कर दिए जाएं, उन्हें फर्क नहीं पड़ता। वह क्षेत्र की महिलाओं के इस सत्याग्रह के साथ खड़े रहेंगे।

अमानतुल्लाह खान ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए पहले महिलाओं का इस्तेमाल किया। अब बच्चों का कर रहे हैं। मतदान से ठीक पहले शाहीन बाग में छोटे बच्चे आम आदमी पार्टी प्रत्याशी अमानतुल्लाह खान के पोस्टर और पेम्फ्लेट्स बांटते हुए देखे जा रहे हैं।

शाहीन बाग में जो महिलाएं धरने में बैठ रही है, उनके बच्चे स्कूल न जाकर आम आदमी पार्टी का प्रचार कर रहे हैं। बच्चे पर्चे बांटने के साथ ही आम आदमी प्रत्याशी को दिल्ली विधानसभा चुनावों में वोट देने की अपील कर रहे हैं। 

सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने आरोप लगाया कि ये कोई पहली बार नहीं है जब आम आदमी पार्टी आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है। अपने चुनावी कैंपेन के लिए संवेदनहीन आम आदमी पार्टी ने बच्चों का इस्तेमाल कर उनके कोमल मन के साथ खिलवाड़ कर रही है जिसके लिए चुनाव आयोग उन्हें नोटिस भी जारी किया, लेकिन वो फिर भी आचार संहिता का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं।

कुछ दिन पहले ही भारतीय जनता पार्टी का एक डेलिगेशन चुनाव आयुक्त से मिला था। इसमें सांसद मीनाक्षी लेखी, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, डॉक्टर हर्षवर्धन और बीजेपी के नेता भूपेंद्र यादव शामिल थे। उन्होंने चुनाव आयुक्त के पास आम आदमी पार्टी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने मांग की कि शाहीन बाग जैसे दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में हो रहे सभी धरना और प्रदर्शन का खर्च आम आदमी पार्टी के स्थानीय कैंडीडेट्स के प्रचार खर्च में जोड़ा जाए।

भूपेंद्र यादव का कहना है, ‘हमने चुनाव आयुक्त को आम आदमी पार्टी के नेताओं के भाषण की सीडी और तमाम प्रूफ दिए हैं, जिनमें वह लोग मान रहे हैं कि आम आदमी पार्टी शाहीन बाग के धरने के साथ है। उनके स्थानीय कैंडीडेट्स धरने में शामिल होते हुए नजर आए हैं। ऐसे में मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट के तहत थर्ड पार्टी प्रचार करवाने पर खर्च सीधा स्थानीय कैंडिडेट के प्रचार खर्च में जोड़ा जाना चाहिए।’

बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा, ‘चुनाव के पहले शाहीन बाग को मुद्दा आम आदमी पार्टी ने बनाया है। उन्हें लग रहा है कि शाहीन बाग से उन्हें लाभ मिलेगा, ऐसे में उनके नेता शाहीन बाग के प्रदर्शनों के साथ खड़े नजर आते हैं, इसलिए अब चुनाव आयोग को यह सभी खर्च उन्हीं के खाते में जोड़ना चाहिए।’

 

 

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