कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा ने 28 नवंबर को लोकसभा सांसद के रूप में शपथ ली। प्रियंका वाड्रा सांसद बनने वाली गांधी-नेहरू परिवार की 16वीं सदस्य हैं। प्रियंका वाड्रा के साथ उसके भाई राहुल गांधी भी लोकसभा सांसद हैं, जबकि उनकी मां सोनिया गांधी राज्य सभा की सांसद हैं। यानी एक ही परिवार के तीन संसद सदस्य हैं। ये पहली बार है कि परिवार के तीन सदस्य बेटा-बेटी के साथ मां संसद सदस्य हैं। कांग्रेस में शुरू से वंशवादी राजनीति हावी रही है। कांग्रेस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है। कांग्रेस पार्टी में सिर्फ गांधी परिवार की ही चलती है। देश पर करीब 60 साल तक राज करनी वाली कांग्रेस पार्टी में हर बड़ा फैसला गांधी परिवार के सदस्य ही लेते हैं। ऐसे में पार्टी पर अपना प्रभाव बनाए रखने के लिए अब परिवार की प्रियंका गांधी वाड्रा भी संसद में आ गई हैं।
आइए देखते हैं किस तरह से शुरू से अब तक संसद में गांधी-नेहरू परिवार का प्रतिनिधित्व रहा और प्रियंका वाड्रा 16वीं संसद सदस्य बन गई हैं…
पहली लोकसभा 1952
सदस्य नंबर 1. जवाहर लाल नेहरू- इलाहाबाद जिला (पूर्व) सह जौनपुर जिला (पश्चिम) लोकसभा सीट
सदस्य नंबर 2. फिरोज गांधी (इंदिरा गांधी के पति)- प्रतापगढ़ जिला (पश्चिम) सह रायबरेली जिला (पूर्व) लोकसभा सीट
सदस्य नंबर 3. विजयलक्ष्मी पंडित (नेहरू जी की बहन)- लखनऊ जिला मध्य लोकसभा सीट, 1953 में संयुक्त राष्ट्र महासभा की अध्यक्ष चुने जाने पर इस्तीफा
सदस्य नंबर 4. उमा नेगरू (नेहरू जी के चचेरे भाई की पत्नी)- सीतापुर जिला सह खेरी जिला (पश्चिम) लोकसभा सीट
सदस्य नंबर 5. श्योराजवती नेहरू (नेहरू जी के चचेरे भाई की पत्नी)- लखनऊ जिला मध्य लोकसभा सीट उपचुनाव
दूसरी लोकसभा 1957
-जवाहर लाल नेहरू- फूलपुर लोकसभा सीट
-उमा नेगरू- सीतपुर लोकसभा सीट
-फिरोज गांधी- रायबरेली लोकसभा सीट
तीसरी लोकसभा 1962
-जवाहर लाल नेहरू- फूलपुर लोकसभा सीट (27 मई 1964 को निधन)
-विजयलक्ष्मी पंडित- फूलपुर लोकसभा सीट उपचुनाव
चौथी लोकसभा 1967
सदस्य नंबर 6. इंदिरा गांधी- रायबरेली लोकसभा सीट
-विजयलक्ष्मी पंडित- फूलपुर लोकसभा सीट
सदस्य नंबर 7. आनंद नारायण मुल्ला (निर्दलीय)- लखनऊ लोकसभा सीट (नेहरू जी के चचेरे भाई की पत्नी श्योराजवती नेहरू के भाई)
पांचवी लोकसभा 1971
-इंदिरा गांधी- रायबरेली लोकसभा सीट
सदस्य नंबर 8. शीला कौल- (इंदिरा गांधी की मामी यानी कमला नेहरू के भाई की पत्नी) लखनऊ लोकसभा सीट
छठी लोकसभा 1977
-इंदिरा गांधी को रायबरेली और उनके बेटे संजय गांधी को अमेठी सीट में हार मिली। बाद में साल 1978 में इंदिरा गांधी कर्नाटक के चिकमंगूलर लोकसभा सीट से जीतीं।
सातवीं लोकसभा 1980
-इंदिरा गांधी- मेढ़क, आंध्र प्रदेश लोकसभा सीट
-शीला कौल- लखनऊ लोकसभा सीट
सदस्य नंबर 9. संजय गांधी- अमेठी लोकसभा सीट (23 जून, 1980 को निधन)
सदस्य नंबर 10. अरुण नेहरू (उमा नेहरू के पोते)- रायबरेली लोकसभा सीट
सदस्य नंबर 11. राजीव गांधी– अमेठी लोकसभा सीट उपचुनाव
आठवीं लोकसभा 1984
-राजीव गांधी- अमेठी लोकसभा सीट
-अरुण नेहरू- रायबरेली लोकसभा सीट
-शीला कौल- लखनऊ लोकसभा सीट
नवीं लोकसभा 1989
-राजीव गांधी- अमेठी लोकसभा सीट
-शीला कौल- रायबरेली लोकसभा सीट
-अरुण नेहरू (जनता दल) – बिल्होर, कानपुर जिला लोकसभा सीट
सदस्य नंबर 12. मेनका गांधी (जनता दल)- पीलीभीत लोकसभा सीट
दसवीं लोकसभा 1991
-राजीव गांधी- अमेठी लोकसभा सीट (21 मई 1991 को निधन के बाद सतीश शर्मा यहां से सांसद बने)
-शीला कौल- रायबरेली लोकसभा सीट
ग्यारहवीं लोकसभा 1996
-मेनका गांधी (जनता दल)- पीलीभीत लोकसभा सीट
बारहवीं लोकसभा 1998
-मेनका गांधी (निर्दलीय)- पीलीभीत लोकसभा सीट
तेरहवीं लोकसभा 1999
सदस्य नंबर 13. सोनिया गांधी– अमेठी लोकसभा सीट
-मेनका गांधी (निर्दलीय)- पीलीभीत लोकसभा सीट
चौदहवीं लोकसभा 2004
-सोनिया गांधी- रायबरेली लोकसभा सीट
सदस्य नंबर 14. राहुल गांधी– अमेठी लोकसभा सीट
-मेनका गांधी (बीजेपी)- पीलीभीत लोकसभा सीट
पंद्रहवीं लोकसभा 2009
-सोनिया गांधी- रायबरेली लोकसभा सीट
-राहुल गांधी- अमेठी लोकसभा सीट
-मेनका गांधी (बीजेपी)- आंवला लोकसभा सीट
सदस्य नंबर 15. वरुण गांधी (बीजेपी)- पीलीभीत लोकसभा सीट
सोलहवीं लोकसभा 2014
-सोनिया गांधी- रायबरेली लोकसभा सीट
-राहुल गांधी- अमेठी लोकसभा सीट
-मेनका गांधी (बीजेपी)- पीलीभीत लोकसभा सीट
-वरुण गांधी (बीजेपी)- सुल्तानपुर लोकसभा सीट
सत्रहवीं लोकसभा 2019
-सोनिया गांधी- रायबरेली लोकसभा सीट
-राहुल गांधी- वायनाड लोकसभा सीट
-मेनका गांधी (बीजेपी)- सुल्तानपुर लोकसभा सीट
-वरुण गांधी (बीजेपी)- पीलीभीत लोकसभा सीट
अठरहवीं लोकसभा 2024
-राहुल गांधी- रायबरेली लोकसभा सीट
सदस्य नंबर 16. प्रियंका गांधी वाड्रा– वायनाड लोकसभा सीट उपचुनाव
परिवार से पहले जवाहर लाल नेहरू, उनकी बेटी इंदिरा गांधी, फिर उनके बेटे राजीव गांधी, राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी, राजीव के बेटे राहुल गांधी और अब बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा… यह बताने के लिए काफी है कि किस प्रकार गांधी-नेहरू परिवार ने पार्टी को अपनी जागीर बना ली है। आजादी के बाद से अब तक इस परिवार का प्रधानमंत्री के साथ साथ पार्टी अध्यक्ष के पद पर किसी न किसी तरह से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कब्जा रहा है।