पश्चिम बंगाल में पिछले दस सालों से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का शासन है। इस दौरान राज्य में निरंकुशता, तानाशाही और भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा है। जहां राज्य विकास की दौड़ में पिछड़ गया, वहीं केंद्र की मोदी सरकार के विकास योजनाओं के लाभ से राज्य की जनता को वंचित किया गया। ममता बनर्जी अपने कुशासन के खिलाफ उठ रही आवाज को दबाने के लिए दमन का सहारा ले रही है। बीजेपी के नेताओं पर हमले करवा रही है। तृणमूल कांग्रेस के गुंडे बीजेपी कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार रहे हैं। राज्य में हर रोज लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। ऐसे हालात में आइए देखते हैं ममता बनर्जी ने किस तरह बंगाल को रक्तरंजित किया है और बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता ममता के अत्याचार से बंगाल को मुक्त कराने के अभियान में अपनी आहूति दे रहे हैं।
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