प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जनता की सेवा में टेक्नोलॉजी के बेहतर इस्तेमाल पर जोर देते हैं। इसलिए उनकी सरकार ने योजनाओं को लागू करने और अंतिम छोर पर बैठे लाभार्थियों तक पहुंचने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है। इससे जहां भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है, वहीं समय की बचत हुई है। इसी क्रम में मोदी सरकार ने नई पहल करते हुए पूर्वोत्तर भारत में ‘ड्रोन आधारित वैक्सीन वितरण प्रणाली’ की शुरुआत की। इसके तहत देश में पहली बार ड्रोन के जरिए दुर्गम इलाकों में वैक्सीन को आसानी और कम समय में पहुंचाया जा सका।
ड्रोन के जरिए कोरोना वैक्सीन भेजने की शुरुआत सोमवार से हुई। आईसीएमआर ने मणिपुर के लोक टक झील होते हुए करांग आइलैंड पर ड्रोन के जरिए कोरोना वैक्सीन पहुंचाई। भारत में बना ये ड्रोन ऑटोमैटिक मोड में उड़ा और निर्धारित जगह पर आसानी से पहुंचा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ICMR, मणिपुर गवर्नमेंट, टेक्निकल स्टाफ को बधाई दी। उन्होंने कहा कि अभी ड्रोन से वैक्सीन पहुंचाई गई। लेकिन आने वाले समय में इमरजेंसी मेडिकल स्थिति में भी लाइफ सेविंग ड्रग्स को इसके जरिए पहुंचाया जा सकता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले महीने ड्रोन पॉलिसी की घोषणा की थी। दक्षिण एशिया में पहली बार ड्रोन का कॉमर्शियल फ्लाइंग हुआ है। उन्होंने कहा कि 15 मिनट में 31 किमी की दूरी तय करके बिष्णुपुर जिला अस्पताल से करंग स्वास्थ्य केंद्र, लोकटक लेक, मणिपुर तक टीकों को पहुंचाया गया। इस दूरी में आमतौर पर 3-4 घंटे लगते हैं। वैक्सीन ट्रांसपोर्ट के साथ-साथ, ड्रोन तकनीक अंतिम मील तक स्वास्थ्य संबंधी आपूर्ति को गति देगी और जीवन रक्षक और आपातकालीन दवाओं की आपूर्ति के दायरे का विस्तार करेगी।
Addressed launch of ICMR’s initiative for ‘drone-based vaccine delivery system’ in North-Eastern India.
Covering 31 km in 15 minutes, vaccines were transported from Bishnupur District Hospital to Karang Health Centre, Loktak Lake, Manipur.
This distance usually takes 3-4 hours. pic.twitter.com/HuNwnMaMyC
— Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) October 4, 2021
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में देश बदल रहा है। देश आगे बढ़ रहा है। जनता के जीवन में बदलाव लाने के लिए टेक्नोलॉजी का शानदार उपयोग कैसे हो सकता है उसका आज ऐतिहासिक उदाहरण स्थापित हुए है। टेक्नोलॉजी नागरिक के जीवन में आमूल-चूल परिवर्तन कर सकती है। ये ड्रोन टेक्नोलॉजी के माध्यम से हम देख रहे हैं।