राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। जहां राज्य के संसाधनों की लूट हो रही है, वहीं प्रशासन के नीचले स्तर से लेकर सरकार के मंत्री तक मंथली रिश्वत बंधी हुई है। इसकी पुष्टि खुद कांग्रेस का ही एक विधायक कर रहा है। कांग्रेस के विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें शेखावत कह रहे हैं कि किस तरह से राज्य के खनन विभाग में सबकी मंथली बंधी हुई है। इस वीडियो में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी दिखाई दे रहे हैं।
खनन विभाग में सबकी मंथली बँधी हुई है! @INCIndia विधायक दीपेन्द्र सिंह शेखावत का बयान @PramodBhayaINC @8PMnoCM pic.twitter.com/tGwUvsR5VC
— Manish Bhattacharya (INDIA TV) (@Manish_IndiaTV) August 28, 2021
दरअसल सीकर कलेक्ट्रेट में जिला मिनरल फाउंडेशन की मीटिंग हो रही थी। इस दौरान विधायक दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने अपने ही पार्टी के नेताओं के सामने अपनी ही सरकार पर हमला बोल दिया। मीटिंग में डोटासरा और शेखावत की खटपट भी हुई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को शेखावत ने कहा- पुलिस, तहसीलदार, खनन विभाग में सबकी मंथली बंधी हुई है, इस पर डोटासरा ने कहा कि एसडीएम को भेजकर जांच करवा लो। इसके बाद शेखावत ने कहा कि कुछ नहीं होगा यहां से भेजो किसी को।
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इस वायरल वीडियो के माध्यम से राजस्थान की गहलोत सरकार और कांग्रेस आलाकमान पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस विधायक दीपेन्द्र सिंह शेखावत का कहना है कि खनन विभाग में सबकी मंथली बंधी हुई है। किसको कितना मिलता है? इसका जवाब जनता को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत देंगे या स्वयं राहुल गांधी? इन लोगों ने देश को इसी तरह 70 सालों में खोखला कर दिया।
राजस्थान में कांग्रेस विधायक दीपेन्द्र सिंह शेखावत का कहना है कि खनन विभाग में सबकी मंथली बंधी हुई है।
किसको कितना मिलता है? इसका जवाब जनता को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत देंगे या स्वयं राहुल गांधी?
इन लोगों ने देश को इसी तरह 70 सालों में खोखला कर दिया। pic.twitter.com/FzPzVVMOtC
— Amit Malviya (@amitmalviya) August 28, 2021
गौरतलब है कि श्रीमाधोपुर के विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत को सचिन पायलट गुट का नेता माना जाता है। गहलोत मंत्रिमंडल के संभावित विस्तार में उनका नाम तेजी से चल रहा है। सचिन पायलट खेमे से उनको मंत्री पद मिल सकता है। जुलाई 2020 में सचिन पायलट के बगावत के समय वे काफी सक्रिय थे। इस दौरान उन्होंंने राज्य में सत्तारुढ़ गहलोत सरकार से नाराजगी की वजह बताते हुए कहा कि वे पार्टी से इसलिए नाराज हैं, क्योंकि पिछले 1.5 साल से राजस्थान में कोई काम नहीं हुआ है। हमारे क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। एक इंच सड़क तक नहीं बन सकी है। पानी की व्यवस्था भी नहीं हुई है।