Home समाचार Mission-2024 : राम लहर के बीच भाजपा का अयोध्या चलो अभियान, लोकसभा...

Mission-2024 : राम लहर के बीच भाजपा का अयोध्या चलो अभियान, लोकसभा चुनाव से पहले करीब 4 करोड़ लोग करेंगे राम लला के दर्शन, ‘RAM प्लान’ से बीजेपी लगाएगी जीत की हैट्रिक

SHARE

विपक्षी इंडिया गठबंधन में केजरीवाल से लेकर ममता बनर्जी तक और नीतीश से लेकर सीताराम येचुरी तक सीटों के बंटवारे में बुरी तरह उलझे हुए हैं। गठबंधन में रार, तकरार और दरार लगातार बढ़ती जा रही है। अभी तक गठबंधन के बीच सीट बंटवारे को लेकर फॉर्मूला तय नहीं हो पाया है। वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने जीत की हैट्रिक की रूपरेखा लगभग फाइनल कर ली है। बीजेपी ने हैट्रिक का जो रणनीति बनाई है- वो है RAM प्लान। इस राम प्लान में R से RSS, A से अयोध्या और M का मतलब महिला, मोदी और मुस्लिम फैक्टर है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ बीजेपी की बेक-बोन है जो ग्रास रूप लेवल पर अगले लोकसभा के लिए जीत की जमीन तैयार कर रहा है। देशभर में फिर एक बार चल रही राम लहर के बीच बीजेपी ने अयोध्या चलो अभियान को जीत की रणनीति में शामिल किया है। इसके तहत लोकसभा चुनाव से पहले ही देशभर से चार करोड़ से ज्यादा लोगों को राम लला के दर्शन कराए जाएंगे। पीएम मोदी वैसे ही बीजेपी के मास्टर स्ट्रोक हैं।हर लोकसभा क्षेत्र से 10 हजार लोगों को अयोध्या में दर्शन कराने की योजना
श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में निर्माणाधीन दिव्य मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की व्यापक तैयारियां अंतिम चरण में चल रही हैं। अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही अयोध्या चलो अभियान चलाएगी। इसके तहत श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के दर्शन के लिए हर लोकसभा क्षेत्र से 10 हजार लोगों को अयोध्या भेजने की योजना है। इस दौरान देशभर से करीब चार करोड़ राम भक्त, बीजेपी कार्यकर्ता और जनता-जनार्दन अयोध्या में राम लला के दर्शन करेगी। इसे 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी से जोड़ कर देखा जा रहा है। इतने बड़े पैमाने पर ‘अयोध्या चलो दर्शन करो’ अभियान को सफल बनाने, इनके रुकने, भोजन, सुरक्षा व दर्शन के इंतजामों की हाल ही में ग्राउंड जीरो पर समीक्षा की गई। जिसके लिए पहली बैठक संघ के पदाधिकारियों के साथ, दूसरी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और तीसरी बैठक प्रशासनिक अधिकारियों के साथ हुई।बीजेपी और संघ ने चुनाव और राम मंदिर को लेकर बनाई रणनीति
RAM प्लान के जरिए कैसे बीजेपी ने इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव में विजय की तैयारी की है। 14 जनवरी यानि खरमास के बाद बीजेपी मिशन-2024 को नई धार, नई रफ्तार देने वाली है। बीजेपी ने जीत का फुलप्रूफ फॉर्मूला और प्लानिंग की है। 2024 के चुनाव में भव्य राम मंदिर का निर्माण एक अहम मुद्दा बनने वाला है और बीजेपी प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रही। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को विश्व प्रसिद्ध बनाने के लिए बीजेपी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का भी भरपूर साथ मिल रहा है। संघ ने मार्च तक दो-ढाई करोड़ श्रद्धालुओं को अयोध्या दर्शन करवाने का प्लान बनाया है। हर 100 श्रद्धालु में संघ का एक स्वयंसेवक व्यवस्था देखने के अप्वाइंट किया जाएगा। टेंट सिटी में भोजन के लिए भी जबरदस्त व्यवस्था की गई है। इसके अलावा अयोध्या के हर घर में लिफाफा भेजने की भी तैयारी है, जिसमें लोग अपने घर की रोटियां श्रद्धालुओं के भोजन के लिए देंगे। उधर मिशन-2024 के तहत बीजेपी थिंक टैंक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार रणनीति बनाने में जुटा है। राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ये तैयारियों ग्राउंड लेवल पर नजर आने लगेंगी।महिला शक्ति के साथ-साथ मुस्लिम वोट बैंक साधने में जुटी बीजेपी
यूपी में लोकसभा की 80 सीटें आती है। पड़ोसी राज्य बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में भी राम मंदिर को लेकर गोलबंदी हो रही है। यहां की कुल सीटें सीटें दिल्ली का रास्ता और भी आसान करती है। इसलिए बीजेपी 22 जनवरी का कार्यक्रम भव्य और अलौकिक बनाने पर पूरा जोर लगा रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी को 22 जनवरी के बाद अयोध्या आना है। उन्होंने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए अयोध्या में चल रही तैयारियों का जायजा भी लिया। अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसफ के 150 सशस्त्र सुरक्षा कमांडो संभालेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आह्वान किया कि 14 से 20 जनवरी तक नगर, गांव और घर को स्वच्छ करने के लिए प्रदेशभर में स्वच्छता कार्यक्रम चलाएं। RAM प्लान के तीसरे फैक्टर में मोदी, महिला शक्ति और मुस्लिम मतदाता तीनों हैं। पीएम मोदी की सबका साथ, सबका विकास की नीति से बीजेपी मुस्लिम वोट बैंक में भी सैंध लगा रही है। खासकर उसकी नजर महिला शक्ति पर है, जो बीजेपी की प्रचंड जीत का मार्ग प्रशस्त करेगी। 2014 हो या 2019 मोदी की शानदार जीत में महिला वोटर्स को रोल भी काफी अहम रहा था।महाराष्ट्र में ‘अयोध्या चलो अभियान’ की जिम्मेदारी संजय पांडेय को सौंपी
वहीं, महाराष्ट्र भाजपा भी प्राण प्रतिष्ठा के बाद राज्य के लोगों को रामलला के दर्शन कराने के लिए ‘अयोध्या चलो अभियान’ युद्धस्तर पर चलाएगी। डिप्टी सीएम देवेंद्र फणनवीस ने भी प्रदेश में सांस्कृतिक पुनर्जागरण पर जोर दिया है। इसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी गई है। दूसरी ओर महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा है कि पार्टी ने प्रदेश के लोगों को अयोध्या ले जाने की योजना बनाई है। प्रदेश कार्यालय में भाजपा उत्तर भारतीय मोर्चा की वेबसाइट को लांच करने के बाद बावनकुले ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद राज्य के आम लोगों को दर्शन के लिए अयोध्या ले जाने की तैयारी की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि ‘अयोध्या चलो अभियान’ की विशेष जिम्मेदारी प्रदेश भाजपा उत्तर भारतीय मोर्चा के अध्यक्ष संजय पांडेय को सौंपी गई है।महाराष्ट्र से 68 विशेष ट्रेनों में अयोध्या भेजे जाएंगे रामभक्त
बावनकुले ने कहा कि उत्तर भारतीय मोर्चा ऐसी योजना बनाएं, जिससे राज्य की आम जनता को आसानी से रामलला के दर्शन हो सके। उन्होंने संजय पांडेय को यह दायित्व सौंपते हुए कहा कि मोर्चा के कार्यकर्ता और पदाधिकारी घर-घर जाएं। लेकिन, यह ध्यान रखें कि किसी रामभक्त को किसी प्रकार की कोई तकलीफ न होने पाए। भाजपा के सूत्रों ने बताया कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद महाराष्ट्र के अलग-अलग स्थानों से 68 ट्रेनें अयोध्या के लिए चलाई जाएंगी। इन ट्रेनों में प्रदेश के रामभक्त अयोध्या जाएंगे। महाराष्ट्र भाजपा उत्तर भारतीय मोर्चा के अध्यक्ष संजय पांडेय मूलरूप से उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले से हैं। इसलिए उन्हें विशेषतौर पर यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। 

Leave a Reply