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भारत जोड़ो यात्रा पर अपशकुन, अब तक 4 लोगों की मौत, राजकुमार से तपस्वी बन गए राहुल गांधी! शोक में भी मुस्कुराते हैं!!

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राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के जरिये अपनी छवि बेहतर करना चाहते थे जिससे 2024 में प्रधानमंत्री पद की उनकी दावेदारी मजबूत हो सके। लेकिन इस यात्रा के जरिये उनकी सकारात्मक छवि बनने के बजाए नकारात्मक छवि ही बन रही है। इस यात्रा के दौरान उन्होंने जिस तरह नादानी भरे बयान दिए उससे उनकी छवि पर बट्टा ही लगा है। वह कुछ भी कह देते हैं। मसलन- ‘राहुल गांधी आपके दिमाग में हैं। मैंने उन्हें मार दिया है। वह वहां नहीं हैं, वह मेरे दिमाग में बिल्कुल नहीं हैं। वह जा चुके हैं।’ यानी वो कुछ भी कह देते हैं। इसी तरह वह कहते तो हैं कि ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने निकला हूं।’ लेकिन करते कुछ और ही हैं। अब इससे बचकानी बात क्या होगी जब वह कहते हैं- ‘भारत तपस्वियों का देश है न कि पुजारियों का।’ इस तरह से देखा जाए तो यही कहा जा सकता है कि वे प्यार के बाजार में नफरत की दुकान खोलने निकले हैं। इस यात्रा के दौरान हिंदू और सनातन धर्म पर उन्होंने और उनके साथियों ने इतने हमले किए हैं कि लगता है यात्रा पर अपशकुन लग चुका है। भारत जोड़ो यात्रा में अब तक चार लोगों की मौत कुछ इसी ओर इशारा करती है कि देवी-देवता नाराज हो चुके हैं। एक महत्वपूर्ण बात यह भी है कि राहुल गांधी जब शोकसभा में पहुंचते हैं तो मुस्कुराते दिखते हैं। क्या वे सचमुच राजकुमार से ‘तपस्वी’ भी बन चुके हैं?

हिंदू धर्म में कहा गया है कि कोई काम गणपति की आराधना के साथ ही शुरू की जानी चाहिए, लेकिन लेफ्ट लिबरल और मुस्लिम तुष्टिकरण की चाहत रखने वाले आराधना क्या करेंगे उन्होंने तो सनातन धर्म को इस तरह अपमानित किया कि अब भारत जोड़ो यात्रा पर अपशकुन ही लग गया है। यात्रा के दौरान अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है।

भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस सांसद चौधरी संतोख सिंह की मौत
14 जनवरी 2023

पंजाब के जालंधर से कांग्रेस सांसद चौधरी संतोख सिंह भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे । चौधरी संतोख सिंह की 75 की उम्र में 14 जनवरी 2023 को हार्ट अटैक से मौत हो गई। कांग्रेस सांसद चौधरी संतोख सिंह भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ ही चल रहे थे तभी उनकी धड़कन तेज हो गई और वो अचानक बीमार पड़ गए। उन्हें आनन-फानन में हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां उनका निधन हो गया है।

कांग्रेसी नेता मांगीलाल शाह की हार्ट अटैक से मौत
3 दिसंबर 2022

कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल कांग्रेसी नेता मांगीलाल शाह की हार्ट अटैक से 3 दिसंबर 2022 को मौत हो गई। मंगीलाल शाह मध्य प्रदेश के जीरापुर के रहने वाले थे। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ जब मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में थी तब जीरापुर निवासी कांग्रेसी नेता मंगीलाल शाह अपने वाहन से आगर मालवा पहुंचे थे। यहां उन्हें हार्ट अटैक आ गया। दिल का दौरा पड़ने से उनको आनन-फानन में सुसनेर के जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

कांग्रेस सेवा दल के महासचिव कृष्णकांत पांडे का हार्ट अटैक से निधन
8 नवंबर 2022

महाराष्ट्र के नांदेड जिले में राहुल गांधी के नेतृत्व की भारत जोड़ो यात्रा के 62वें दिन 8 नवंबर 2022 को यात्रा के दौरान कांग्रेस सेवा दल के महासचिव कृष्णकांत पांडे हार्ट अटैक आ जाने की वजह से निधन हो गया। कांग्रेस सेवा दल के महासचिव कृष्णकांत पांडे भारत जोड़ो यात्रा में तिरंगा थामे हुए चल रहे थे, अचानक ही तबियत बिगड़ने पर उन्होंने तिरंगा अन्य व्यक्ति को सौंपा और वहां से चले गए। उसके कुछ देर बाद वे अचेत होकर गिर पड़े, जिसके बाद उन्हें अस्प्ताल पहुंचाया गया, जहां प्राथमिक जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस नेता पी गणेशन की मौत
11 नवंबर 2022

भारत जोड़ो यात्रा में तमिलनाडु के कांग्रेस नेता पी गणेशन की 11 नवंबर 2022 को मौत हो गई। वह कांग्रेस पार्टी के लिए दक्षिण भारत में काम करते थे। वो पिछले 30 साल से कांग्रेस के साथ पार्टी के वर्कर की तरह जुड़े हुए थे। उनके निधन पर राहुल गांधी ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा था, “हमारे साथी यात्री, श्री पी गणेशन जी के निधन से गहरा दुख हुआ. वह कांग्रेस के एक प्रतिबद्ध कार्यकर्ता थे, जिन्होंने पिछले 3 दशकों में पार्टी की हर यात्रा और अभियान में भाग लिया था। उनमें हमने पार्टी के एक सच्चे सिपाही और भारत जोड़ो यात्रा के एक प्यारे साथी को खो दिया है. मैं उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। देश और कांग्रेस पार्टी के प्रति उनका समर्पण देश को एकजुट करने के हमारे प्रयास में हम सभी के लिए प्रेरणा का काम करेगा।”

मुस्कुराते हुए दुख और संवेदना सिर्फ राहुल गांधी ही व्यक्त कर सकते हैं। ऐसा एक बार नहीं है जब राहुल गांधी सांत्वना देने की जगह मुस्कुराते नजर आए हैं। इन पर एक नजर-

शरद यादव को श्रद्धांजलि देने पहुंचे राहुल, वहां मुस्कुराते रहे
13 जनवरी 2023

जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का 12 जनवरी 2023 की रात गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में निधन हो गया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 13 जनवरी को सुबह उनके घर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। राहुल गांधी शरद यादव के परिजनों से भी मिले। शरद यादव की बेटी और कांग्रेस नेता सुभाषिनी राज राव फूट-फूटकर रो रही थी। वहीं राहुल गांधी मुस्कुराते हुए उन्हें सांत्वना देते देखे गए।

राहुल जब बीमार डीएमके प्रमुख करुणानिधि को देखने पहुंचे तो मुस्कुराते रहे
31 जुलाई 2018

दक्षिण की राजनीति के कद्दावर नेता और द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें चेन्नई के कावेरी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम (ICU) पर रखा गया था। बीमार करुणानिधि की स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए राहुल गांधी चेन्नई के कावेरी अस्पताल पहुंचे और उनका हालचाल जाना। इस दौरान भी वे मुस्कुराते नजर आए। मौका दुख और संवेदना जताने का था लेकिन वे हंसते रहे। करुणानिधि का 7 अगस्त 2018 को निधन हो गया।

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एन. धरम सिंह के निधन पर मुस्कुराते दिखे
27 जुलाई 2017

राहुल गांधी कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता एन. धरम सिंह के निधन पर शोक संवेदना जताने गए थे लेकिन वे मुस्कुराते हुए दिखे। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एन धरम सिंह (80) का 27 जुलाई 2017 को निधन हो गया। 25 दिसंबर 1936 को जन्मे धरम सिंह छह दशक तक कांग्रेस के सक्रिय नेता रहे। कर्नाटक में जनता दल-सेक्युलर के साथ बनी पहली गठबंधन सरकार में 28 मई 2004 से तीन फरवरी 2006 तक उन्होंने मुख्यमंत्री का पद संभाला था। सिंह 1978 से 2008 तक कलबर्गी जिले के जेवार्गी विधानसभा से लगातार सात बार विधायक रहे थे। इसके अलावा 2009 से 2014 तक बीदर लोकसभा क्षेत्र से सांसद रहे थे। 1999 से 2004 तक वह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे थे।

कैप्टन अमरिंदर सिंह की मां की शोकसभा में भी मुस्कुराते रहे
26 जुलाई, 2017

कैप्टन अमरिंदर सिंह की मां की 26 जुलाई, 2017 को शोकसभा में राहुल गांधी श्रद्धांजलि देने पहुंचे, वहां भी वे हर घड़ी मुस्कुराते ही रहे। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की मां मोहिंदर कौर का 25 जुलाई, 2017 को निधन हो गया। मोहिंदर कौर का जन्म 14 सितंबर 1922 को हुआ था। वह पटियाला के महाराजा दिवंगत यादविंदर सिंह की पत्नी थी। उम्र के तकाजे के कारण मोहिंदर कौर पिछले कई महीनों से लगातार बीमार चली आ रही थी।

तमिलनाडु की पूर्व सीएम जयललिता को श्रद्धांजलि देने पहुंचे, वहां भी मुस्कुराते दिखे
06 दिसंबर, 2016

तमिलनाडु की पूर्व सीएम जयललिता के निधन के बाद उनकी अंत्येष्टि से पहले 06 दिसंबर, 2016 को श्रद्धांजलि देने राहुल गांधी भी पहुंचे और वहां भी वे मुस्कुराते हुए दिखे। तमिलनाडु की सीएम जे जयललिता का 05 दिसंबर, 2016 को देर रात निधन हो गया। उनकी हृदयगति रुक गई थी, जिसके बाद से विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक बड़ी टीम उनके इलाज में जुटी हुई थी। हर संभव कोशिश के बावजूद डॉक्टर उनकी जान नहीं बचा पाए। अपोलो अस्पताल ने प्रेस रिलीज जारी कर उनके निधन की आधिकारिक पुष्टि की थी। ‘अम्मा’ के नाम से मशहूर जयललिता के निधन के बाद तमिलनाडु में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई थी।

भारत जोड़ो यात्रा में हिंदू और सनातन धर्म का अपमान करने में कोई कोताही नहीं बरती गई। उन पर एक नजर-

यह देश तपस्वियों का है, पुजारियों का नहींः राहुल गांधी

हरियाणा में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस तपस्वियों का संगठन है। वहीं RSS और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जबरन पूजा करवाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह देश तपस्वियों का है, पुजारियों का नहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तपस्या में कमी हो गई थी, यात्रा से उसे पूरा कर रहे हैं।

पांडवों के साथ सभी धर्मों के लोग थेः राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा में सतयुग, त्रेता और द्वापर से लेकर कलियुग तक अपने बेतुके बयानों से चर्चा में हैं। अंबाला में एक नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पांडवों के साथ सभी धर्मों के लोग थे। पांडव अन्याय के खिलाफ खड़े रहे, उन्होंने भी नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोली थी। महाभारत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि क्या उस समय के धनवान पांडवों के साथ थे? अगर ऐसा होता तो पांडवों को जंगलों में क्यों घूमना पड़ता। पांडवों को घरों से बाहर क्यों निकाला गया, क्योंकि उनके साथ अमीर लोग नहीं थे।

राहुल गांधी के सामने पादरी जॉर्ज पोन्नैया ने हिंदू देवी-देवताओं का किया अपमान

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान 9 सितंबर 2022 को हिंदू विरोधी टिप्पणियों के लिए कुख्यात पादरी जॉर्ज पोन्नैया से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान हुई एक चर्चा की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इसमें देखा जा सकता है कि जीसस के बारे में पूरी चर्चा हो रही है। पादरी राहुल गांधी को समझा रहे हैं कि यीशु ही असल में ईश्वर हैं। पोन्नैया ने हिंदू धर्म में पूजी जाने वाली निराकार शक्ति को ईश्वर मानने से इनकार करते हुए कहा- भगवान खुद को असली इंसान के रूप में पेश करते हैं… शक्ति के रूप में नहीं… इसलिए हम व्यक्ति के तौर पर भगवान को देख पाते हैं। खुद को जनेऊधारी बताने वाले राहुल गांधी को हिंदू देवताओं के ऐसे अपमान पर वीडियो में चुपचाप बैठे पादरी की बातों को सुनते देखा जा सकता है। पादरी ये दर्शाते रहते हैं कि जीसस ही असली भगवान हैं जबकि हिंदू देवता काल्पनिक हैं। लेकिन राहुल इस पर कुछ नहीं बोलते। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि यह राहुल गांधी का नफरत जोड़ो अभियान है। आज उन्होंने जॉर्ज पोन्नैया जैसे इंसान को भारत जोड़ो यात्रा का पोस्टर बॉय बनाया है, जिसने हिंदुओं को धमकी दी, उन्हें चुनौती दी और भारत माता के बारे में आपत्तिजनक बातें कहीं। कांग्रेस का हिंदू-विरोधी होने का पुराना इतिहास है।

राहुल की यात्रा में दिखा गौ हत्यारा रिजिल मकुट्टी

राहुल गांधी की पदयात्रा में गाय को मारने वाले रिजिल मकुट्टी भी साथ दिखाई दिया। सोशल मीडिया पर शेयर किए वीडियो में देखा जा सकता है कि एक तरफ जहां रिजिल मकुट्टी सरेआम दिनदहाड़े गौ हत्या करते देखा गया वहीं दूसरी ओर वह राहुल गांधी के साथ पदयात्रा में दिखाई दे रहा है। इसी शख्स को 2017 में बीफ बैन के विरोध में सरेआम एक बछड़े को मारने के चलते पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।

हिंदुत्व उग्र और कुरूप कहकर बदनाम किया गया

मध्यप्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हिंदुत्व के खिलाफ बयान दिया गया। भारत जोड़ो यात्रा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता जयराम रमेश और दिग्विजय सिंह की मौजूदगी में यात्रा में अंशुल त्रिवेदी ने हिन्दुत्व को कुरूप की संज्ञा दी। अंशुल ने बुरहानपुर में हुई प्रेस कांफ्रेस में कहा कि मेरा छात्र आंदोलन में पहले से योगदान रहा है। निर्भया आंदोलन के समय हम सड़कों पर थे। निर्भया के संघर्ष से बिलकिस बानो के जजमेंट तक सत्ता का कुरूप चरित्र सबके सामने है। जब सत्ता कुरूप हो जाती है, बहरी हो जाती है तब नागरिकों को सड़क पर उतरना पड़ता है। वही उसका धर्म होता है। यही धर्म निभाने के लिए हमलोग सामने हैं। उग्र और कुरूप के हिंदुत्व के सामने राहुल गांधी बंधुत्व की राजनीति खड़ी कर रहे हैं। उस बंधुत्व की राजनीति का सोल्जर बनकर मैं भारत यात्री बना हूं।

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