बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आरजेडी के समर्थन से सरकार चला रहे हैं। आरजेडी के साथ जाते ही नीतीश कुमार पर मुस्लिम तुष्टिकरण हावी हो गया। दोनों पार्टियों के नेता मुस्लिम तुष्टिकरण और हिन्दुओं को अपमानित करने का कोई मौका नहीं चूक रहे हैं। ऐसे नेताओं को नीतीश कुमार का मौन समर्थन मिल रहा है। यहीं वजह है कि जहां रामचरितमानस को जलाने की बात की जा रही है, वहीं अब शैक्षणिक संस्थानों में सरस्वती पूजा पर भी पाबंदी लगाई जा रही है। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विधानसभा क्षेत्र मधेपुरा में स्थित बीपी मंडल इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में सरस्वती पूजा पर रोक लगा दी गई है। इसके पीछे साम्प्रदायिक माहौल बिगड़ने की वजह बतायी जा रही है। इससे कॉलेज के छात्र भड़के हुए हैं।
बिहार: मधेपुरा इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रशासन ने कॉलेज परिसर में ‘वसंत पंचमी’ के अवसर पर किसी भी “पूजा” को रोकने के संबंध में नोटिस जारी किया।
छात्रों ने विरोध का आह्वान किया है।जिनके शिक्षा मंत्री पवित्र #रामचरित_मानस पर प्रश्न चिन्ह लगाते हों, उस राज्य में ये सब तो होगा ही। pic.twitter.com/gX3VaFQkMQ
— विकास सिंह राठौर 🅺︎🆁︎🆃︎ (@VSRNoida) January 22, 2023
माहौल बिगड़ने का बहाना बनाकर सरस्वती पूजा पर रोक
मधेपुरा के बीपी मंडल इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र 26 जनवरी को सरस्वती पूजा की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच कॉलेज के प्रिंसिपल ई. अरविंद कुमार अमर ने कॉलेज परिसर में सरस्वती पूजा पर रोक लगा दी। उन्होंने इसके पीछे साम्प्रदायिक माहौल बिगड़ने की आशंका जतायी। उन्होंने दलील दिया कि सरस्वती पूजा की अनुमति देने से दूसरे धर्म के लोग भी इस तरह की मांग करेंगे। अरविंद कुमार ने कहा कि हमने किसी भी प्रकार के सार्वजनिक पूजा-पाठ, धार्मिक अनुष्ठान से संबंधित आयोजनों पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। उन्होंने छात्राों को चेतावनी दी है कि अगर कोई छात्र नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अब नौबत ये है कि लोग अपना सांस्कृतिक उत्सव भी सार्वजनिक रूप से नहीं मना सकते।बिहार के मधेपुरा में इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों के सार्वजनिक रूप से मूर्ति बिठा कर सरस्वती पूजा करने पर कॉलेज प्रशासन ने इस आधार पर रोक लगा दी है कि इससे स्थानीय लोगों से विवाद हो सकता है
sickularism— saroj kumar das (@saroj1817) January 24, 2023
छात्रों के साथ मारपीट,रिस्टीकेट करने की धमकी
कॉलेज प्रिंसिपल के इस फैसले के बाद छात्रों में काफी नाराजगी देखी जा रही है। छात्रों का कहना है कि कॉलेज प्रशासन से कैंपस में सरस्वती पूजा करने की मांग की थी, लेकिन उन्होंने कैंपस में प्रतिमा स्थापित करने से मना कर दिया। छात्रों का आरोप है कि प्राचार्य और फैकल्टी एसडी सिंह ने कुछ छात्रों के साथ मारपीट की और कई छात्रों को कमरे में बंद कर रिस्टीकेट करने की धमकी दी। विवाद बढ़ता देख पुलिस भी आक्रोशित छात्रों की समझाकर शांत कराने के लिए कैंपस में पहुंची, लेकिन पुलिस भी छात्रों को मनाने में नाकाम रहीं।
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विधानसभा क्षेत्र मधेपुरा में बीपी मंडल इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रिंसिपल का फरमान, कैम्पस में सरस्वती पूजा पर लगायी रोक, छात्रों ने किया हंगामा.#chandrashekhar#saraswatipooja#Ramcharitmanas pic.twitter.com/y0ofm9Lz4H
— Nitish chandra (@NitishIndiatv) January 20, 2023
बिहार को पाकिस्तान बनाने की कोशिश कर रही नीतीश सरकार- गिरिराज सिंह
उधर बीजेपी नेता व केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेवार बताते हुए उनके खिलाफ हमला बोला। उन्होंने कहा कि राज्य में हिंदू देवी-देवताओं और सनातन धर्म मानने वाले लोगों के खिलाफ साजिश रची जा रही है। हिंदू धर्म ग्रंथों और देवी-देवताओं की पूजा रोक कर बहुसंख्यक हिंदू समाज के लोगों पर चोट पहुंचाया जा रहा है। नीतीश कुमार ही इस तरह की साजिश को संरक्षण दे रहे हैं। गिरारज सिंह ने कहा कि छात्र सरस्वती पूजा विद्या के मंदिर में नहीं करेंगे, तो क्या पाकिस्तान में करेंगे। नीतीश कुमार कुर्सी के लिए किसी हद तक नीचे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज बिहार सरकार के संरक्षण में हिंदू देवी देवताओं का अपमान किया जा रहा है। लगता है नीतीश सरकार बिहार को पाकिस्तान बनाने की कोशिश में जुटी हुई है।
क्या बिहार सीरिया बन गया है..?
क्या पाकिस्तान में मनाई जाएगी अब सरस्वती पूजा..?
केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने नीतीश सरकार से पूछा है सवाल..?@girirajsinghbjp @Jduonline @NitishKumar @BJP4Bihar @yadavtejashwi @RJDforIndia pic.twitter.com/dR6gvfbjvY— News Wing Bharat (@newswingbharat) January 22, 2023
नीतीश को गुलाम रसूल और चंद्रशेखर के खिलाफ कार्रवाई की हिम्मत नहीं- सम्राट चौधरी
जेडीयू नेता गुलाम रसूल बलियावी ने झारखंड के हजारीबाग में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण दिया। बलियावी ने धमकी दी कि वो शहरों को कर्बला बना देंगे। भड़काऊ बयान देते हुए कहा बलियावी ने कहा, ‘मुझे जितनी गालियां देनी हैं दे लो, लेकिन मेरे आका की इज्जत पर हाथ डालो तुम, अगर मेरे आका की इज्जत पर हाथ डालोगे… तो अभी तो हम कर्बला मैदान में इकट्ठा हुए हैं, उनकी इज्जत के लिए हम शहरों को भी कर्बला बना देंगे।” मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने अपने भाषण में आगे कहा कि मोराबादी और रांची को जाम कर दो। इस पर बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार को गुलाम रसूल बलियावी और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं है।
बलियावी के विवादित बयान पर बीजेपी नेता सम्राट चौधरी और गिरिराज सिंह ने दी तीखी प्रतिक्रिया@girirajsinghbjp @SMCHOUOfficial pic.twitter.com/6REYC6NVBA
— Zee Bihar Jharkhand (@ZeeBiharNews) January 20, 2023
राजस्व मंत्री आलोक मेहता ने सवर्णों को अंग्रेजों का दलाल बताया
बिहार सरकार में भूमि सुधार मंत्री एंव राजस्व मंत्री आलोक मेहता ने सवर्णों को लेकर विवादित बयान दिया। भागलपुर में एक सभा के दौरान आलोक मेहता ने कहा कि देश में 10 प्रतिशत वाले लोग अंग्रेजों के दलाल हैं। उन्हें अंग्रेजों ने जाते वक्त सैकड़ों जमीन देकर जमींदार बना दिया, जबकि मेहनत मजदूरी करने वाले आज तक भूमिहीन हैं। उन्हें समाज में कोई सम्मान नहीं मिलता। जो इन लोगों के खिलाफ आवाज उठाता था उनकी जुबान बंद कर दी जाती थी। आलोक मेहता यहीं नहीं रुके, उन्होंने आरोप लगाया कि हमारे मन में राजनीति के प्रति नफरत भरी जा रही है। वहीं, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि जिन लोगों को मंदिर में घंटा बजाना चाहिए वो सत्ता की कुर्सी पर बैठे हुए हैं।
रा= राष्ट्रीय
ज= जहरीला
द= दल#शर्म_करो_ठगबंधन pic.twitter.com/ANAc4jhfZh— BJP Bihar (@BJP4Bihar) January 23, 2023
रामचरितमानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री का अधूरा ज्ञान
गौरतलब है कि बीपी मंडल इंजीनियरिंग कॉलेज बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विधानसभा क्षेत्र मधेपुरा के अंतर्गत आता है। चंद्रशेखर यादव ने नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में कहा था, ‘मनुस्मृति में समाज की 85 फीसदी आबादी वाले बड़े तबके के खिलाफ गालियां दी गईं। रामचरितमानस के उत्तर कांड में लिखा है कि नीच जाति के लोग शिक्षा ग्रहण करने के बाद सांप की तरह जहरीले हो जाते हैं। यह नफरत को बोने वाले ग्रंथ हैं। एक युग में मनुस्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस, तीसरे युग में गुरु गोलवलकर का बंच ऑफ थॉट, ये सभी देश को, समाज को नफरत में बांटते हैं। नफरत देश को कभी महान नहीं बनाएगी। देश को महान केवल मोहब्बत ही बनाएगी।’
रामचरितमानस ग्रंथ दुनिया में नफ़रत फैलाने का काम करती है : बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का शर्मनाक बयान pic.twitter.com/mUGY4SbAf9
— Anurag Chaddha (@AnuragChaddha) January 11, 2023