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हिंदुत्व विरोधी फिल्में फेल होने से बॉलीवुड फिल्म मेकर्स को आने लगी अकल, डरे कार्तिक-कियारा और साजिद को बदलना पड़ा फिल्म “सत्यनारायण की कथा” का नाम

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मुंबइया बॉलीवुड से ज्यादा सनातन परंपराओं का सम्मान दक्षिण भारतीय फिल्मों के निर्माता-निर्देशक और कलाकार कर रहे हैं। यही वजह है कि दक्षिण की फिल्में अब उत्तर भारत में भी धूम मचा रही हैं, जबकि बॉलीवुड की फिल्में हिंदी बेल्ट में भी ठीक से बिजनेस नहीं कर पा रही हैं। पिछली कुछ फिल्मों का हश्र और आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चढ्डा का विरोध देखकर साजिद नाडियाडवाला को अक्ल आ गई है। हिंदुओं का विरोध के चलते उन्होंने रिलीज से पहले ही अपनी फिल्म ‘सत्यनारायण की कथा’ का शीर्षक बदल दिया है। क्योंकि इस फिल्म से जुड़े एक्टर-डायरेक्टर किसी तरह के विवाद में पड़कर फिल्म को फ्लाप हो जाए, ऐसा नहीं चाहते हैं।बॉलीवुड के बुद्धिजीवी समझने लगे कि अब सनातन प्रतीकों का अनादर महंगा पड़ेगा
दरअसल, सेकुलरवाद के नाम पर बॉलीवुड ने ही हमारी धार्मिक और सनातन मान्यताओं का निरादर करना शुरू किया है। पीके, काली और शमशेरा से लेकर अब लाल सिंह चढ्डा तक हिंदू समुदाय पुरजोर आवाज में सनातन प्रतीकों को जबरदस्ती गलत अर्थों में दिखाने को गलत साबित करने में लगा है। हिंदू जनमानस के जागने के बाद बॉलीवुड के तथाकथित बुद्धिजीवियों को समझ में आने लगा है कि फिल्म मेकिंग का मतलब समाज और देश के प्रति जिम्मेदारी निभाना भी है। अब हिंदू जनमानस जाग गया है। 150 करोड़ की लागत से बनी ताजातरीन फिल्म शमशेरा को इसी वजह के फ्लाप कराकर उसने साबित कर दिखाया है कि आस्था के प्रतीकों का अपमान अब किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा।

कार्तिक-कियारा की फिल्म ‘सत्यनारायण की कथा’ के नाम पर हिंदू समुदाय को आपत्ति
हिंदुओं के इस नव जन-जागरण और आस्था के खिलाफ पिछली कुछ फिल्मों के फ्लाप होने के बाद कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी की आने वाली फिल्म को लेकर मेकर्स डरे हुए हैं। क्योंकि फिल्म के नाम को लेकर हिन्दू समुदाय ने आपत्ति जता दी थी। मेकर्स ने इस फिल्म का नाम ‘सत्यनारायण की कथा’रखा। हम सब जानते हैं कि सत्यनारायण भगवान की कथा का हिंदू जनमानस में कितना महत्व है। आस्था के इस विषय को प्रेम की घटिया चाशनी के साथ परोसने की फिल्म मेकर्स की कोशिश जनता को रास नहीं आई।

डरे मेकर्स ने फिल्म के फर्स्ट लुक के साथ ही नाम बदलकर किया सत्यप्रेम की कथा
फिल्म के नाम पर बवाल को देखते हुए मेकर्स ने फिल्म का नाम से बदलकर ‘सत्यप्रेम की कथा’ कर दिया है। इस बात की जानकारी फिल्म के हीरो कार्तिक आर्यन ने खुद सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए शेयर दी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फिल्म की अभिनेत्री कियारा आडवाणी 31 जुलाई को जन्मदिन था। इस मौके पर कार्तिक आर्यन ने अपनी एक्ट्रेस को जन्मदिन की शुभकामना देते हुए एक बर्थडे पोस्ट शेयर किया। इसके साथ ही फिल्म का फर्स्ट लुक भी जारी कर दिया गया, जिसके कैप्शन में उन्होंने फिल्म के नए नाम की घोषणा की। फिल्म में कार्तिक के किरदार का नाम सत्यप्रेम तो कियारा का नाम कथा है।

बहुसंख्यक लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने से बचाने के लिए नाम बदलने का निर्णय
फिल्म के फर्स्ट लुक की बात करें तो मोशन पोस्टर में कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी एक दूसरे को गले लगाते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं बैकग्राउंड में मीठी सी धुन सुनाई दे रही है। पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में कार्तिक ने लिखा, “हैप्पी बर्थडे कथा । तुम्हारा सत्यप्रेम। सत्यप्रेम की कथा।” वहीं, फिल्म के डायरेक्टर समीर विद्वांस ने कमेंट किया, “मेरे सत्यप्रेम और कथा।” उन्होंने नाम बदलने का बचाव करते हुए कहा कि किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने से बचने के लिए ऐसा किया गया है।

नए नाम ‘सत्यप्रेम की कथा’ को निर्माता और रचनात्मक टीम का समर्थन
गौरतलब है कि कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी की फिल्म ‘सत्यप्रेम की कथा’ को नमः पिक्चर्स के साथ साजिद नाडियाडवाला प्रोड्यूस करेंगे। कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी दूसरी बार स्क्रीन स्पेस शेयर करने जा रहे हैं। इससे पहले दोनों की फिल्म ‘भूल भुलैया 2’ इस साल मई में रिलीज हुई थी और करीब 185 करोड़ रुपये का बिजनेस किया था। कार्तिक के मुताबिक फिल्म का शीर्षक कुछ ऐसा है जो रचनात्मक प्रक्रिया से उभर कर आता है। हमने लोगों की भावनाओं को आहत करने से बचने के लिए अपनी हाल ही में घोषित फिल्म सत्यनारायण की कथा के शीर्षक को बदलने का निर्णय लिया है। फिल्म के निर्माता और रचनात्मक टीम भी इस निर्णय के पूर्ण समर्थन में हैं।

 

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