देश अभी कोरोना संकट से जूझ रहा है। कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या दो लाख के पार पहुंच चुकी है। इसी बीच देशविरोधी तत्वों की गतिविधियां भी शुरू हो चुकी हैं। फिर से सीएए के खिलाफ धरना देने और मोदी सरकार को मुश्किल में डालने के लिए साजिशें की जा रही हैं। इसका प्रमाण बुधवार को शाहीन बाग में देखने को मिला, जब कुछ महिलाएं फिर से सीएए-एनआरसी के खिलाफ धरना शुरू करने पहुंच गईं। हालांकि थोड़ी देर बाद ही पुलिस ने महिलाओं को समझा-बुझाकर वापस भेज दिया।
दिल्ली पुलिस अलर्ट, डीसीपी को सख्त निर्देश
दिल्ली पुलिस को जो अलर्ट मिला है उसके मुताबिक नॉर्थ दिल्ली और दूसरे कुछ इलाकों में सीएए-एनआरसी के खिलाफ फिर से धरना-प्रदर्शन शुरू हो सकते हैं। कोरोना महामारी के बीच दिल्ली की कानून व्यवस्था न बिगड़े इसके लिए दिल्ली पुलिस समेत पैरामिलिट्री फोर्स की कुछ कंपनियों को अलर्ट पर रखते हुए दिल्ली के कुछ थानों में तैनात किया गया है। दिल्ली के सभी जिलों के डीसीपी को कहा गया है कि अपने-अपने जिले में कानून व्यवस्था के इंतजामों को लेकर सजग रहें और फोर्स को तैनात रखें।
धरना-प्रदर्शन के बाद ही दिल्ली के जाफराबाद समेत कई इलाकों में दंगा भड़का था। इन्हीं दंगों की चार्जशीट बीते तीन दिनों से कोर्ट में फाइल की जा रही है। आम आदमी पार्टी के निष्कासित पार्षद ताहिर हुसैन और फारुख फैज़ल को दंगों का मास्टर माइंड बताया जा रहा है। फैज़ल पर आरोप है कि दंगा भड़काने में उसकी अहम भूमिका रही है।


विधायक अमानतुल्लाह खान ने ट्वीट करते हुए कहा, “दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में ताहिर हुसैन को दिल्ली दंगों का मास्टर माइंड बनाया है, जबकि पूरा देश जनता हैं कि दंगे किसने कराए हैं। असल दंगाइयों से अभी तक पुलिस ने पूछताछ तक नहीं की है, मुझे लगता है कि ताहिर हुसैन को सिर्फ मुसलमान होने की सज़ा मिली है।”
दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्ज शीट में ताहिर हुसैन को दिल्ली दंगों का मास्टर माइंड बनाया है, जबकि पूरा देश जनता हैं कि दंगे किसने कराये असल दंगाइयों से अभी तक पुलिस ने पूछ ताछ तक नही की, मुझे लगता है कि ताहिर हुसैन को सिर्फ मुसलमान होने की सज़ा मिली है।
— Amanatullah Khan AAP (@KhanAmanatullah) June 4, 2020
मुस्लिमों को ही क्यों निशाना बनाया जा रहा है ?-अमानतुल्लाह खान
इससे पहले ‘आप’ विधायक ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल को लेकर ट्वीट करते हुए कहा, “LG साहब क्या आपकी दिल्ली पुलिस नहीं जानती है कि दिल्ली के दंगे कराने के लिए बीजेपी के नेता, कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर और परवेश वर्मा भी ज़िम्मेदार हैं। तो फिर दिल्ली दंगों में मुसलमानों की ही गिरफ़्तारी क्यों।”
LG साहब किया आपकी दिल्ली पुलिस,नही जानती कि दिल्ली के देंगे कराने के लिए बीजेपी के नेता, कपिल मिश्रा,अनुराग ठाकुर,और परवेश वर्मा,भी ज़िम्मेदार हैं।
तो फिर दिल्ली दंगों में मुसलमानों की ही गिरफ़्तारी कियों।— Amanatullah Khan AAP (@KhanAmanatullah) May 31, 2020
ताहिर हुसैन पर पुलिस और कोर्ट के कसते शिकंजे से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का करीबी विधायक अमानतुल्लाह खान परेशान है। पुलिस की जांच पर सवाल उठाकर पूरी जांच प्रक्रिया को धार्मिक रंग देना चाहता है। लेकिन जिस तरह से दंगों में ताहिर हुसैन की साजिशों की परतें खुल रही है। उससे स्पष्ट है कि देर-सबरे और कई चेहरे पुलिस की गिरफ्त में आ सकते हैं।