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पंजाब की भगवंत मान सरकार का एक और वादा झूठा, शहीद हरदीप के परिवार को नहीं दिए 1 करोड़ रुपये, RTI में खुलासा

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बार-बार और शोर मचाकर झूठ बोलने को राजनीतिक सफलता का मूल मंत्र मान चुके हैं। यही वजह है कि अब उन्हें झूठ बोलने या झूठे वादे करने में जरा भी संकोच नहीं होता। शायद इनको लगता है कि झूठे वादे करते चलो, झूठी गारंटी बांटते चलो…कुछ दिन बाद जनता सब भूल जाएगी। झूठे वादे करके अपने प्रचार नायाब तरीका आम आदमी पार्टी ने खोज निकाला है। झूठ बोलने और यूटर्न में रिकार्ड बनाने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ ही अब उनके करीबी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी उनके नक्शेकदम चलने लगे हैं। इनके वादे की सच्चाई जानिए कि इन दोनों नेताओं ने शहीद के परिवार को 1 करोड़ रुपये और नौकरी देने की घोषणा की थी लेकिन अब सात महीने बीतने के बाद भी शहीद के परिवार को कुछ नहीं मिला है। एक RTI के जरिये इस बात का खुलासा हुआ है। यानी केजरीवाल और भगवंत मान शहीदों के नाम पर भी घटिया राजनीति करने से बाज नहीं आए। शहीदों के परिवार से इस भावनात्मक खिलवाड़ को क्या कहा जाए। इससे साफ जाहिर होता है कि आम आदमी पार्टी केवल प्रचार में विश्वास करती है।

शहीद के परिवार को 1 करोड़ और नौकरी का किया था वादा

पंजाब की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने सेना के शहीद जवानों के परिवार को एक करोड़ रुपये नौकरी देने की घोषणा की थी लेकिन इस पर अब तक अमल नहीं किया गया है। आम आदमी पार्टी के अन्य वादों की तरह यह भी अभी तक खोखला वादा ही है। पंजाब सरकार ने कहा था कि सेना के जो जवान देश की सीमा की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवा देते हैं, उनको पंजाब की सरकार 1 करोड़ रुपये देगी और परिवार को नौकरी भी दी जाएगी।

भगवंत मान ने कहा था- शहीद हरदीप के परिवार को मदद देगी पंजाब सरकार

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी थी। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा था कि अरुणाचल प्रदेश में पेट्रोलिंग दौरान शहीद हुए फौज में सूबेदार होशियारपुर के हरदीप सिंह जी की आत्मा की शांति के लिए अरदास करते हैं। उनके परिवार से दुख सांझा करते हुए हमने उनके परिवार को ₹1 करोड़ सहायता राशि और एक सरकारी नौकरी देने का फैसला किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब के हमारे वीर सपूत देश और पंजाब की रक्षा करने के लिए, शांति बनाए रखने के लिए अपनी जान की बाज़ी लगा देते हैं। उनका और उनके परिवारों का खयाल रखना समाज की ज़िम्मेदारी होती है। उसी ज़िम्मेदारी को निभाते हुए पंजाब कैबिनेट ने 2 अहम फैसले लिए। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक बयान में कहा था कि सूबेदार हरदीप सिंह ने देश की एकता की रक्षा के लिए अत्यधिक समर्पण दिखाया। उनका बलिदान उनके साथी सैनिकों को अधिक समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए प्रेरित करेगा।

केजरीवाल ने कहा था- शहीद के परिवार को 1 करोड़ रुपये की सम्मान राशि दी जाएगी

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी वाहवाही लूटने में पीछे नहीं रहे। उन्होंने ट्वीट किया था- सूबेदार हरदीप सिंह जी की शहीदी को मैं नमन करता हूँ। हमने वादा किया था कि अगर कोई फ़ौजी या जवान देश की सेवा करते हुए शहीद होता है तो हम उनके परिवार का ख़्याल रखेंगे। भगवंत जी ने अपना वादा निभाया, दिल्ली के बाद अब पंजाब में भी शहीद के परिवार को ₹ 1 करोड़ की सम्मान राशि दी जाएगी।

सूबेदार हरदीप सिंह ने मई 2022 में दिया था सर्वोच्च बलिदान

पंजाब सरकार ने मई 2022 में अरुणाचल प्रदेश में एलएसी पर ड्यूटी के दौरान शहीद हुए सूबेदार हरदीप सिंह के परिवार के सदस्य को एक करोड़ रुपये अनुग्रह राशि और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी। सूबेदार सिंह ने मई 2022 में सर्वोच्च बलिदान दिया था। अरुणाचल प्रदेश में देश की सेवा करते हुए शहीद हुए होशियारपुर के गांव बरांडा के सूबेदार हरदीप सिंह को सैन्य सम्मान के साथ उनके गांव में ही अंतिम विदाई दी गई। कैबिनेट मंत्री जिंपा ने शहीद के परिवार के साथ संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि पंजाब सरकार परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और कभी भी परिवार को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सूबेदार हरदीप सिंह एक बहादुर योद्धा थे और उनके महान बलिदान के प्रति देश सदा उनका ऋणी रहेगा।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की कथनी और करनी में कितना अंतर है इसका अंदाजा आप पंजाब चुनाव के दौरान केजरीवाल द्वारा किए गए वादों और उसकी सच्चाई से जान सकते हैं। इन पर एक नजर-

केजरीवाल ने कहा था- पंजाब में 24 घंटे पानी का इंतजाम करेंगे

पंजाब चुनाव से पहले केजरीवाल ने कहा था पंजाब के कई जिलों में पानी की किल्लत है। हम सत्ता में आएंगे तो 24 घंटे पानी का इंतजाम करेंगे। लेकिन अब चुनाव के बाद कह रहे हैं पानी की समस्या दूर करना केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है।

पूरा पंजाब रो रहा है, हमने AAP को वोट देकर बहुत गलत किया

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी झूठे वादों की राजनीति करने में देश में सबसे टॉप पार्टी बन गई है। दिल्ली की जनता इनके झूठे वादो से तो पीड़ित ही है अब पंजाब के लोगों को यह बात समझ आ गई है कि केजरीवाल की पार्टी को जिताकर उन्होंने कितनी बड़ी भूल की है। आज पूरा पंजाब रो रहा है। विकास की बात तो छोड़िए, वहां कानून-व्यवस्था खत्म हो चुकी है, दिनदहाड़े हत्या हो रही है, समूचा पंजाब नशे की गिरफ्त में है, किसान, टीचर लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं और उनकी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। केजरीवाल ने जिन वादों का लॉलीपॉप थमाकर पंजाब में जीत दर्ज की थी, अब वे वादे हवा-हवाई हो गए हैं। जब पंजाब में AAP की सरकार नहीं थी तब केजरीवाल ने पराली को सोना बताया था और अब सरकार बन गई है तो इसका समाधान उनके पास नहीं है। अब वह इसके समाधान के लिए केंद्र सरकार से मदद मांग रहे हैं। केजरीवाल के झूठे वादों की राजनीति अब पंजाब की जनता को समझ आ गई है इसीलिए वह सड़कों पर है। अब पंजाब लोग खुद कह रहे हैं- पूरा पंजाब रो रहा है, हमने AAP को वोट देकर बहुत गलत किया, AAP को वोट देने का मतलब बच्चों का भविष्य खराब करना है।

पंजाब में किसानों की मांग पर भगवंत मान का नया पैंतरा, राज्य सरकार से जुड़ी मांगें पूरी कर चुके, बाकी केंद्र सरकार पूरी करेगी

पंजाब के किसान भगवंत मान के संगरूर आवास पर पिछले कई दिनों से धरना प्रदर्शन दे रहे हैं और अपनी मांगें पूरी करने की अपील कर रहे हैं। लेकिन सरकार बनने के बाद से ही भगवंत मान किसानों की मांगें पूरी करने का झुनझुना थमा रहे हैं। झूठ बोलने और यूटर्न में रिकार्ड बनाने वाले केजरीवाल ने जिस तरह पंजाब चुनाव से पहले कहा था कि पंजाब में पानी की किल्लत दूर करेंगे और 24 घंटे पानी का इंतजाम करेंगे। लेकिन सरकार बनने के बाद कह दिया कि पानी की समस्या दूर करना केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है। अब उसी राह पर चलते हुए भगवंत मान ने नया पैंतरा चला है कि राज्य सरकार से जुड़ी किसानों की मांगें वह पूरी कर चुके हैं और जो केंद्र सरकार से संबंधित हैं उन्हें केंद्र को भेज दिया गया है। यानी वादे केजरीवाल और मान करेंगे और वादे को पूरा केंद्र की मोदी सरकार करेगी।

पंजाब की भगवंत मान सरकार ने केजरीवाल और राघव चड्ढा को दी जेड प्लस सुरक्षा

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने राजनीति में पदार्पण के समय कहा था वो सरकारी सुविधाएं नहीं लेंगे। लेकिन दिल्ली में सरकार बनते ही सारे राजनीतिक सिद्धांतों और मूल्यों को ठंडे बस्ते में डाल दिया और सत्ता की मलाई खाने में व्यस्त हो गए। अब वो नियम और कानून की धज्जियां उड़ाते हुए सरकारी सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं। इसी बीच पंजाब सरकार ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को Z+ की सुरक्षा देने की एक लिस्ट जारी की है। भगवंत मान सरकार ने सुरक्षा देने के लिए एक नई चाल चली है। इसके तहत केजरीवाल का डिमोशन कर दिया गया है। उन्हें आप पार्टी के राष्ट्रीय संजोयक से पंजाब के आप पार्टी का संयोजक बना दिया गया है। जबकि प्रदेश संयोजक मुख्यमंत्री भगवंत मान है।

केजरीवाल को दिल्ली और पंजाब से Z+ सुरक्षा क्यों ?

केजरीवाल की सुरक्षा में पंजाब पुलिस लगेगी और उस पर होने वाला खर्च भी पंजाब के खजाने से होगा। ऐसे में सवाल उठाए जा रहे हैं कि जब दिल्ली के मुख्यमंत्री को पहले से ही केंद्र सरकार ने Z+ सुरक्षा दी हुई है तो उन्हें पंजाब से भी Z+ सुरक्षा की आवश्यकता क्यों है? बीजेपी नेता मनजिंदर सिरसा ने कहा कि आप जहां वीआईपी कल्चर खत्म करने की बात कर रही है, वहीं केजरीवाल ने दिल्ली और पंजाब दोनों जगहों से सुरक्षा ले ली है।

भगवंत मान सरकार ने कर्ज नहीं चुकाने पर दो हजार किसानों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया

दिल्ली की तरह पंजाब में भी झूठे वादे कर आम आदमी पार्टी की सरकार तो आ गई, लेकिन अब उसे सरकार चलाना मुश्किल हो रहा है। राज्य की भगवंत मान सरकार जिस तरह लुभावने वादे के साथ शर्तें लागू कर रही हैं, उससे राज्य की जनता के अरमानों पर पानी फिरते नजर आ रहा है। वहीं सत्ता में आते ही किसानों की गिरफ्तारी भी शुरू कर दी है। मान सरकार की ये गाज उन किसानों पर गिर रही है जिन्होंने खेती विकास बैंकों का कर्जा नहीं लौटाया है। खुद को किसानों की हितौषी बताने वाले केजरीवाल के चहेते मुख्यमंत्री ने कर्ज से कराह रहे 2000 किसानों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर उनके उम्मीदों पर बुलडोजर चला दिया है। राज्य के कई इलाकों में सहकारी बैंकों ने डिफाल्टरों पर कार्रवाई भी शुरू कर दी है। और कई केसों में तो जमीन की नीलामी की प्रक्रिया भी चल रही है। खेती विकास बैंक फिरोजपुर ने बस्ती रामवाड़ा के 11 लाख के कर्जदार किसान बख्शीश सिंह को पकड़ा। हालांकि, बख्शीश सिंह ने पकड़ के बाद लिखित में कहा कि वो एक महीने में कर्जा लौटा देगा। उसके द्वारा दिए गए इस लिखित पत्र के बाद उसे गिरफ्तार नहीं किया गया। इसके अलावा खेती विकास बैंक जलालाबाद के किसान सोमनाथ को भी गिरफ्तार किया गया, जिसपर 12 लाख रुपये का कर्ज था। जब उसने 6.27 लाख रुपये अदा कर दिए तो छोड़ दिया गया।

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