प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक ऐसे नेता के रूप में उभरे हैं, जिनकी स्वीकारोक्ति न सिर्फ भारत में बल्कि पूरे विश्व में हैं। कोरोना संकट और रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान उन्होंने जिस नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया है, उससे वह एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित हो चुके हैं। हाल ही में इंडोनेशिया के बाली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में भी प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी नेतृत्व क्षमता का लोहा मनवाया, जिसके मुरीद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के करीबी और उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जोनाथन फाइनर भी हो गए हैं। उन्होंने बाली घोषणापत्र संबंधी बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका की जमकर तारीफ की है।
ग्लोबल मुद्दों पर काम करने वाले नेताओं में पीएम मोदी
वाशिंगटन में भारतीय अमेरिकियों के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमेरिकी सरकार के वरिष्ठ अधिकारी जोनाथन फाइनर ने बताया कि बाइडेन भारत के प्रधाममंत्री मोदी के बड़े प्रशंसक है और उनको ग्लोबल मुद्दों पर काम करने वाले नेताओं में मानते हैं। रविवार (20 नवंबर, 2022) को जोनाथन फाइनर अमेरिकी सरकार के कई अधिकारियों के साथ इंडिया हाउस पहुंचे और वहां भारत और अमेरिका के रिश्तों की सराहना की। उन्होंने भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू से मुलाकात में प्रधानमंत्री मोदी की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा कि उन्होंने विश्व स्तर पर अच्छी भूमिका अदा की है।
At G20, PM Modi was “instrumental in forging a consensus among a far flung group of countries” says American Principal Deputy NSA Jon Finer at an event at India House, Washington; Points,’when US & Prez Biden look for partners’ then ‘India & PM Modi are very high on that list’: pic.twitter.com/XJ3kYiuLD6
— Sidhant Sibal (@sidhant) November 21, 2022
जी-20 में एक राय बनाने में पीएम मोदी ने निभाई अहम भूमिका
जोनाथन फाइनर ने कहा कि जी-20 समिट के दौरान सभी देशों की एक राय बनाने में प्रधानमंत्री मोदी ने अहम भूमिका निभाई। राष्ट्रपति बाइडेन भी प्रधानमंत्री मोदी को वह नेता मानते हैं, जो ग्लोबल मुद्दों पर काम कर सकते हैं। फाइनर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कहा कि यह दौर युद्ध का नहीं है और उनके इस बयान ने साझा बयान को लेकर सहमति की नींव रख दी। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका और उसके राष्ट्रपति जो बाइडेन जब दुनियाभर में ऐसे भागीदारों की तलाश करते हैं, जो वास्तव में जिम्मेदारियों का भार उठाने में मदद कर सकते हैं। या जो वास्तव में वैश्विक एजेंडे को आगे बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं। तब भारत और उसके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सूची में काफी ऊपर मिलते हैं।
आने वाले वर्षों में और मजबूत होगा भारत-अमेरिका संबंध
फाइनर ने कहा आम सहमति बनाने के इस तथ्य को प्रधानमंत्री मोदी और भारत के अन्य सदस्यों के उन कार्यों और टिप्पणियों मं भी देखा है, जो उन्होंने परमाणु मुद्दे पर बढ़ते जोखिम को उजागर करने के लिए की है। इस मौके पर भारतीय राजदूत की भी तारीफ करते हुए फाइनर ने कहा कि संधू बेहद प्रभावशाली हैं और वह अमेरिका में भारत की ओर से अब तक के सबसे अच्छे राजदूत हैं। भारत और अमेरिका के संबंधों के लिए 2022 का साल अहम रहा है और आने वाले वर्षों में यह और मजबूत होगा। इस दौरान जोनाथन ने 23 साल पुरानी अपनी भारत यात्रा को याद किया।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन की 15 से अधिक बार मुलाकात
इंडिया हाउस में आयोजित कार्यक्रम के दौरान अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन भारत-अमेरिका संबंधों को गति दे रहे हैं, जिनके बीच 15 से अधिक बार मुलाकात हो चुकी है। दोनों नेता आखिरी बार बाली में पिछले हफ्ते आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में मिले थे। वहीं डॉक्टर विवेक मूर्ति ने भारत-अमेरिका के संबंधों और अपनी भारत से जुड़ी जड़ों के बारे में बात की। मैरीलैंड की एलजी अरुणा मिलर ने कहा कि महात्मा गांधी के अहिंसक सत्याग्रह ने अमेरिका में मार्टिन लूथर किंग को प्रभावित किया था। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के चलते ही अमेरिका में सबको वोटिंग का अधिकार मिला है और प्रवासी लोगों से नस्ल के आधार पर भेदभाव समाप्त हो सका।
इंडिया हाउस में दिखी भारतीयता की झलक
भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में बाइडेन के स्पेशल कोऑर्डिनेटर एमोस हॉचेस्टेन शामिल थे। इसके अलावा रिपब्लिक सीनेटर और डोनाल्ड ट्रंप के करीबी नीरज अंटानी ने भी इस आयोजन में शिरकत की। इसमें भारतीय संस्कृति के समकालिक स्वरूप को प्रदर्शित किया गया। कार्यक्रम में दीवाली से लेकर हनुक्का तक, ईद से लेकर बोधि दिवस तक और गुरु पर्व से लेकर क्रिसमस तक विभिन्न धर्मों के त्योहार बड़े उत्साह के साथ मनाए गए। इस दौरान भारतीय भोज परोसा गया और ज्यादातर लोग भारत की ट्रैडिशनल ड्रेसेज में दिखाई दिए।