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हरीश रावत ने कांग्रेस पर फोड़ा ट्वीट बम, मनीष तिवारी का आलाकमान पर तंज, “भोग पूरा ही डालेंगे, कोई कसर न रह जाए”

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पंजाब के लुधियाना में गुरुवार (23 दिसंबर, 2021) को कोर्ट परिसर के अंदर हुए विस्फोट से पूरा देश सकते में आ गया। लेकिन इससे पहले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत के ट्वीट बम ने कांग्रेस में हलचल मचा दी है। अब कांग्रेस के नेता ही आलाकमान पर तंज कसते नजर आ रहे हैं। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बाद अब कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने इशारों-इशारों में आलाकमान पर निशाना साधते हुए कहा कि अब कांग्रेस को खत्म करके ही मानेंगे। उन्होंने असम में हिमंता बिस्वा शर्मा और पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के बाद अब हरीश रावत के कांग्रेस छोड़ने की ओर संकेत किया है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत को उत्तराखंड चुनाव को लेकर संगठन से सहयोग नहीं मिल रहा है। इससे वे काफी असहाय नजर आ रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर अपनी बेबसी जाहिर की। इसके बाद कांग्रेस में बवाल शुरू हो गया। श्री आनंदपुर साहिब से कांग्रेसी सांसद मनीष तिवारी ने इशारों में कांग्रेस हाईकमान पर हमला बोला। तिवारी ने कहा कि पहले असम, फिर पंजाब और अब उत्तराखंड, भोग (मृतक की अंतिम रस्म) पूरा ही डालेंगे, कोई कसर न रह जाए। यह पहली बार नहीं है कि तिवारी इस तरह इशारों में हमलावर हुए हों। इससे पहले भी वह पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू से लेकर कांग्रेस आलाकमान पर निशाना साध चुके हैं।  

कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी हरीश रावत पर निशाना साधने का मौका मिल गया है। उन्होंने रावत को कहा था कि जो फसल बोई है, वहीं काटनी पड़ती है। आपको भविष्य की कोशिशों के लिए शुभकामनाएं (अगर हों तो) हरीश रावत जी। कैप्टन का तंज इसलिए अहम है क्योंकि उन्हें पंजाब के मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने में रावत का अहम योगदान रहा। उन्होंने ही नवजोत सिद्धू को सक्रिय करने के बाद पंजाब का कांग्रेस अध्यक्ष बनाने के लिए खूब लॉबिंग की थी।

गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए कांग्रेस छोड़ने के संकेत दिए थे। उन्होंने लिखा कि ‘है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र में तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर कर खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है। जिस समुद्र में तैरना है, सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं, जिनके आदेश पर तैरना है। उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं। मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिए, अब विश्राम का समय है!’

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