गुजरात में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कंचन जरीवाला की गुमशुदगी और नामांकन वापसी ने सियासी हलचल पैदा कर दी थी। लेकिन इस सियासी ड्रामे का पटाछेप खुद कंचन जरीवाला ने आम आदमी पार्टी के झूठ से पर्दा हटाकर कर दिया है। उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेताओं द्वारा बीजेपी पर अपहरण के झूठे आरोपों को खारिज करते हुए अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं पर चुनाव प्रचार के लिए पैसे मांगने और आम आदमी पार्टी पर गुजरात और देश विरोधी होने का आरोप लगाया है।
AAP उम्मीदवार के तौर पर सूरत ईस्ट से कंचन जरीवाला ने नामांकन वापस लिया।
– AAP पार्टी ने उनके अपहरण होने की बात कही थी।
– कल रात से लापता कंचन जरीवाला आज अचानक पुलिस सुरक्षा में आए और उन्होंने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया|
– बीजेपी और आप एक दूसरे पर अपहरण के आरोप लगा रहे। pic.twitter.com/FmHQU98OPJ— Shubhankar Mishra (@shubhankrmishra) November 16, 2022
AAP से जान को खतरा, बीजेपी ने नहीं किया अपहरण
दरअसल सूरत ईस्ट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कंचन जरीवाला अपना नामांकन पत्र वापस लेने के लिए पुलिस सुरक्षा के बीच चुनाव अधिकारी के कार्यालय पहुंचे। नामांकन वापस लेने के बाद उन्होंने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए आरोप लगाया कि उन्हें अपनी ही पार्टी से जान का खतरा है। उन्होंने अपना बयान भी जारी किया कि उन्होंने किसी के दवाब में नहीं बल्कि स्वेच्छा से अपना नामांकन वापस लिया। बीजेपी ने मेरे ऊपर कोई दबाव नहीं डाला और न ही मैंने किसी के दबाव में अपना नामांकन वापस लिया। मेरा अपहरण नहीं हुआ था। मैं अपने बेटे के दोस्तों के साथ चला गया था।
कांचन जरीवाला ने सूरत से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार का पर्चा वापस ले लिया है। उनका दावा है कि
– इलाक़े के वोटरों ने भारत और गुजरात विरोधी पार्टी को समर्थन देने से मना कर दिया था।
– अंतरात्मा की आवाज़ सुनकर वो हट गए।
– आप का आरोप है कि उनका अपहरण कर ये करवाया गया। pic.twitter.com/SDskHj4aX4— Shubhankar Mishra (@shubhankrmishra) November 16, 2022
‘गुजरात और देश विरोधी पार्टी का उम्मीदवार नहीं बन सकता’
एक न्यूज चैनल से बातचीत में जरीवाला ने कहा कि आम आदमी पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी और पार्टी के खिलाफ आने वाले ओपिनियन पोल के कारण मैंने चुनाव से हटने का फैसला लिया है। मेरा या मेरे परिवार का अपहरण नहीं किया गया था। उन्होंने आगे कहा कि मेरे प्रचार के दौरान लोग मुझसे पूछते थे कि मैं एक देश-विरोधी और गुजरात विरोधी पार्टी का उम्मीदवार क्यों बना? इसके बाद मैंने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी और मैंने बिना किसी दबाव के अपना नामांकन वापस ले लिया। मैं ऐसी पार्टी का समर्थन नहीं कर सकता जो गुजरात और देश विरोधी हो।
सूरत पूर्व से आप के उम्मीदवार कंचन जरीवाला। इन्होंने पर्चा वापस ले लिया। आप ने आरोप लगाया था कि बीजेपी ने अपहरण किया। जरीवाला के मुताबिक लोगों ने कहा कि मैं देश विरोधी और गुजरात विरोधी पार्टी का उम्मीदवार क्यों बना। मैंने अपनी अंतररात्मा की आवाज पर बिना दबाव के पर्चा वापस ले लिया pic.twitter.com/wN2CMZQseO
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) November 16, 2022
AAP के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने प्रचार के लिए मांगे पैसे
जरीवाला ने नामांकन वापस लेने का के मामले में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पैसे मांगने का आरोप लगाया। उन्होंंने कहा कि सूरत (पूर्व) विधानसभा में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया था। कार्यकर्ता रुपयों की मांग करने लगे थे। जरीवाला ने आगे कहा कि मैं इतना सक्षम नहीं हूं कि 80 लाख से एक करोड़ रुपये तक चुनाव में खर्च कर सकूं। उनकी मांग इतनी थी कि मैं उसे पूरा नहीं कर सकता था।
‘पार्टी के कार्यकर्ता मुझसे पैसे मांग रहे थे’
◆ कंचन जरीवाला ने बताई नामांकन वापस लेने की वजह
◆ सूरत ईस्ट से AAP के उम्मीदवार थे Kanchan Jariwala pic.twitter.com/WiFotOY68O
— News24 (@news24tvchannel) November 17, 2022
झूठे साबित हुए सिसोदिया और गढ़वी के आरोप
इससे पहले AAP के सीएम कैंडिडेट इसुदान गढ़वी ने कहा था कि कंचन जरीवाला मंगलवार शाम से गायब हैं। गढ़वी का आरोप था कि बीजेपी के गुंडों ने जरीवाला को परिवार समेत अगवा कर लिया है। वहीं आप नेता मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि जरीवाला से गनपॉइंट पर नॉमिनेशन वापस कराया गया। सिसोदिया ने कहा था कि उन्हें आखिरी बार कल आरओ ऑफिस में देखा गया था। सिसोदिया ने कहा, 500 से ज्यादा पुलिस वाले जबरन कंचन जरीवाला को रिटर्निंग ऑफिसर के दफ्तर लेकर पहुंचे और बंदूक की नोक पर उनका नामांकन वापस कराया।