आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन ने दिल्ली हिंसा में शामिल होने पर अपनी सफाई दी है। लेकिन मीडिया में जारी अरविंद केजरीवाल के इस करीबी पार्षद ताहिर हुसैन का नया वीडियो पूरी तरह से फर्जी है। देखिए सात सबूत
दंगों के आरोपी #TahirHussian का दंगों के समय शूट हुआ एक वीडियो खूब चल रहा है, चैनल भी चला रहे हैं, लेकिन ये वीडियो एडिटेड है, फर्जी है। इसे क्रोमा टेक्निक से तैयार किया गया है। मैं इसके 7 सबूत सामने रख रहा हूं (1/9)#DelhiRiotTruth#DelhiViolance@DelhiPolice#ArrestTahirHussain pic.twitter.com/wpLXZFOQah
— Dr. Harish Chandra Burnwal (@hcburnwal) February 28, 2020
पहला सबूत –
बैकग्राउंड मूव कर रहा है, लेकिन सब्जेक्ट (#TahirHussian) स्टैटिक है। यानि बैकग्राउंड अलग से शूट किया है और ताहिर को अलग है। और फिर बाद में क्रोमा टेक्निक से दोनों को जोड़ा गया है। (2/9)#DelhiRiotTruth#DelhiViolance@DelhiPolice#ArrestTahirHussain pic.twitter.com/niPBoO0ZHi— Dr. Harish Chandra Burnwal (@hcburnwal) February 28, 2020
दूसरा सबूत –
हैंड मूवमेंट के पास ध्यान दें आपको ब्लू टोन, ब्लू रिफ्लेक्शन दिखेगा। इससे पता चलता है कि ये वीडियो ब्लू परदे पर शूट किया गया है। एडिटिंग में इसके व्हाइटनेस को बढ़ाने पर ब्लू रिफ्लेक्शन और नजर आएगा। (3/9)#DelhiRiotTruth#DelhiViolance@DelhiPolice#ArrestTahirHussain pic.twitter.com/E2S2qqHcZF— Dr. Harish Chandra Burnwal (@hcburnwal) February 28, 2020
तीसरा सबूत –
अगर ये वीडियो #TahirHussian ने उस वक्त शूट किया गया है, जब दंगे हो रहे थे तो इसका ऑडियो इतना साफ क्यों है। जबकि इसने किसी भी तरह का कोई collar mic use नहीं किया है। (4/9)#DelhiRiotTruth#DelhiViolance@DelhiPolice#ArrestTahirHussain pic.twitter.com/J9DNW85PLY— Dr. Harish Chandra Burnwal (@hcburnwal) February 28, 2020
चौथा सबूत –#TahirHussian के कान को ध्यान से देखिये, ये कटे हुए हैं, प्रॉपर नहीं दिख रहे हैं। ऐसा तब होता है जब क्रोमा में परदे का रिफ़्लेशन ज्यादा हो और उसे कम करने के लिए edgesको टूल्स के द्वारा कम किया जाए (5/9)#DelhiRiotTruth#DelhiViolance@DelhiPolice#ArrestTahirHussain pic.twitter.com/IsWzXExuXO
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5वां सबूत-#TahirHussian के वीडियो की प्रॉपर्टी को देखिए, पता चलेगा कि इसे 27 फरवरी को तैयार किया गया है। हालांकि इसमें छेड़छाड़ की गुंजाइश है। पर सवाल ये है कि इस वीडियो को इतने दिनों तक छिपाकर क्यों रखा गया? (6/9)#DelhiRiotTruth#DelhiViolance@DelhiPolice#ArrestTahirHussain pic.twitter.com/aLTLxS0oCg
— Dr. Harish Chandra Burnwal (@hcburnwal) February 28, 2020
छठा सबूत-#TahirHussian की बॉडी लैंग्वेज एकदम स्थिर और शांत है। एंकरिंग करते हाथों की स्टाइल देखिए। भीषण दंगों के माहौल में कोई इस प्रकार शांति के साथ एंकरिंग करे, क्या ये संभव है? (7/9)#DelhiRiotTruth#DelhiViolance@DelhiPolice#ArrestTahirHussai pic.twitter.com/b0r6ZDXj33
— Dr. Harish Chandra Burnwal (@hcburnwal) February 28, 2020
7वां सबूत-#TahirHussian पहले भी क्रोमा पर वीडियो तैयार करते रहे हैं, इसका सबूत देख लीजिए। शायद इसीलिए खुद को बचाने के लिए क्रोमा पर ऐसा वीडियो तैयार किया है, ताकि वो रियल सा लगे। (8/9)#DelhiRiotTruth#DelhiViolance@DelhiPolice #ArrestTahirHussain pic.twitter.com/NFhQGrX2WD
— Dr. Harish Chandra Burnwal (@hcburnwal) February 28, 2020
अगर @DelhiPolice #TahirHussian के इस वीडियो की जांच करे, टेक्नीकल एक्सपर्ट की राय ले तो यही वीडियो एक बड़ा सबूत साबित होगा क्योंकि गुनहगार ही अपने गुनाह को छिपाने के लिए ऐसी हरकत कर सकता है। शायद मेरी राय आपके काम आ जाए (9/9)#DelhiRiotTruth#DelhiViolance #ArrestTahirHussain
— Dr. Harish Chandra Burnwal (@hcburnwal) February 28, 2020