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मोदी सरकार को रोजगार के मोर्चे पर बड़ी सफलता, कोरोना महामारी के बावजूद अप्रैल से जून तक रोजगार में 29 प्रतिशत की वृद्धि

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के प्रयासों के कारण कोरोना महामारी की चुनौती के बावजूद जहां अर्थव्यवस्था में तेजी दिखाई दे रही है, वहीं रोजगार के अवसर भी पैदा हो रहे हैं। इससे देश में रोजगार की स्थिति बेहतर हुई है। श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोमवार (27 सितंबर, 2021) को 10 से ज्यादा रोजगार देने वाले गैर-कृषि प्रतिष्ठानों से जुड़ी तिमाही रोजगार सर्वेक्षण की रिपोर्ट जारी की। सर्वेक्षण के मुताबिक पहले दौर में चयनित 9 क्षेत्रों में अप्रैल से जून 2021 की तिमाही के दौरान अनुमानित कुल रोजगार 3.8 करोड़ है। इसमें 2013-14 के कुल 2.37 करोड़ रोजगार की तुलना में 29 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है।

सर्वेक्षण में मैनुफैक्चरिंग, कंस्ट्रक्शन, व्यापार, परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास और होटल, आईटी / बीपीओ और वित्तयी सेवाओं के नौ क्षेत्रों को शामिल किया गया है। इनमें आईटी/बीपीओ में 152 प्रतिशत की सबसे प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। भूपेंद्र यादव ने बताया कि सभी क्षेत्रों के अनुमानित कुल रोजगार में मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र का करीब 41 प्रतिशत, शिक्षा का 22 प्रतिशत और स्वास्थ्य का 8 प्रतिशत योगदान है। वहीं व्यापार, आईटी और बीपीओ में श्रमिकों की कुल अनुमानित संख्या का 7 प्रतिशत हिस्सा शामिल है।

रोजगार देने में सफल रही मोदी सरकार

      सेक्टर       रोजगार में वृद्धि
 आईटी/बीपीओ         152%
    स्वास्थ्य           77%
     शिक्षा           39%
   विनिर्माण           22%
    निर्माण           42%
   परिवहन           68%
 वित्तीय सेवाओं           48%

अब हर तिमाही जारी होगी रोजगार सर्वेक्षण की रिपोर्ट

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि सरकार के प्रयासों से अब रोजगार सर्वेक्षण की रिपोर्ट नियमित रुप से प्रत्येक तिमाही में जारी होगी। इससे सरकार को योजनाएं बनाने और उन्हें लागू करने के लिए पुख्ता आंकड़े उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि साक्ष्य आधारित नीति निर्माण और सांख्यिकी आधारित क्रियान्वयन मोदी सरकार का मुख्य फोकस है। शुद्धता और अखंडता के साथ वैज्ञानिक रूप से एकत्र किए गए आंकड़ों को क्रॉस-चेक भी किया जा सकता है। सर्वेक्षण के आंकड़े नीति निर्माताओं, केंद्र/राज्य सरकार के अधिकारियों, शोधकर्ताओं और अन्य हितधारकों के लिए बेहद उपयोगी साबित होंगे।

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