Home वाराणसी विशेष काशी के कपड़ा उद्योग का हो रहा कायाकल्प

काशी के कपड़ा उद्योग का हो रहा कायाकल्प

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वाराणसी की बनारसी साड़ी दुनियाभर में प्रसिद्ध है। बनारसी रेशमी साड़ी अपनी महीनता, मुलायमपन, बारीक डिजाइन और जरी के काम के लिए एक अलग ही पहचान रखती है। बनारसी साड़ियां सभी पारंपरिक उत्सवों और विवाह समारोह में पहनी जाती रही है। हिंदुस्‍तान की शायद ही कोई महिला ऐसी होगी जिसने बनारसी साड़ी का नाम सुना नहीं होगा।

वाराणसी में विभिन्न कुटीर उद्योग कार्यरत हैं, जिनमें बनारसी रेशमी साड़ी, कपड़ा उद्योग, कालीन उद्योग एवं हस्तशिल्प प्रमुख हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण यहां के कपड़ा उद्योग और बुनकरों के दिन बहुरने लगे हैं।

  • इसमें नई जान डालने के लिए 347 करोड़ रुपए से कई परियोजनाएं शुरू की गई हैं।
  • वाराणसी के हथकरघा और हस्तशिल्प उद्योग को तकनीकी विपणन और अन्य सहयोग प्रदान करने के लिए 305 करोड़ रुपए की लागत से एक टेक्सटाइल फैसिलिटेशन सेंटर का निर्माण किया गया है।
  • साथ ही नौ स्थानों पर बुनकरों को उत्कृष्ट उत्पादन सुविधा के लिए कॉमन फैसिलिटेशन सेंटर बनाए गए हैं।
  • वाराणसी में छह करोड़ रुपए की लागत से नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी की शाखा खोली गई है।
  • रीजनल सिल्क टेक्नोलॉजिकल रिसर्च स्टेशन की स्थापना की गई है।
    साथ ही 31 करोड़ रुपए की लागत से हस्तशिल्प उद्योग सर्वांगीण विकास योजना शुरू की गई है।

कपड़ा उद्योग के लिए यहां जो योजनाएं शुरू की हैं, उससे लोगों को रोजगार के काफी अवसर मिलेंगे।

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