उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विकास को समर्पित एक राष्ट्रवादी नेता हैं। केंद्र की मोदी सरकार विकास की बात करती है और योगी आदित्यनाथ विकास के लिए पूर्ण समर्पित हैं। योगी जी ने समाज और उत्तर प्रदेश के लिए अपने घर परिवार को छोड़ा और देश सेवा की। योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह बिष्ट है। योगी जी का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी जिला स्थित यमकेश्वर तहसील के पंचूर गांव में हुआ। टिहरी के गजा के स्थानीय स्कूल में पढ़ाई शुरू की और गढ़वाल विश्विद्यालय से गणित में बीएससी किया।
योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरक्षनाथ पीठ के महंत हैं। गोरखनाथ मंदिर के आसपास रहने वाले योगी की बहुत इज्जत करते हैं चाहे वे किसी भी जाति या समुदाय के हों। मंदिर के आसपास रहने वाले मुसलमानों की भी योगी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। आपको शायद हैरानी हो पर कई बड़े मुस्लिम योगी आदित्यनाथ के बेहद करीबी हैं। वो जाति और धर्म की राजनीति से उपर उठकर काम करते हैं। वो हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं, जो हिन्दू युवाओं का सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह है।
योगी आदित्यनाथ 1998 से लगातार गोरखपुर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। 1998 में गोरखपुर से 12वीं लोकसभा का चुनाव जीतकर योगी आदित्यनाथ संसद पहुंचे तो वह सबसे कम उम्र के सांसद थे। वो 26 साल की उम्र में पहली बार सांसद बने। इसके बाद वह गोरखपुर से 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 में लोकसभा सांसद बने।
उन्होंने किसानों से लेकर आम जनमानस के कई मुद्दे संसद में उठाए और काम किया। योगी आदित्यनाथ ने वर्तमान लोकसभा की चर्चा में 56 बार हिस्सा लिया जब दूसरे सांसदों का औसत मात्र 45 है। पिछली लोकसभा में योगी ने राष्ट्रीय हित के विषयों पर 347 बार से ज्यादा सवाल उठाए, जो किसी अन्य सांसद के मुकाबले ज्यादा है। योगी आदित्यनाथ बतौर सांसद 3 प्राइवेट बिल पेश किए जबकि राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर ये औसत मात्र 1 है।