प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत का दुनिया में जो स्थान बना है वह निश्चित ही भारत के बढ़ते प्रभुत्व को बयां करता है। उनकी अगुवाई में भारत आज एक ग्लोबल पावर बनकर उभरा है। विदेशों में भारत की धमक बढ़ गई है। यह पीएम मोदी की नीतियों और उनके व्यक्तित्व का ही असर है कि आज विश्व के शक्तिशाली देशों के नेता भी उनको गंभीरता से लेते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के लिए भारतीय मूल की महिला उम्मीदवार तुलसी गबार्ड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत किया है।
गबार्ड ने पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा का किया स्वागत
पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप जहां 22 सितंबर को भारतीय-अमेरिकी समुदाय द्वारा आयोजित ‘हाउडी मोदी’ के मंच पर एक साथ नजर आएंगे। तुलसी गबार्ड ने एक वीडियो संदेश में कहा, “नमस्ते! मैं प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की यात्रा पर उनका हार्दिक स्वागत करना चाहती हूं।”
कार्यक्रम में उपस्थित नहीं होने पर जताया खेद
वहीं 22 सितंबर को ह्यूस्टन में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में शामिल होने में सक्षम नहीं होने पर उन्होंने माफी भी मांगी है। संयुक्त राज्य अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी की सदस्य गबार्ड ने स्पष्ट किया कि वह अपने निर्धारित प्रेसिडेंशियल कैंपेन से संबंधित पूर्व प्रतिबद्धताओं की वजह से कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो पाएंगी। उन्होंने कहा, ”मैं वास्तव में बहुत खुश हूं कि हमारे देश से बहुत सारे भारतीय अमेरिकियों के साथ-साथ कांग्रेस के सहयोगी भी वहां आ रहे हैं।”
भारत को बताया अमेरिका का सबसे महत्वपूर्ण साझेदार
भारत को एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका के सबसे महत्वपूर्ण साझेदारों में से एक के रूप में बताते हुए, उन्होंने कहा, “भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका के सबसे महत्वपूर्ण साझेदारों में से एक है। अगर हम दुनिया को प्रभावित करने वाले जलवायु परिवर्तन से निपटने, परमाणु युद्ध और परमाणु प्रसार को रोकने और हमारे लोगों की आर्थिक भलाई में सुधार लाने जैसे मुद्दों को संबोधित करते हैं तो साथ मिलकर काम करें।”
गबार्ड ने पत्रकार राणा अय्यूब की रिपोर्ट को बताया अफवाह और झूठा
भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद तुलसी गबार्ड उस वक्त चर्चा में आई, जब उन्होंने भारतीय खोजी पत्रकार राणा अय्यूब द्वारा ट्विटर पर शेयर की गई एक खबर को अफवाह और झूठा बता दिया। दरअसल राणा अयूब ने ट्वीट कर कहा था कि 22 सितंबर, 2019 को पीएम मोदी के सम्मान में अमेरिका में होने वाले ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में तुलसी गबार्ड ने शामिल होने से इनकार कर दिया है। राणा अय्यूब के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कांग्रेस सांसद तुलसी गबार्ड ने कहा कि इस लेख में छपी खबर गलत है, मैं ह्यूस्टन में होने वाले कार्यक्रम में इस लिए शामिल नहीं हो पाऊंगी, क्योंकि मेरे राष्ट्रपति चुनाव से संबंधित कई चुनावी अभियान पहले से ही तय हैं। हालांकि मैं अमेरिकी दौरे पर पीएम मोदी से मिलने की उम्मीद कर रही हूं, इस दुनिया के सबसे पुराने और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के बीच मजबूत साझेदारी और संवाद को बनाए रखने के महत्व पर चर्चा करना चाहती हूं।
This article is misinformed. I’m not attending the Houston event due to previously scheduled presidential campaign events. However I’m hoping to meet PM Modi on his visit to discuss the importance of maintaining the strong partnership of the world’s oldest & largest democracies.
— Tulsi Gabbard (@TulsiGabbard) September 18, 2019
दूसरे कार्यकाल में पीएम मोदी की पहली अमेरिका यात्रा
लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज कर सत्ता में लौटे पीएम मोदी की दूसरे कार्यकाल में यह पहली अमेरिका यात्रा है। प्रधानमंत्री के तौर पर इस सबसे लंबे अमेरिका प्रवास में मोदी जहां वैश्विक नेता के सामने बदले अवतार में नजर आएंगे। वहीं दुनिया के एजेंडा का रुख तय करने वाले नए भारत की दमदार आवाज को भी रखते दिखाई देंगे।
तीन दिन में दो बार मिलेंगे मोदी-ट्रंप
अमेरिका में पीएम मोदी की मौजूदगी के नए दबदबे का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उनसे महज तीन दिनों में दो बार मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप जहां 22 सितंबर को भारतीय-अमेरिकी समुदाय द्वारा आयोजित ‘हाउडी मोदी’ के मंच पर एक साथ नजर आएंगे। वहीं 24 सितंबर को राष्ट्रपति ट्रंप भारतीय प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय मुलाकात भी करेंगे। तीन महीनों के दौरान यह चौथा मौका होगा जब दोनों नेता मिल रहे होंगे।
मोदी तीसरी बार अमेरिका में भारतीयों को संबोधित करेंगे
यह तीसरा मौका है जब पीएम मोदी अमेरिका में इतनी बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे। ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में 50 हजार से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। इसके पहले दो इवेंट 2014 में न्यूयॉर्क के मेडिसन स्क्वेयर गार्डन और 2016 में सिलिकॉन वेली में हो चुके हैं। इन कार्यक्रमों में 20 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे।