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गुजरात में बढ़ती ठंड के साथ NRI ने कराया चुनावी गर्मी का एहसास, बीजेपी के चुनाव प्रचार के लिए दुनिया भर से पहुंचे हजारों NRI

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गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे जैसे नजदीक आ रही है, वैसे वैसे ठंड भी बढ़ती जा रही है। लेकिन इस ठंड में चुनावी गर्मी का एहसास दिला रहे हैं अनिवासी भारतीय, जो बीजेपी का चुनाव प्रचार कर रहे हैं। करीब 25 हजार एनआरआई राज्य के अलग-अलग जिलों और शहरों में प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी के लिए डोर टू डोर प्रचार कर हैं। दरअसल गुजरातियों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काफी लोकप्रिय हैं और यही कारण है कि हर चुनाव में हजारों एनआरआई गुजरात में उनके समर्थन में प्रचार के लिए आते हैं। इस बार भी गुजरात के चुनावी फिज़ा में एनआरआई की गूंज सुनाई दे रही है।

बीजेपी के अनिवासी भारतीय संगठन के बुलावे पर कनाडा, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अफ्रीकी देशों से भी एनआरआई यहां पहुंचे हैं। इनमें सबसे अधिक संख्या अमेरिका से आए अनिवासी भारतीयों की है। मेहसाणा के मूल निवासी और अमेरिका के अटलांटा में बसे डॉ. वासुदेव पटेल ने कहा कि हमारे पास प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शिता है, जो जानते हैं कि एनआरआई की शक्ति क्या है। उन्होंने कहा कि अनिवासी भारतीय भारत में मतदान नहीं कर सकते, लेकिन वे अपने देश के लिए कुछ करना चाहते हैं।

डा. वासुदेव पटेल ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश में काफी प्रगति हुई है। इसलिए हम अपने गांवों में लोगों को बीजेपी को वोट देने के लिए कहने आए हैं। लोगों से मिलकर और आनलाइन माध्यम से भी लोगों से अपील करते हैं। विदेश संपर्क विभाग के संयोजक दिगंत सोमपुरा बताते हैं कि जब भी भारत में खासकर गुजरात में चुनाव होते हैं तो दुनिया भर के लोगों की निगाहें उस पर टिकी होती हैं।

अनिवासी भारतीय भारत में लोकतंत्र का जश्न मनाने, मतदान करने और प्रचार करने हर चुनाव में आते हैं। लेकिन इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होने से चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है। बीजेपी गुजरात के अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग के संयोजक दिगंत सोमपुरा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के मैदान में उतरने से चुनाव रोचक हो गया है। इसी के चलते बीजेपी समर्थक प्रवासी भारतीयों ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और बीजेपी को जीताने के लिए राज्य में पूरा जोर लगा दिया है।

दूसरे देशों में बसे गुजरातियों का अपने गृह राज्य के साथ एक विशेष संबंध है और वे नियमित रूप से अपने गांवों में स्कूलों, पुस्तकालयों और अन्य विकास कार्यों के लिए दान देते रहते हैं। इसलिए उनका ग्रामीणों से काफी जुड़ाव है। उन्होंने गांवों के विकास में योगदान देकर ग्रामीणों के बीच सम्मान और विशेष स्थान अर्जित किया है। अपने संपर्क और प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए अनिवासी गुजराती राज्य में प्रचार करेंगे और अपने ग्रामीणों से अधिक से अधिक संख्या में बीजेपी को वोट देने के लिए कहेंगे। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी गुजराती एनआरआई ने प्रधानमंत्री मोदी का प्रचार किया था।

बीजेपी चुनाव प्रचार में टेक्नोलॉजी का भरपूर इस्तेमाल कर रही है। पार्टी प्रचार के लिए लोगों को शामिल करने के लिए ‘NRG and Modi’ नाम से जूम मीटिंग आयोजित कर रही है। इस माह के अंत तक राज्य में एक हजार से अधिक एनआरआई के आने की संभावना है। उनमें से कई सामाजिक कार्यों के लिए यहां आ रहे हैं और चुनाव प्रचार में भी शामिल होंगे।

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