कोरोना संकट के बीच देश की अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए मोदी सरकार लगातार कोशिशें कर रही हैं। इसका असर भी आर्थिक मोर्चे पर दिखाई दे रहा है। जहां आईएमएफ के अनुसार भारत की जीडीपी की रफ्तार तेज बनी रहेगी, वहीं अब भारत ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) पाने वाले देशों की लिस्ट में अपनी स्थिति को और बेहतर कर लिया है।
संयुक्त राष्ट्र के व्यापार एवं विकास सम्मेलन (अंकटाड) ने एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत में कोविड- 19 के बाद कमजोर लेकिन सकारात्मक आर्थिक विकास हासिल करने संभावना है और भारतीय बाजार निवेश के लिए आकर्षित करते रहेंगे।
विकासशील एशियाई देशों में भारत सबसे ज्यादा एफडीआई प्राप्त करने वाले शीर्ष 5 देशों में शामिल रहा। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 में दुनियाभर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में 40 प्रतिशत तक गिरावट आने का अनुमान लगाया गया है। यह गिरावट 2019 में हुए 1,540 अरब डॉलर के प्रवाह के मुकाबले आ सकती है।
पीटीआई के मुताबिक अगर ऐसा होता है तो यह 2005 के बाद पहला अवसर होगा कि दुनिया के देशों में एफडीआई पहली बार एक हजार अरब डॉलर के आंकड़े से नीचे आ जाएगा।