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झूठे केजरीवाल की फिर खुली पोल, पहली टीचर्स यूनिवर्सिटी की स्थापना के दावे की निकली हवा

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की राजनीति पूरी तरह झूठ की बुनियाद पर टिकी हुई है। सियासत में प्रवेश से लेकर दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने तक करेजरीवाल ने एक के बाद एक कई झूठे दावे किए, जो आज भी जारी है। केजरीवाल सरकार ने मंगलवार यानि 9 फरवरी, 2021 को विधानसभा में बजट पेश किया। इसमें बेहतरीन टीचरों को तैयार करने के लिए एक टीचर्स यूनिवर्सिटी बनाने का ऐलान किया। बाद में केजरीवाल ने ट्वीट कर दावा किया कि उनकी सरकार देश की पहली टीचर्स यूनिवर्सिटी बनाने जा रही है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘दिल्ली सरकार इस साल देश की पहली टीचर्स यूनिवर्सिटी की स्थापना करेगी। जहां देश और दुनिया के बेहतरीन शिक्षक तैयार किए जाएंगे।’

केजरीवाल का यह दावा ज्यादा समय नहीं रह पाया। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टीचर एजुकेशन (IITE) के वाइस चांसलर हर्षद पटेल ने ट्वीट कर केजरीवाल को ध्यान दिलाया कि गुजरात में इस तरह की यूनिवर्सिटी 2011 में ही बन चुकी है। हर्षद पटेल ने ट्वीट किया, ‘महोदय, देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने 2011 में IITE (टीचर्स युनिवर्सिटी) की स्थापना की है। और फिलहाल मैं उस यूनिवर्सिटी के कुलपति का दायित्व निभा रहा हूं।’ 

गौरतलब है कि इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टीचर एजुकेशन गुजरात की राजधानी गांधीनगर में स्थित है। यह एक स्टेट यूनिवर्सिटी है। यूनिवर्सिटी की साइट पर उसके बारे में बताया गया है कि इसकी स्थापनी 2010 में की गई और यह गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की ब्रेन चाइल्ड है जिसका उद्देश्य विश्वस्तरीय टीचरों को तैयार करना है। फिलहाल, हर्षद पटेल इसके वाइस चांसलर हैं।

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