आरजेडी नेता लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव की सोशल मीडिया पर काफी फजीहत हो रही है। हाल ही में बिहार विधानसभा भवन शताब्दी समापन समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने लिखित भाषण पढ़ने में भी बार-बार अटकते रहने पर तेजस्वी की काफी किरकिरी हुई थी। अब एक फेक न्यूज फैलाते हुए बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने अग्निवीर योजना पर कहा कि इसमें सरकार धर्म और जाति के आधार पर भर्ती करने की योजना बना रही है। तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘जात न पूछो साधु की लेकिन जात पूछो फौजी की। संघ की बीजेपी सरकार जातिगत जनगणना से दूर भागती है लेकिन देश सेवा के लिए जान देने वाले अग्निवीर भाइयों से जाति पूछती है। ये जाति इसलिए पूछ रहे हैं, क्योंकि देश का सबसे बड़ा जातिवादी संगठन आरएसएस बाद में जाति के आधार पर अग्निवीरों की छंटनी करेगा।’
जात न पूछो साधु की
लेकिन जात पूछो फौजी कीसंघ की BJP सरकार जातिगत जनगणना से दूर भागती है लेकिन देश सेवा के लिए जान देने वाले अग्निवीर भाइयों से जाति पूछती है।
ये जाति इसलिए पूछ रहे है क्योंकि देश का सबसे बड़ा जातिवादी संगठन RSS बाद में जाति के आधार पर अग्निवीरों की छंटनी करेगा। pic.twitter.com/31F1JDTd9J
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 19, 2022
तेजस्वी यादव यह ट्वीट करते ही सोशल मीडिया पर ट्रोल होने लगे। यूजर्स ने उन्हें फटकार लगानी शुरू कर दी। एक ने कहा कि दसवीं तक तो ठीक से पास ना कर पाए आप, फिर आपसे भर्तियों की जानकारी की उम्मीद ही भला कैसे की जाए। थोड़ा भी पढ़े लिखे होते तो आपको पता होता कि भर्ती फॉर्म में यह कॉलम हमेशा से है, इसमें कुछ भी नया नहीं है।
10वीं तक तो ठीक से पास कर न पाये आप,फिर आपसे भर्तियों की जानकारी की उम्मीद भी भला कैसे की जाए,थोड़ा भी पढ़े लिखे होते तो आपको पता होता कि भर्ती फ़ॉर्म में यह कालम हमेशा से है,नया कुछ भी नहीं !! https://t.co/rTZezvdF9v
— Dr. Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) July 19, 2022
इसके बाद तो सोशल मीडिया पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बेटे की किरकिरी होने लगी। लोग उन्हें ट्रोल करने लगे। आप भी देखिए-
भाई जी आप ये सब छोडो और पन्ने पे लिखें हुए शब्दों को पढ़ना सीखो, बड़ी बेज़्ज़ती होती है भाई बिहारियों कि जब आप जैसे लगभग अनपढ़ लोग ऐसी चीज़े करते हैँ, कहाँ बिहारियों कि पहचान IAS और IIT की गढ़ मे होती है और फिर आप जैसे नेता सब गुड़ गोबड़ कर देते हैँ
— Avinash Sharma (@avishkr) July 19, 2022
जो अपने जिंदगी में कभी भी आर्मी का फार्म नहीं भरा वो ऐसा ही मुर्खतापूर्ण बात करता है।
सेना की भर्ती में पहले भी जाति और धर्म पूछा जाता रहा है माननीय मंदबुद्धि महोदय।और रही बात जातिवाद का तो इस मामले में आपसे बड़का जातिवादी कोई नहीं है।
एक परिवार और एक जात से ऊपर उठिए महाशय।
— अपरिचित / Aparichit (@aparichit916) July 19, 2022
मेरा देश बदल रहा है, नौवीं फेल-सरकार की हरेक योजना पे अपना ज्ञान दे रहा है..!!
— Kumar (@Kumar595415) July 19, 2022
ऐसा है तेज जी, विरासत में राजनीति न मिली होती तो वार्ड सदस्य का चुनाव न जितते।
दूसरी बात कभी नौकरी के लिए फर्म भरे होते तब न पता होता की ये जानकारी पहले भी पुछी जाती थी आज भी। अगर बुरा लगा तो समाज से आरछण और धर्म खत्म कर दो न।
ॐ नमः शिवाय।— AMRESH ?? (@amresh_mfp) July 19, 2022
आप खुद कित्ता पढ़े हो भाई ? https://t.co/WtOCesSEf4
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) July 19, 2022
भाईया तनिक पढ़ लेते तो ई बात न करते। 10वी के बाद फॉर्म भरिएगा तभी तो पता कीजिएगा कि ई कॉलम कांग्रेस काल से चला अरहा है।? https://t.co/73hB3iCduV
— Tanmay Shankar(तन्मय शंकर)?? (@Shanktan) July 19, 2022