22 मार्च को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया श्रृंगेरी मठ के शंकराचार्य के पास पहुंचे थे। वहां कुछ ऐसा हुआ जो देश के लिए बड़ी खबर होनी चाहिए थी, लेकिन मीडिया ने इस खबर को ही दबा दिया। आइये सबसे पहले ये ट्वीट देखिए।
अगर सही है तो बहुत बड़ी खबर ; श्रृंगेरी पीठ के जगदगुरु शंकराचार्य ने राहुल और सिद्धरमैय्या को आशीर्वाद देने से किया इनकार !
जगदगुरु ने कहा- आप जो कुछ कर रहे हैं, उसके बाद हम आपको आशीर्वाद तो नहीं दे सकते ।
आधार: जगदीशचंद्र बी, संपादक, हिंदुत्व-बंधुत्व, मासिक पत्रिका— Ashok Shrivastav (@ashokshrivasta6) 26 March 2018
दूरदर्शन के पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने जगदीशचंद्र बी की पत्रिका के हवाले से बताया की शंकराचार्य जी ने राहुल गाँधी और सिद्धारमैया को आशीर्वाद देने से मना कर दिया। उन्होंने कहा ‘’आप लोग यहां पर आए इस बात से मैं खुश हूं परन्तु आप लोग जो काम (हिन्दू विरोधी) कर रहे हैं उसके बाद मैं आपको आशीर्वाद नहीं दे सकता।
हालांकि ये बड़ी खबर है और तथाकथित सेक्यूलर जमात को आईना दिखाने वाला भी है, लेकिन इसे दबा दिया गया, जबकि कई और लोगों ने भी इस खबर को लेकर ट्वीट किया।
During recent visit of RG to Sringeri Mutt, Jagadguru fired them.Swamy told them he was happy they came though not whole heartily but just to score political https://t.co/N5gVXX18o1 he didn’t wish to pass on HER blessings for the works he & his party have been doing agt Hindus ++ pic.twitter.com/MMEZVMUuly
— Mylai Ramesh (@rameshr64) 25 March 2018
That’s big breaking
Sringeri Jagadguru to RaGa & Siddharamaiah –
“Happy that you have come to the Mutt. But, we don’t give our blessings for the work that you’re doing.” ??
— Bobby Deol ( गंगा किनारे वाले ) (@IntolerantMano2) 26 March 2018
गौरतलब है कि आजकल हिंदुओं को अपना हितैषी बताने के लिए राहुल गांधी मंदिर-मंदिर जा रहे हैं, लेकिन शंकराचार्य ने उन्हें पहचान लिया है और आशीर्वाद देने से इनकार कर दिया।
दरअसल कांग्रेस द्वारा हिंदू समुदाय को जातियों में बांटकर राजनीतिक हित साधने को लेकर शंकराचार्य नाराज हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो लिंगायत समाज बीते 1000 वर्ष से हिंदू धर्म का अंग रहा है उसे भी कांग्रेस ने बांटने का काम किया है।
शंकराचार्य ने कहा कि आप हिंदुओं को जातियों में बांट रहे हैं और समाज को तोड़ रहे हैं। उन्होंने राहुल गांधी से कहा कि आप हिंदुओं के विरुद्ध असहिष्णुता का भाव रखते हैं और आपको इससे बचना चाहिए, हिंदू धर्म के भीतर बैरभाव फैलाने का काम मत कीजिए।
जगदगुरू ने राहुल गांधी और सिद्धारमैया से ये भी कहा कि मंदिरों में चढ़ावों के रूप में जो राशि संग्रह की जाती है (जिसे सरकार manage करती है), उसे मंदिर से जुड़े उद्देश्य में ही लगाना चाहिए। उस धन को दूसरे धर्म के कल्याण पर खर्च करना स्वीकार्य नहीं (गलत) है। हिंदू मठों और मंदिरों का अनादर ना करें।
जगद्गुरु ने दोनों से सीधे कहा, ”यह अच्छा है कि आप हमारे मठ आए हैं, लेकिन क्योंकि आप हिंदू विरोधी गतिविधियों में लगे हुए हैं, हम आपको अपना आशीर्वाद नहीं देते हैं।”
यह सुनकर दोनों ही झटका खा गए क्योंकि जगद्गुरु से उन्हें ऐसे रिस्पॉन्स की उम्मीद नहीं थी। हालांकि मुलाकात करके बाहर आने के बाद राहुल गांधी और सिद्धारमैया ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि जगद्गुरु की कही बात मीडिया में नहीं पहुंचे, लेकिन अब यह बात जगजाहिर हो चुकी है।
Congress President Rahul Gandhi offered his respects at the Sharadamba Temple, Sringeri Mutt, Chikmagalur. #JanaAashirwadaYatre #RGInKarnataka pic.twitter.com/69dDKc7B72
— Congress (@INCIndia) 21 March 2018