गणतंत्र दिवस के अवसर पर ट्रैक्टर रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया। प्रदर्शनकारियों ने लालकिले पर ना सिर्फ तिरंगे का अपमान किया बल्कि उसे हटाकर अपना झंडा फहरा दिया। बताया जा रहा है कि इसमें सबसे बड़ी भूमिका पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू ने निभाई। दिल्ली में उत्पात मचाने, सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने और तिरंगे को अपमानित करने के आरोप में एनआईए ने एक्टर को नोटिस भी जारी किया है।
एक्टर दीप सिंह सिद्धू को NIA का नोटिस! लाल किले में साज़िश रचने,तिरंगे को अपमानित करने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने का आरोप है दीप सिंह सिद्धू पर।दिल्ली हिंसा में जो भी दोषी हैं उनपर देशद्रोह के तहत केस दर्ज होना चाहिए और त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए। #DelhiUnderAttack pic.twitter.com/VPAHg98Xoz
— Shweta Bhattacharya (@spbhattacharya) January 27, 2021
दीप सिद्धू का नाम सामने आने के बाद योगेन्द्र यादव और राकेश टिकैत जैसे तथाकथित किसान नेताओं ने यह बयान देना शुरू कर दिया है कि वह बीजेपी सांसद सन्नी देओल के चुनाव प्रचार में शामिल था और जानबूझकर किसानों को भड़का कर दिल्ली की ओर ले गया। जबकि सन्नी देओल ने पिछले साल 6 दिसंबर को ही साफ कर दिया था कि दीप सिद्धू के साथ उनका कोई लेना-देना नहीं है।
— Sunny Deol (@iamsunnydeol) December 6, 2020
सन्नी देओल ने 26 जनवरी को एक बार फिर ट्वीट कर कहा कि आज लाल क़िले पर जो हुआ उसे देख कर मन बहुत दुखी हुआ है, मैं पहले भी, 6 दिसंबर को ट्विटर के माध्यम से यह साफ कर चुका हूं कि मेरा या मेरे परिवार का दीप सिद्धू के साथ कोई संबंध नही है।
आज लाल क़िले पर जो हुआ उसे देख कर मन बहुत दुखी हुआ है, मैं पहले भी, 6 December को ,Twitter के माध्यम से यह साफ कर चुका हूँ कि मेरा या मेरे परिवार का दीप सिद्धू के साथ कोई संबंध नही है।
जय हिन्द— Sunny Deol (@iamsunnydeol) January 26, 2021
इतना ही नहीं बरखा दत्त के साथ बातचीत में खुद दीप सिद्धू ने माना था कि वह बीजेपी का समर्थक नहीं है। दीप सिद्धु पिछले कई महीना से कह रहा है कि उसका भाजपा से कोई लेना-देना नही है। वह पिछले कई महीनों से सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है, किसान आंदोलन का बड़ा चेहरा है।
देखिए वीडियो-
लेकिन इन किसान नेताओं ने तब कुछ नहीं कहा जब किसान आंदोलन के दौरान मोदी तू मर जा… इंदिरा को ठोक दिया मोदी क्या चीज है… बक्कस निकाल देंगे और खालिस्तान समर्थक नारे लग रहे थे। इस तरह के नारे लगाने वालों को पिज्जा, मसाजर, हुक्का और फाइव स्टार लंगर की सुविधा दी गई। सवाल उठ रहे हैं कि अगर दीप सिद्धू सन्नी देओल का करीबी था तो दिल्ली पुलिस को शांतिपूर्ण ढंग से परेड निकालने का वादा करने वाले किसानों ने दीप सिद्धू को ट्रैक्टर रैली लेकर लालकिले क्यों जाने दिया? वह कई दिनों से प्रदर्शन में शामिल होकर भड़काऊ पोस्ट शेयर कर रहा था तब उसे हीरो क्यों बनाया गया? अपनी राजनीति चमकाने के लिए आंदोलन करने वाले इन नेताओं ने तब दीप सिद्धू का विरोध क्यों नहीं किया? नवजोत सिंह सिद्धू भी एक जमाने मे बीजेपी में थे, क्या उसके किसी गैरकानूनी काम के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया जाएगा?
अब जब देश भर में इन फर्जी किसान नेताओं की किरकिरी हो रही है तो ये सारा ठीकरा दीप सिद्धू पर डालकर बचना चाह रहे हैं। दीप सिद्धू के साथ योगेन्द्र यादव, राकेश टिकैत, युद्धवीर सिंह, गुरनाम सिंह चढूनी और हन्नान मोल्लाह के खिलाफ भी आंदोलनकारियों को भड़काने के लिए कार्रवाई होनी चाहिए। इन्होंने गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश को ना सिर्फ बदनाम किया है बल्कि करोड़ों रुपए की संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया है। वीडियो देखिए… इन वीडियो को देखकर आप समझ जाएंगे कि भड़काने का काम किसने किया है-
“हमने इंदिरा को ठोक दिया तो मोदी क्या चीज़ है “ !
A so called farmer who is proud of killing Indira Gandhi says it’s not difficult for them to do the same to Modi.
Is this agitation backed by #Khalistani’s & ISI ?
Investigating agencies should immediately get into action. pic.twitter.com/kmkZNjTAYQ— Ashoke Pandit (@ashokepandit) November 27, 2020
दिल्ली में खून-खराबे के लिए किसान नेता राकेश टिकैत जिम्मेदार है, देखिए वीडियो #FarmersProstests #RakeshTikait pic.twitter.com/K15VQZfloo
— khujli politics (@KhujliPolitics) January 26, 2021
हमारा नौजवान मचल रहा है
ये नेतृत्व (?) एक सीमा तक ही उसे रोक सकता है ।
हमारा किसान (?) एक्शन के लिए तैयार बैठा है
युद्धवीर सिंह, किसान नेता।यानि तैयारी पहले से ही थी!! pic.twitter.com/EYyBXUfn7A
— Ravindra Singh (@ravindrak2000) January 27, 2021