केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद कांग्रेस का देश विरोधी चेहरा खुलकर सामने आने लगा। देश और मोदी सरकार विरोधी ताकतों से कांग्रेस और राहुल गांधी की किस तरह की सांठगांठ है, उसकी परतें लगातार खुलती जा रही हैं। शुक्रवार को सांठगांठ की एक और परत खुली जब राहुल गांधी ने पूर्व अमेरिकी राजनयिक निकोलस बर्न्स से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद किया। इस दौरान भी राहुल गांधी देश का अपमान करने से बाज नहीं आए।
सहिष्णुता को लेकर राहुल ने साधा निशाना
राहुल से बातचीत में निकोलस ने कोरोना को लेकर कहा कि भारत और कैंब्रिज में एक से हालात हैं। यहां भी लॉकडाउन है। वहीं राहुल ने कहा कि इन दिनों अमेरिका और भारत में वह सहिष्णुता देखने को नहीं मिल रही है जो पहले थी। हम खुले विचारों वाले हैं, लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि वो अब गायब हो रहा है। यह काफी दुःखद है कि मैं उस स्तर की सहिष्णुता को नहीं देखता, जो मैं पहले देखता था। ये दोनों ही देशों में नहीं दिख रही है।
राहुल गांधी ने कहा कि विभाजन वास्तव में देश को कमजोर करने वाला होता है, लेकिन विभाजन करने वाले लोग इसे देश की ताकत के रूप में चित्रित करते हैं। देश की नींव को कमजोर करने वाले लोग खुद को राष्ट्रवादी कहते हैं।
राहुल गांधी ने उस व्यक्ति से बात की, जो भारत, प्रधानमंत्री मोदी और हिन्दुओं को अपमानित कर चुका है।
पीएम मोदी पर अपमानजनक और निराधार आरोप
निकोलस बर्न्स देश की जनता द्वारा चुने गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक ट्वीट करते रहे हैं। अपने ट्वीट्स में बर्न्स साफतौर पर उनका अपमान करते देखे गए हैं। बर्न्स अपने ट्वीट्स में प्रधानमंत्री मोदी पर भारत को धार्मिक आधार पर विभाजित करने और समाज को अस्थिर करने जैसे निराधार आरोप लगा चुके हैं।
How PM Modi has divided India on religious lines and destabilized its society. An important @nytimes editorial. https://t.co/5vtnTbAciu via @NYTOpinion
— Nicholas Burns (@RNicholasBurns) December 19, 2019
सामाजिक एकता को नष्ट करने का लगाया आरोप
इतना ही नहीं बर्न्स प्रधानमंत्री मोदी को हिंदू राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने वाला बता चुके हैं। बर्न्स ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी पर मुस्लिम अल्पसंख्यकों को अलग-थलग करने और देश की सामाजिक एकता को नष्ट करने का आरोप लगाया था।
Modi has miscalculated in promoting Hindu nationalism and alienating India’s large Moslem minority. He risks destroying the social stability of his country. Well worth reading by @AyresAlyssa https://t.co/8IGY4tZFA7
— Nicholas Burns (@RNicholasBurns) December 18, 2019
वीजा नहीं देने में निभाई मुख्य भूमिका
इतना ही नहीं प्रधानमंत्री मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब भी बर्न्स एक बार उनका वीज़ा रोकने वाले अधिकारियों में मुख्य भूमिका में थे। अमेरिका ने 2005 में प्रधानमंत्री मोदी को वीजा जारी करने से मना कर दिया था। उन पर 2002 में हुए गुजरात दंगों में शामिल होने का आरोप लगाया गया था। इसके बाद 2013 में भी धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी संसद के स्वतंत्र आयोग ने प्रधानमंत्री मोदी पर वीजा प्रतिबंध जारी रखने की सिफारिश की।
बर्न्स ने भारत का किया आपमान
भारत को लेकर बर्न्स की सोच भी काफी संकुचित रही है। 2014 में क्लाइमेट चेंज पर हुई अमेरिका और चीन की डील के बाद भी बर्न्स ने भारत पर तंज कसा था।
Must read. After US-#China Climate Change deal, #India now odd country out with growing reliance on coal. http://t.co/ZUiTk71umg
— Nicholas Burns (@RNicholasBurns) November 18, 2014
2015 में पेरिस में ‘कोप 21’ यानी कॉन्फ्रेंस ऑफ द पार्टीज का आयोजन किया गया था, जिसमें भारत की भूमिका को लेकर बर्न्स ने भारत को ‘स्पॉइलर’ बताकर निशाना साधा था।
Dangerous for #India to play spoiler @COP21 #climatechange The Indian Express https://t.co/MjSEtQi4Zs
— Nicholas Burns (@RNicholasBurns) November 30, 2015
यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस और राहुल गांधी ने भारत के खिलाफ गलत सोच रखने वालों से संवाद किया हों।
डोकलाम विवाद के समय चीनी राजदूत से चोरी-छिपे मिले राहुल
भारत-चीन के बीच 73 दिनों तक सिक्किम से सटे डोकलाम क्षेत्र जबर्दस्त तनातनी का माहौल रहा। इस कूटनीतिक और सैन्य तनाव पर दुनिया भर की नजरें गड़ी थीं। ऐसे में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी चोरी-छिपे भारत में मौजूद चीन के राजदूत लिओ झाओहुई से मिलने पहुंच गए। राहुल गांधी ने भारत की सेना या प्रधानमंत्री पर विश्वास करने की जगह चीनी राजदूत पर भरोसा किया।
पूर्व पीएम मनमोहन ने पाकिस्तान उच्चायुक्त से की गुप्त मंत्रणा
कांग्रेसा नेता मणिशंकर अय्यर ने जिस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘नीच आदमी’ कहा। उसके एक दिन पहले मणिशंकर अय्यर के घर पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और पाकिस्तान उच्चायुक्त के हाई कमिश्नर ने हाई लेवल की गुप्त बैठकें कीं। इस गुप्त मंत्रणा के अगले ही दिन मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी को गाली दे दी। इस पूरे वाकये में मनमोहन सिंह ने प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ा दीं।
पाकिस्तान से अय्यर ने कहा – हमें ले आइए, मोदी को हटाइए
साल 2014 पहली बार मोदी सरकार बनने के कुछ ही महीने बाद कांग्रेस के सबसे बड़े नेताओं में एक मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान जाकर पीएम मोदी को हटाने के लिए उसकी मदद मांगी थी। एक पाकिस्तानी चैनल के सामने उन्होंने इसके लिए लगभग पाकिस्तानी शासकों से गुहार तक लगाई थी।
JNU में राहुल ने दिया देशद्रोहियों का साथ
दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी JNU में भारत विरोधी नारे और देश को तोड़ने वाले नारे लगाते हुए पूरे देश ने देखा था, लेकिन देशविरोधी इन ताकतों की आलोचना करने के बजाए राहुल गांधी इनका समर्थन करने JNU पहुंच गए थे।
कश्मीर के अलगावादियों से कांग्रेस के हैं रिश्ते
कश्मीर में बिगड़ते माहौल के पीछे काफी हद तक अलगाववादी नेताओं का ही हाथ रहा है। अलगाववादी नेताओं को लगातार उनके पाकिस्तानी आकाओं से मदद मिलती रही है और वह यहां कश्मीरी लड़कों को भड़काते हैं। NIA की की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2005 से लेकर 2011 के बीच अलगाववादियों को ISI की ओर से लगातार मदद मिल रही थी। 2011 में NIA की दायर चार्जशीट के अनुसार हिज्बुल के फंड मैनेजर इस्लाबाद निवासी मोहम्मद मकबूल पंडित लगातार अलगाववादियों को पैसा पहुंचा रहा था, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इस पर कोई कठोर निर्णय नहीं लिया था।
कांग्रेसी नेताओं का ‘जहरीले’ जाकिर नाइक से नाता
इस्लामी कट्टरपंथी धर्म प्रचारक जाकिर नाइक से कांग्रेसी नेताओं के ताल्लुकात रहे हैं। जाकिर नाइक ने कई देशविरोधी कार्य किए, कई देशविरोधी भाषण दिए। वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने 15 जुलाई, 2016 को कहा कि वह इस्लाम का सही अर्थ और उद्देश्य का प्रचार कर रहे हैं जबकि भाजपा इस्लाम को आतंकवाद से जोड़कर पेश कर रही है। नाइक के साथ दिग्विजय सिंह 2012 में मंच साझा कर चुके हैं। इस इवेंट में दिग्विजय को जाकिर नाइक की तारीफों के पुल बांधते हुए सुना जा सकता है।