कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी दूसरों को नसीहत देने से पहले खुद की गलतियों पर नजर डाले तो देश का काफी भला होगा। उनके बार-बार किए जा रहे गलत ट्वीट और वीडियो संदेश से न सिर्फ जनता गुमराह हो रही है, बल्कि उससे पड़ोसी देशों को भी फायदा होता है। राहुल गांदी ने शुक्रवार (17 जुलाई) को देश के नाम वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें जम्मू-कश्मीर के नक्शे को जिस तरह से दिखाया गया है, उससे पता चलता है कि राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन और अनुच्छेद 370 को हटाने को मान्यता नहीं देते हैं।
Since 2014, the PM’s constant blunders and indiscretions have fundamentally weakened India and left us vulnerable.
Empty words don’t suffice in the world of geopolitics. pic.twitter.com/XM6PXcRuFh
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 17, 2020
राहुल गांधी के वीडियो संदेश के बाद बीजेपी आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने ट्वीट किया, “एक वीडियो को आने में काफी वक्त लग गया। लेकिन इसमें जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन और उसकी सीमाओं को मान्यता नहीं दी गई है। राहुल गांधी अनुच्छेद 370 को हटाने और लद्दाख को संघ शासित प्रदेश के रूप में स्वीकार क्यों नहीं करते हैं ? ऐसे समय में जब भारतीय सेना चीनियों को पीछे धकेल रही है, यह चिंताजनक है…”
A video that took so long to come doesn’t even recognise J&K’s reorganised status and boundaries…
Why does Rahul Gandhi not acknowledge the abrogation of Article 370 and Ladakh’s status as a UT?
At a time when Indian Army is pushing the Chinese back, this is disconcerting… pic.twitter.com/fOjXVz5Xi9
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 17, 2020
राहुल गांधी के वीडियो संदेश में जारी नक्शे में लद्दाख की मौजूदा संवैधानिक स्थिति और उसके नक्शे की अनदेखी गई है। यह अनदेखी ऐसे समय में की गई है, जब लद्दाख में हीं भारत-चीन सीमा पर टकराव जारी है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सख्त तेवर, सैनिक तैयारियां और कूटनीतिक घेरेबंदी ने चीन को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है। लेकिन राहुल गांधी अपनी सोची-समझी रणनीति के तहत चीन और पाकिस्तान को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।