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पंजाब के नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी का रहा विवादों से पुराना नाता, महिला आईएएस को भेजा था अश्लील मैसेज,सिक्का उछालकर किया नियुक्ति का फैसला

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पंजाब में कांग्रेस के सियासी घमासान और कैप्टन अमरिंदर सिंह की अपमानजक विदाई के बाद दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने राज्य की कमान संभाल ली है। उन्होंने राज्य के 16वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। लेकिन नए मुख्यमंत्री चन्नी अपने विवादित और हैरान करने वाले कारनामों से चर्चा में रहे हैं। अमरिंदर सरकार में मंत्री रहते चन्नी ने जहां महिला आईएएस को अश्लील मैसेज भेजा, वहीं सिक्का उछालकर नियुक्ति का फैसला किया। चन्नी से जुड़े विवादों की फेहरिस्त काफी लंबी है।

नए सीएम चन्नी पर #MeToo के आरोप

2018 में चन्नी पर आरोप लगा था कि उन्होंने एक महिला आईएएस अधिकारी को एक आपत्तिजनक मैसेज भेजा था। तब यह मामला खासा तूल पकड़ा था। हालांकि उस महिला ने उस समय शिकायत दर्ज नहीं की थी, लेकिन चन्नी के खिलाफ महिलाओं ने धरने भी दिए और प्रदर्शन भी किए। जिसके बाद चन्नी ने महिला अधिकारी से माफी मांग ली थी। उस समय मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंद सिंह ने कहा था कि मंत्री ने माफी मांग ली है इसलिए यह मामला खत्म हो गया है। लेकिन य़ह मामला फिर उस समय चर्चा में आया, जब 18 मई, 2021 को पंजाब महिला आयोग की चीफ मनीषा गुलाटी ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार को नोटिस भेजा था।

पंजाब महिला आयोग ने खोला मोर्चा

मनीषा गुलाटी ने कहा कि आयोग ने 2018 में इस मामले का स्वत: संंज्ञान लिया था। जिसे लेकर तत्कालीन चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखकर जवाब भी मांगा गया। उन्होंने दलीली दी कि जब स्टेट चीफ सेक्रेटरी महिला है नेशनल पार्टी प्रेसिडेंट महिला है तो महिला आईएएस अधिकारी को कैसे इंसाफ नहीं मिलेगा। सरकार इस मामले में जवाब नहीं देगी तो वो धरने पर बैठेंगी। गुलाटी ने कहा था कि पीड़िता ने पंजाब के बाहर ट्रांसफर ले लिया है। बाकी आईएएस अधिकारी उनके ऊपर इस मामले में कार्रवाई करने के लिए दबाव डाल रहे हैं, इसलिए उन्‍होंने पंजाब सरकार को नोटिस भेजा है। तब चन्नी ने कहा था कि अमरिंदर सिंह उन्हें परेशान करने के लिए इस तरह की कार्रवाई करवा रहे हैं। अब चन्नी मुख्यमंत्री बन गए हैं, तो अकाली दल ने ‘मी-टू’ के मामले को तूल देना शुरू कर दिया है। 

लैक्चरर भर्ती में सिक्के उछालकर फैसला

फरवरी 2018 में चन्नी ने एक पॉलिटेक्निक संस्थान में लैक्चरर के पद के लिए दो उम्मीदवारों के बीच सिक्के उछालकर फैसला किया था। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। असल में नाभा के एक लैक्चरर और पटियाला के एक लैक्चरर, दोनों पटियाला के एक सरकारी पॉलिटेक्निक संस्थान में तैनात होना चाहते थे। इन दोनों में से सही उम्मीदवार को चुनने के लिए चन्नी ने सिक्का उछाला था। उनके इस काम ने तब अमरिंदर सरकार की काफी किरकिरी कराई थी। तब चन्नी ने इस तकनीक को चयन करने का एक “पारदर्शी” तरीका भी बताया।

ज्योतिषी की सलाह पर सरकारी आवास का नक्शा बदलवाया

वर्ष 2018 में चरणजीत सिंह चन्नी को अमरिंदर कैबिनेट में जगह पाए कुछ ही समय हुआ था। तभी उनका एक दिलचस्प कारनामा सामने आया, जब उन्होंने एक ज्योतिषी की सलाह पर अपने सरकारी आवास का नक्शा बदलवा दिया था। राजनीति में ज्यादा सफलता पाने के लिए उन्होंने चंडीगढ़ के सेक्टर 2 में स्थित इस बंगले की एंट्री पूरब दिशा से करवा दी थी। इसके लिए उन्होंने घर के बाहर स्थित पार्क में सड़क बनवा दी थी। हालांकि चंडीगढ़ प्रशासन ने कुछ ही घंटे में उस सड़क का नामोनिशान मिटा दिया था।

मुख्यमंत्री बनने के लिए हाथी की सवारी

चन्नी के कारनामे यहीं खत्म नहीं होते। एक बार उन्होंने सियासत में कामयाबी के लिए अपने ज्योतिषी की सलाह पर अपने खरार स्थित घर के लॉन में हाथी की सवारी की थी। ज्योतिषी ने कहा था कि अगर वो ऐसा करते हैं तो पंजाब के मुख्यमंत्री बन सकते हैं। बाद में उनकी इस तस्वीर पर लोगों ने काफी मजे लिए थे। तब चन्नी पिछली शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी की सरकार के दौरान पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता थे।

नियमों में संशोधन कर चन्‍नी का पीएचडी में दाखिला

इसी तरह अक्टूबर 2017 में इंडियन नेशनल कांग्रेस पर पीएचडी के लिए चन्नी ने एंट्रेंस दिया था, लेकिन इसे पास नहीं कर पाए। आरोप है कि बाद में पंजाब यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने एससी-एसटी छात्रों के लिए नियमों में संशोधन कर चन्‍नी का पीएचडी में दाखिला कराया। सिर्फ इतना ही नहीं, टेक्निकल एजुकेशन मिनिस्टर रहते हुए भी साथ काम करने वाले अधिकारियों से उनकी अनबन की बातें आम हैं। उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने एक आइएएस अफसर के ट्रांसफर के लिए इसलिए कह दिया था क्योंकि वह उन्हें पसंद नहीं था।

पैचवर्क को बताया अमरिंदर सरकार का विकास कार्य

चन्नी विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे हैं। उस दौरान सरकार में शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी के गठबंधन की सरकार थी। तत्कालीन डिप्टी सीएम सुखबीर बादल ने उस वक्त चन्नी से सवाल पूछा था कि 2002 से 2007 के कैप्टन सरकार के विकास बताएं। इस पर चन्नी ने कहा कि कि कैप्टन साहब ने पूरे पंजाब में पैचवर्क कराए हैं।

 

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