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मुस्लिम महिलाओं को बिना ‘महरम’ के हज पर जाने का अवसर मिला- प्रधानमंत्री मोदी

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2017 के ‘मन की बात’ के आखिरी और 39वीं कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुस्लिम महिलाओं को बहुत ही बड़ी खुशखबरी दी है। प्रधानमंत्री ने बताया है कि अब भारतीय मुस्लिम महिलाएं बिना ‘महरम’ के हज यात्रा पर जा सकती हैं। गौरतलब है कि आजादी के 70 वर्षों बाद प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर भारत की मुस्लिम महिलाओं को अकेले भी हज यात्रा पर जाने का हक मिला है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारत की विकास यात्रा, नारी-शक्ति के बल पर, उनकी प्रतिभा के भरोसे आगे बढ़ी है और आगे बढ़ती रहेगी। इसलिए हमारा निरंतर प्रयास होना चाहिए कि महिलाओं को भी पुरुषों के बराबर और समान अधिकार मिले।

अकेली महिला की हज यात्रा के लिए पुरुष अभिभावक की अनिवार्यता खत्म
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात में बताया है कि अब भारत में मुस्लिम महिलाओं को भी अकेली हज यात्रा का अधिकार मिल गया है। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि उनकी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं के इस हक पर ध्यान दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि, “70 साल से चली आ रही परंपरा को नष्ट कर के इस रेस्ट्रिक्शन को हमने हटा दिया। आज मुस्लिम महिलाएं, ‘महरम’ के बिना हज के लिए जा सकती हैं और मुझे खुशी है कि इस बार लगभग 1300 मुस्लिम महिलाएं ‘महरम’ के बिना हज जाने के लिए अप्लाई कर चुकी हैं और देश के अलग-अलग भागों से; केरल से ले करके उत्तर तक महिलाओं ने बढ़-चढ़ करके हज-यात्रा करने की इच्छा जाहिर की है।”

कई मुस्लिम देशों में भी नहीं है पाबंदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि कई बार बहुत छोटी सी लगने वाली बात का प्रभाव भी बहुत ही असर डालती है। प्रधानमंत्री ने ‘महरम’ की अनिवार्यता खत्म करने की जानकारी देते हुए कहा कि इस नियम के अनुसार अकेली महिलाओं के लिए बिना पुरुष अभिभाक के हज यात्रा पर जाने की पाबंदी थी। प्रधानमंत्री ने बताया कि, “जब मैंने इसके बारे में पहली बार सुना तो मैंने सोचा कि ऐसा कैसे हो सकता है? ऐसे नियम किसने बनाए होंगें? ये डिस्क्रिमिनेशन क्यों? और मैं जब उसकी गहराई में गया तो मैं हैरान हो गया। आजादी के 70 साल बाद भी ये रेस्ट्रिक्शन लगाने वाले हम ही लोग थे। दशकों से मुस्लिम महिलाओं के साथ अन्याय हो रहा था, लेकिन कोई चर्चा ही नहीं थी। यहां तक कि कई इस्लामिक देशों में भी यह नियम नहीं है, लेकिन भारत में मुस्लिम महिलाओं को यह अधिकार प्राप्त नहीं था; और मुझे खुशी है कि हमारी सरकार ने इस पर ध्यान दिया।”

अकेली महिला की हज यात्रा को पहले मिले अनुमति
प्रधानमंत्री ने कहा है कि उन्होंने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय को सुझाव दिया है कि ऐसी सभी महिलाओं को हज यात्रा पर जाने की अनुमति मिले जो अकेले के लिए आवेदन करती हैं। प्रधानमंत्री मोदी के शब्दों में, “आमतौर पर हज-यात्रियों के लिए लॉटरी सिस्टम है, लेकिन मैं चाहूंगा कि अकेली महिलाओं को इस लॉटरी सिस्टम से बाहर रखा जाए और उनको स्पेशल कैटेगरी में अवसर दिया जाए।” प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, “मैं पूरे विश्वास से कहता हूं और ये मेरी दृढ़ मान्यता है कि भारत की विकास यात्रा, हमारी नारी-शक्ति के बल पर, उनकी प्रतिभा के भरोसे आगे बढ़ी है और आगे बढ़ती रहेगी। हमारा निरंतर प्रयास होना चाहिए कि हमारी महिलाओं को भी पुरुषों के बराबर समान अधिकार मिले, समान अवसर मिले ताकि वे भी प्रगति के मार्ग पर एक-साथ आगे बढ़ सकें। “

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