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Global Business Forum से PM मोदी ने कारोबारियों को भारत आने का दिया न्यौता

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के न्यूयॉर्क में ब्लूमबर्ग ग्लोबल बिज़नेस फोरम को संबोधित किया। उन्होंने भारत के विकास के लिए अहम 4 फैक्टरों के बारे में बताते हुए कहा कि डेमॉक्रेसी, डेमॉग्रफी, डिमांड और डिसाइसिवनेस के चलते हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र, आकांक्षी मध्य वर्ग, बढ़ती मांग और सरकार की निर्णायक क्षमता ने ग्रोथ की रफ्तार को तेजी से बढ़ाया है।

वैश्विक कारोबारियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर आप निवेश करना चाहते हैं तो आपको भारत आना चाहिए। हमने इन्सोल्वेंम्सी और बैंकरप्सी से निपटने के लिए कानून बनाया है। हमने टैक्स रिफॉर्म किए हैं और साथ ही पिछले करीब 370 मिलियन लोगों को बीते चार-पांच सालों में बैंकिंग से पहली बार जोड़ा गया। पीएम मोदी ने कहा पिछले कुछ वर्षों से एयर पैसेंजर ट्रैफिक की ग्रोथ हो रही है जिसके चलते भारत दुनिया में तीसरे नंबर पर है। पहले टैक्स का जाल था अब जीएसटी के चलते एक टैक्स हो गया है।

उन्होंने कहा कि आज भारत के हर नागरिक के पास यूनीक आईडी और मोबाइल है। इससे योजनाओं का फायदा बिना भ्रष्टाचार के सीधे लोगों तक पहुंच पाया। लॉजिस्टिक्स परफॉर्म इंडेक्स में 10 नंबर का उछाल आया है जबकि वर्ल्ड बैंक ईज ऑफ़ डूइंग इंडेक्स में 63 रैकिंग का सुधार हुआ है।

इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करेंगे 100 लाख करोड़ रुपये

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर हमारी सरकार जितना निवेश कर रही है, उतना कभी नहीं किया गया। आने वाले वर्षों में हम 100 लाख करोड़ रुपये आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर पर हम खर्च करने जा रहे हैं। भारत ने 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने का लक्ष्य रखा है। 2014 में यह 2 ट्रिलियन डॉलर के करीब थी। बीते 5 साल में हमने इसमें 1 ट्रिलियन जोड़ा है और अब 5 ट्रिलियन के लिए काम कर रहे हैं। इस बड़े टारगेट के लिए हमारे पास क्षमता, स्थिति और इच्छाशक्ति हमारे पास साथ है।

5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का लक्ष्य

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2000 नए आधुनिक हॉस्पिटल बनाने के लिए हमने कदम बढ़ाने शुरू किया है। हम डिजिटल इंडिया की तरफ जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम स्टार्टअप इंडिया के जरिए युवाओं को आगे बढ़ावा दे रहे हैं और हमें भरोसा है कि हम जल्द ही 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी का लक्ष्य हासिल कर लेंगे।

5 सालों में 286 अरब का हुआ निवेश 

ब्लूमबर्ग बिजनस समिट में पीएम मोदी ने कहा कि टैक्स का जाल हटाकर हम जीएसटी लाए हैं। बीते 5 सालों में भारत में 286 अरब एफडीआई हुआ है। यह बीते 20 सालों में कुल एफडीआई का आधा है। अमेरिका ने भी बीते दशकों में जितना एफडीआई भारत में किया है, उसका आधा महज 4 सालों में ही किया है। टैक्स रिफॉर्म्स के अलावा हमने 37 करोड़ लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा है। इसके चलते पारदर्शिता बढ़ी है।  न्यू इंडिया में हमने डिरेग्युलेशन, डिलाइसेंसिंग और डि-बॉटलनेकिंग की मुहिम चलाई और ऐसे ही रिफॉर्म के कारण हर ग्लोबल रैकिंग में भारत निरंतर बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।

कुछ दिनों में मिलता है बिजली कनेक्शन

कारोबारियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले बिजली कनेक्शन लेने में लोगों को कई साल लग जाते थे अभी कुछ दिनों में ही यह मिल जाता है। पहले कंपनी रजिस्टर करने में सालों लगते थे अब कुछ ही घंटों में कंपनी रजिस्टर हो जाती है। उन्होंने कहा कि पिछले 20 सालों में जितना FDI हुआ था उसका 50% हमने सिर्फ 4 सालों में कर के दिखाया। करीब 90% FDI नेचुरल है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में भी भारत में आ रहे बदलाव का ज़िक्र किया गया है।

 

भारत का लाइफस्टाइल दुनिया के लिए उदाहरण

पीएम मोदी ने कहा कि भारत का लाइफस्टाइल दुनिया के लिए उदाहरण है। हम पृथ्वी को अपनी माता मानते हैं। हमें उसके सिर्फ दोहन का अधिकार है। हम ज़रुरत के लिए सब करते हैं लालच से हमारा समाज काफी दूर हैं। पर्यावरण की समस्याओं से नागरिक का व्यवहार ही निपट सकता है। हमें नेचर के साथ जुड़कर चलने की आदत बनानी पड़ेगी। हमने 100 गीगावाट रेन्यूबल एनर्जी का लक्ष्य रखा था हमने 120 का हासिल कर लिया है। हमारा अगला लक्ष्य 240 गीगावाट का है।

डेवलप कर रहे हैं शिक्षा का मॉडल

एजुकेशन और प्राइवेट सेक्टर से जुड़े सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि हमारे पास यंग टैलेंट है और हम इनोवेशन पर जोर दे रहे हैं। पीएम ने बताया कि हमने प्राइमरी स्कूल लेवल पर इनोवेशन लैब के कांसेप्ट को बढ़ाया है। हम टैलेंट के लिए ग्राउंड तैयार कर ह्यूमन रिसोर्स को डेवलप कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगे-आगे दुनिया में डिग्री नहीं बल्कि स्किल का ही महत्त्व ही होगा। पीएम ने कहा कि जापान के साथ हम मॉडल डेवलप कर रहे हैं उनके युवा भारत आ रहे हैं जबकि हमारे युवा वहां ट्रेनिंग ले रहे हैं। हम नए तरह के जॉब क्रियेशन पर जोर दे रहे हैं और इसी के आधार पर सिलेबस भी चेंज कर रहे हैं।

 

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