प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में जहां अपने मंत्रियों को समय का पाबंद होने की सलाह दी वहीं घर की बजाय दफ्तर में ज्यादा समय देने और वहीं से काम करने की सलाह दी। पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों के साथ क्या करें और क्या न करें की एक सूची भी साझा की। मंत्रिपरिषद की इस पहली बैठक में उन्होंने वरिष्ठ मंत्रियों को संरक्षक की भूमिका निभाने के साथ अपने कनिष्ठ मंत्रियों को ज्यादा काम सौंपने को कहा। उन्होंने कार्य की प्रोडक्टिविटी में सुधार के लिए वरिष्ठ मंत्रियों को अपने जूनियर मंत्रियों के साथ फाइल साझा करने की सलाह दी।
कनिष्ठ मंत्रियों से फाइल साझा करने की सलाह
मंत्रालय के पांच साल के कार्य का खाका तैयार करें
दफ्तर में होना चाहिए अधिक काम
पार्टी कार्यकर्ताओं से निरंतर मिलते रहें मंत्री
पीएम मोदी ने मंत्रिपरिषद के अपने साथियों से बात करते हुए कहा कि उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने की बजाय उनसे मिलते रहे। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए उन्हें एक दिन सुनिश्चित कर पार्टी कार्यालय में बैठना चाहिए। मालूम हो कि भारी जनादेश के साथ पिछले महीने ही प्रधानमंत्री मोदी ने अपना दूसरा कार्यकाल शुरू किया है।
सांसदों को मिलने के लिए समय देने में टालमटोल न करें
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि मंत्रियों को सांसदों से नियमित रूप से मिलते रहना चाहिए। सांसदों को मिलने के लिए समय मांगने पर टालमटोल नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब भी कोई सांसद उनसे मिलने का समय मांगें उन्हें तत्काल मिलने का समय देना चाहिए।