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असम की माताओं-बहनों का प्यार मुझे डंडे मारने की बातें करने वाले से सुरक्षा देगा: कोकराझार में PM मोदी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को असम के कोकराझार में बोडो समझौते के उपलक्ष्य में आयोजित धन्वयाद रैली में शामिल हुए। उपस्थित लाखों लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यहां की माताओं और बहनों का प्यार मुझे डंडे मारने की बात करने वाले से सुरक्षा कवच देगा। उन्होंने कहा,”मैंने जीवन में कई रैलियां देखी हैं,लेकिन कभी इतना विशाल जनसागर देखने का सौभाग्य नहीं मिला। आपकी तादाद देखकर मेरा विश्वास और बढ़ गया। कभी-कभी लोग मुझे डंडा मारने की बातें करते हैं, लेकिन जिस मोदी को इतनी बड़ी मात्रा में माताओं-बहनों का सुरक्षा कवच मिला हो, उस पर कितने ही डंडे गिर जाएं उसे कुछ नहीं हो सकता। मैं दिल की गहराई से आपको गले लगाने आया हूं।”

पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन असम सहित पूरे नॉर्थ-ईस्ट के लिए 21वीं सदी में एक नई शुरुआत और नए सवेरे का एक नई प्रेरणा का स्वागत करने का अवसर है। उन्होंने कहा कि आज का दिन संकल्प लेने का है कि विकास और विश्वास की मुख्यधारा को मजबूत करना है। अब हिंसा के अंधकार को इस धरती पर लौटने नहीं देना है। 

पीएम मोदी ने कहा कि अकॉर्ड के तहत BTAD में आने वाले क्षेत्र की सीमा तय करने के लिए कमीशन भी बनाया जाएगा। इस क्षेत्र को 1500 करोड़ रुपए का स्पेशल डेवलपमेंट पैकेज मिलेगा, जिसका बहुत बड़ा लाभ कोकराझार, चिरांग, बक्सा और उदालगुड़ि जैसे जिलों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब सरकार का प्रयास है कि असम अकॉर्ड की धारा-6 को भी जल्द से जल्द लागू किया जाए। मैं असम के लोगों को आश्वस्त करता हूं कि इस मामले से जुड़ी कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद केंद्र सरकार और त्वरित गति से कार्रवाई करेगी। 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज जब बोडो क्षेत्र में, नई उम्मीदों, नए सपनों, नए हौसले का संचार हुआ है, तो आप सभी की जिम्मेदारी और बढ़ गई है। उन्हें पूरा विश्वास है कि Bodo Territorial Council अब यहां के हर समाज को साथ लेकर, विकास का एक नया मॉडल विकसित करेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज बोडो आंदोलन से जुड़ी हर मांग समाप्त हो चुकी है। 1993 में जो समझौता हुआ था, उसके बाद पूरी शांति स्थापित नहीं हो पाई। अब केंद्र, असम सरकार और बोडो आंदोलन से जुड़े संगठनों ने जिस अकॉर्ड पर साइन किया है, वह अभूतपूर्व है। उन्होंने कहा, “साथियों मुझ पर भरोसा करना, मैं आपका हूं। आपके दुख दर्द, आपके आशा अरमान, आपके बच्चों का उज्ज्वल भविष्य, इसके लिए मुझसे जो हो सकेगा, उसे करने में मैं पीछे नहीं हटूंगा। इस शांति के रास्ते में आपको कांटा न चुभ जाए, इसकी परवाह मैं करुंगा। असम समेत पूरा हिंदुस्तान आपके दिल को जीत लेगा, क्योंकि आपने रास्ता सही चुना है। सभी अपने लिए खड़े होकर तालियां बजाएं।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,” मैं आज असम के हर साथी को ये आश्वस्त करने आया हूं, कि असम विरोधी, देश विरोधी हर मानसिकता को, इसके समर्थकों को,देश न बर्दाश्त करेगा, न माफ करेगा। यही ताकतें हैं जो पूरी ताकत से असम और नॉर्थईस्ट में भी अफवाहें फैला रही हैं, कि CAA से यहां, बाहर के लोग आ जाएंगे, बाहर से लोग आकर बस जाएंगे। मैं असम के लोगों को आश्वस्त करता हूं कि ऐसा भी कुछ नहीं होगा।” 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कल पूरे देश ने देखा है कि किस प्रकार से गांव-गांव आपने मोटरसाइकिल रैलियां निकालीं, पूरे क्षेत्र में दीप जलाकर दिवाली मनाई गई। सारा हिंदुस्तान आपकी ही चर्चा कर रहा था। आज का दिन उन हजारों शहीदों को याद करने का है, जिन्होंने देश के लिए अपने कर्तव्य पथ पर जीवन बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि इस समझौते में सकरात्मक भूमिका निभाने वाले बोडो स्टूडेंट्स यूनियन के अभिनंदन का दिन है। 

अंत में उन्होंने कहा कि आप अपने सामर्थ्य पर विश्वास रखें, अपने इस साथी पर विश्वास रखें और मां कामाख्या की कृपा पर विश्वास रखें। मां कामाख्या की आस्था और आशीर्वाद हमें विकास की नई ऊंचाइयों की ओर ले जाएगा।

 

 

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